- February 11, 2021
नशा मुक्ति केंद्र अत्याचारों का अड्डा
पानीपत – नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती पर अमानवीय व्यवहार के विरुद्ध हरियाणा के पानीपत जिले में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापा मारकर बर्बरता की घटना सामने लाई है।
स्वास्थ्य विभाग में की गई शिकायत पर गांव बिंझौल में चल रहे नशा मुक्ति केंद्र पर छापा मारा गया। इस नशा मुक्ति केंद्र को बिना पंजीकरण संचालित किया जा रहा है।
पांच घंटे की कार्रवाई के बाद स्वास्थ्य विभाग ने यहां से 37 युवाओं को मुक्त कराया गया। स्वास्थ्य विभागीय के अधिकारियों ने बताया कि युवकों को वजन लेकर खड़ा रखा जाता था, नंगा कर यौन प्रताड़ना दी जाती थी और कमरे में बंद कर दिया जाता था और पीटा जाता ।
गांव बिंझौल में रजवाहे के पास नई किरण नशा मुक्ति केंद्र हैं। यहां पर रहकर करनाल निवासी एक युवक ने इसकी शिकायत स्वास्थ्य विभाग चंडीगढ़ में की। स्वास्थ्य विभाग मुख्यालय से आदेश आने के बाद कार्रवाई का आदेश जारी किया गया। सिविल सर्जन डॉ. संतलाल वर्मा, एसडीएम पानीपत एस रवींद्र पालिट और जिला समाज कल्याण विभाग अधिकारी सत्यवान ढिलौड टीम के साथ बुधवार की सुबह 11 बजे नई किरण नशा मुक्ति केंद्र पहुंचे और छापा मारा।
यह कार्रवाई शाम चार बजे तक चली। टीम ने मौके से केंद्र में कार्यरत दो कर्मियों किशनपुरा निवासी अंकित और जौरासी निवासी नरेंद्र को पुलिस के हवाले किया।
केंद्र का संचालक विकास नगर निवासी संजय और जिस मकान में केंद्र चल रहा था, उसका मालिक दिलबाग छापा पड़ने की सूचना मिलते ही भाग गए।
गांव बझिंल में रजवाहे के पास दो साल से संजय इसी गांव के रहने वाले दिलबाग के मकान में नशा मुक्ति केंद्र चला रहा था।
अंकित निवासी किशनपुरा, नरेंद्र निवासी जौरासी और महाबीर निवासी मतलौडा यहां पर कर्मचारी के तौर पर तैनात थे। उसने एक संस्था बनाई नई किरण, उसी के नाम से बगैर लाइसेंस नशा मुक्ति केंद्र खोला था।
छापे के दौरान प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने संजय और दिलबाग को मौके पर बुलाया लेकिन दोनों आए ही नहीं आए। तीसरा कर्मचारी महाबीर की फिलहाल पकड़ा नहीं गया।
छापामारी कर वहां से रिकॉर्ड और कुछ दवाइयों को कब्जे में लिया है। इनकी जांच की जा रही है। युवकों का कहना है कि उनसे यहां पर अमानवीय व्यवहार किया जाता था। ये केंद्र पूरी तरह से अवैध तरीके से बनाया गया था।
फिलहाल सभी युवकों को सिविल अस्पताल में रखा गया है। पुलिस में आरोपियों के खिलाफ शिकायत दे दी है।
-डॉ. संतलाल वर्मा, सिविल सर्जन पानीपत।