- April 16, 2015
पेयजल सम्बंधी योजनाओं की हो प्रभावी निगरानी – जलदाय मंत्री
जयपुर -जलदाय मंत्री श्रीमती किरण महेश्वरी ने पेयजल से जुडे अधिकारियों को निर्धारित योजना के अनुसार तय समय सीमा में कार्य पूरे करवाने के साथ ही प्रभावी निगरानी के निर्देश दिए हैं।
श्रीमती महेश्वरी बुधवार को नागौर जिले के मकराना स्थित डाक बंगले में जिले की जलापूर्ति सम्बंधी व्यवस्थाओं की समीक्षात्मक बैठक की अध्यक्षता कर रही थी। उन्होंने जिले के विधानसभा क्षेत्रवार जलापूर्ति तथा पेयजल समस्याओं की सुनवाई इन्दिरा गांधी नहर से जिले में पेयजल उपलब्ध करवाने संबंधी कैनाल परियोजना तथा विभिन्न योजनाओं की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को त्वरित कार्य करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि मूण्डवा क्षेत्र में योजना के तहत पाइपलाइन डालने का कार्य पूरा करने में आ रहे व्यवधान पर चर्चा करते हुए प्रभावितों से मिलकर तथा समझाइश कर कार्य को आगे बढाने के निर्देश दिए ताकि राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप जिले के लोगों को इंदिरा गांधी नहर का पानी शीघ्र मिल सके।
इस सम्बंध में उन्होंने अधीक्षण अभियंता परियोजना को निर्देश दिए कि स्थानीय विधायक के साथ क्षेत्र का दौरा कर लोगों से मिलें तथा समझाइश करें। उन्होंने 15 दिनों में समस्या का हल निकाल कर कार्य आगे बढ़ाने के लिए कहा।
नागौर शहर में रूडिप द्वारा किए गए कार्य के बावजूद बदले जाने से छूटी पुरानी जर्जर पाइप लाइनों को बदले जाने के मुद्दे पर सम्बंधित अधिकारियों तथा जिला कलक्टर से चर्चा की। उन्होंने कहा कि पुरानी पाइप लाइनों को बदलने सम्बंधी प्रस्ताव तैयार कर रूडिप के अधिशाषी अभियंता 20 अप्रेल को जयपुर में होने वाली बैठक में उपस्थित होवें ताकि बैठक में चर्चा कर इस सम्बंध में कार्यवाही आगे बढ़ाई जा सके। लिफ्ट कैनाल परियोजना के तीसरे व चौथे चरण में ढ़ाणियों को सम्मिलित करने के मुद्दे पर जलदाय मंत्री ने कहा कि अधीक्षण अभियंता सम्बंधित विधायकों के साथ मिलकर विभिन्न क्षेत्रों में सर्वे करें।
बैठक में जिला कलक्टर द्वारा जलदाय मंत्री को जिला प्रशासन द्वारा चिह्नित करवाए गए ऐसी विभिन्न 630 जल संग्रहण ढांचों की सूची सौंपी जिनका विभिन्न परिस्थितियों में निर्माण तो करा दिया गया परन्तु उनका उपयोग नहीं किया जा रहा है। इस पर जलदाय मंत्री ने अधीक्षण अभियंता को जीएलआर, ओवरहैड रिजर्वायर तथा टांकों जैसे इन विभिन्न ढांचों की उपयोगिता के बारे में सर्वे शीघ्र पूर्ण करवा कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए ताकि इन्हें अन्य योजनाओं से जोडकर उपयोगी बनाया जा सके।
जलदाय मंत्री ने विशेष निर्देश दिए कि अधीक्षण अभियंता के स्तर पर जिले में सम्पूर्ण योजनाओं तथा सुचारू पेयजल व्यवस्था की प्रभावी निगरानी की जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के पास पर्याप्त मैटेरियल, संसाधन तथा पर्याप्त बजट उपलब्ध है जिसे आवश्यकतानुसार अंतिम छोर तक पहुंचाया जाए।
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