- March 16, 2016
जिलाधीश सतलुज व लोधी क्लब की प्रधानगी से तुरन्त इस्तीफा दें – श्रीपाल शर्मा
फाइव स्टार होटल की तरह महंगे क्लब है।
लुधियाना : आर. टी. आई. एण्ड ह्यूमन राइट एक्टिविस्ट के अध्यक्ष व समाज सेवक श्रीपाल शर्मा ने एक पत्र लिखकर सरकार के उच्चाधिकारिओ से मांग की है कि लुधियाना के जिलाधीश जो कि सतलुज व लोधी क्लब के प्रधान है उन्हें तुरन्त प्रधान पद से इस्तीफा दे देना चाहिए क्योंकि यह दोनों क्लब आम एन. जी. ओ. की तरह प्राइवेट है और इन क्लबो के द्वारा समाज भलाई के लिए कोई भी कार्य नही किया जाता केवल इन क्लबो में नाचने गाने , खेलने कूदने, शराब पीने के लिए बार का प्रबंध है। इन क्लबो की फीस लाखो रूपये है। साधारण लोग इन क्लबो के सदस्य बनने के बारे में सोच भी नही सकते क्योकि यह फाइव स्टार होटल की तरह महंगे क्लब है।
श्रीपाल शर्मा ने कहा कि जिलाधीश एक सरकारी अधिकारी है। उसकी जिम्मेवारी समाज भलाई, सेवा व जनता को सुरक्षा प्रदान करना है। हमारे यहां हर रोज़ गरीबी व क़र्ज़ से तंग आकर किसान आत्महत्या कर रहे है जगह जगह लूट, चोर बाज़ारी, छीना झपटी, भ्रस्टाचार, बेईमानी ने अपने पैर पसार लिए है, लोग सुरक्षित नहीं है हर रोज़ लोग सड़क दुर्घटनाओ में मर रहे है लोगो के पास बीमारी का इलाज़ करबाने के लिए पैसे नहीं है नशे से नौजवान बर्बाद हो रहे है ऐसी हालात में एक सिविल अधिकारी जिलाधीश को शोभा नहीं देता कि वह नाचने गाने, शराब पीकर मनोरंज़न करने वाले क्लब का प्रधान बन कर आम जनता की भावनाओं को ठेस पहुंचाए।
आगे उन्होंने कहा कि लुधियाने जिले में सैकड़ों संस्थाएं व क्लब और भी है जो जनता की भलाई के लिए दिन रात कार्य करते है ऐसी किसी भी क्लब या संस्था के जिलाधीश प्रधान नही है। अंग्रेजो दवारा शूरू किये गए सतलुज मनोरंजन क्लब का प्रधान बनना जिले के जिलाधीश को शोभा नही देता और यह जिले की सभी अन्य संस्थाओं व क्लबो से भेदभाव है कि जिलाधीश केवल मनोरंजन करने वाले दो क्लबों के ही प्रधान बना रहे। सरकार बताएं कि सतलुज व लोधी क्लब का प्रधान जिलाधीश को क्यों बनाया जाता है क्या राज है इसके पीछे ?
हमारी संस्था सरकार व जिलाधीश को निवेदन करती है कि जिलाधीश तुरंत सतलुज व लोधी क्लब की प्रधानगी पद से इस्तीफा दे या फिर वह लुधियाना की अन्य समाजिक संस्थाओं व क्लबो की प्रधानगी कबूल करे, जिससे साधारण जनता को लाभ मिले और अमीर गरीब का भेदभाव मिट जाए।
श्रीपाल शर्मा ने कहा कि यदि सरकार इस पर कोई एक्शन नहीं लेती और जिलाधीश सतलुज व लोधी क्लब के प्रधान पद से इस्तीफा नही देते तो वे हाईकोर्ट जाकर पूछेंगे कि जिलाधीश किस कानून व नियम के दायरे में इन क्लबो का प्रधान बनता चला आ रहा है जबकि लुधियाना में और भी सैंकड़ो संस्थाएं व क्लब है।
श्रीपाल शर्मा
094174-55666