केपटाउन में माइनिंग इनडाबा-2015 – मध्यप्रदेश

केपटाउन में माइनिंग इनडाबा-2015 – मध्यप्रदेश
 

दक्षिण अफ्रीका के केपटाउन में माइनिंग इनडाबा-2015 का आयोजन किया जा रहा है। केन्द्रीय खान एवं इस्पात मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर के नेतृत्व में एक भारतीय प्रतिनिधि-मंडल प्रवास पर है। मध्यप्रदेश के खनिज साधन मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल के साथ ही खान मंत्रालय, राज्यों के अधिकारी तथा विभिन्न उद्योगों के प्रतिनिधि भी शामिल है। इस तीन दिवसीय आयोजन में केन्द्रीय खान मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने भारतीय पेवेलियन का भी शुभारंभ किया।

केन्द्रीय खान मंत्री श्री तोमर ने मंगलवार को माइनिंग इनडाबा में दक्षिण अफ्रीका में विभिन्न देशों के प्रतिनिधि-मंडल से खनिज संसाधनों के बेहतर उत्खनन एवं दोहन के संबंध में विचार-विमर्श किया। श्री तोमर ने जांबिया के आर्थिक और व्यापार मंत्री मार्गेरेट म्हांगो म्वानाकरवे से खनिज व्यापार के संबंध में चर्चा की। श्री तोमर ने कहा कि भारत में विशेषकर मध्यप्रदेश में खनिज संसाधनों का प्रचुर भंडार है। यहाँ पर बेहतर किस्म का कोयला पाया जाता है। 

केन्द्रीय खान मंत्री श्री तोमर ने इक्वाटोरियल गुयाना के खान, उद्योग एवं ऊर्जा मंत्री श्री ग्रेब्रेयल मबागा ओबियांग लीमा से द्विपक्षीय चर्चा की। इस चर्चा में दोनों देश के बीच खनिज की खोज एवं व्यापार के संबंध में विचार-विमर्श हुआ। इन देशों के साथ खनिज की खोज के लिए उन्नत टेक्नोलॉजी के आदान-प्रदान पर भी एमओयू किये गये। केन्द्रीय खान मंत्री श्री तोमर की चर्चा के दौरान दोनों देश के बीच में संयुक्त स्थायी आयोग पुनर्जीवित करने और अधिकारिक और व्यवसायिक प्रतिनिधि-मंडल के परस्पर आदान-प्रदान के संबंध में सहमति बनी।

केन्द्रीय खान मंत्री श्री तोमर ने इन देशों के प्रतिनिधि-मंडल के साथ हुई चर्चा के दौरान बताया कि हाल ही में भारत में खनिज की खोज में नई तकनीकों के इस्तेमाल के लिए खनिज कानूनों में बदलाव किये गये हैं। खनिज के आवंटन एवं नीलामी की प्रक्रिया को पारदर्शिता के साथ आसान बनाया गया है। इन बदलाव में लीज आवंटन की अवधि को 30 वर्ष से बढ़ाकर 50 वर्ष तक किया गया है। भारत में नई गठित केन्द्रीय सरकार ने खदानों के संबंध में राज्यों की सरकार को ज्यादा अधिकार दिये हैं।

केन्द्रीय मंत्री श्री तोमर ने प्रतिनिधि-मंडल से भारत के साथ लगातार खनन विचार-विमर्श, सम्मेलनों का आयोजन एवं सूचना प्रौद्योगिकी का आदान-प्रदान किये जाने का आग्रह किया। श्री तोमर ने मध्यप्रदेश में बहुराष्ट्रीय कम्पनियों द्वारा खनिजों की खोज में उपयोग की जा रही नई प्रौद्योगिकी के संबंध में जानकारी दी।

विचार-विमर्श के दौरान मध्यप्रदेश के खनिज साधन मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने इस अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के आयोजन में निवेशकों को आकर्षित किया। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश में खनिज संपदा के विकास के लिए निजी सहभागिता को बढ़ावा दिया जा रहा है। प्रदेश में 92 हजार वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में बहुमूल्य खनिजों की खोज के लिए रिकोनेसेंस परमिट राष्ट्रीय एवं बहुराष्ट्रीय कम्पनियों को जारी किये गये हैं। राज्य में कोल बेड मीथेन गैस प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है। उन्होंने मध्यप्रदेश की नई खनिज नीति के बारे में भी विदेशी प्रतिनिधि-मंडल को जानकारी दी।

मुकेश मोदी

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