दिव्यांगजनों की पहचान करने के लिए अभियान

दिव्यांगजनों की पहचान करने के लिए अभियान

हिमाचलप्रदेश —— राज्य के सभी जिलों में पात्र दिव्यांगजनों की पहचान करने के लिए विशेष राज्य स्तरीय अभियान आरम्भ किया गया है। लाहौल-स्पिति जिले में यह अभियान पहले ही पूरा कर लिया गया है। राज्य सरकार अधिक से अधिक दिव्यांगजनों की जांच के लिए विशेष विकलांगता शिविरों का आयोजन कर रही है ताकि पात्र दिव्यांगजनों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन प्रदान की जा सके।

सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की सचिव श्रीमती अनुराधा ठाकुर ने आज यहां कहा कि इन शिविरों का आयोजन व्यक्तियों में विकलांगता का पता लगाने के लिए खण्ड स्तर पर किया जा रहा है। राज्य सरकार ने 3 दिसम्बर, 2016 को विश्व विकलांगता दिवस से पूर्व अधिक से अधिक दिव्यांगजनों की जांच करने का लक्ष्य रखा है ताकि सभी पात्र पहली जनवरी, 2017 से सामाजिक सुरक्षा पेंशन प्राप्त करना शुरू कर सकें।

उन्होंने कहा कि विशेषज्ञ चिकित्सकों की मौजूदगी में इन शिविरों के आयोजन के लिए जिलावार विस्तृत कार्यक्रम तैयार किया गया है।

कांगड़ा जिले में यह अभियान पहले ही पहली नवम्बर, 2016 से आरम्भ हो चुका है। 3 नवम्बर, 2016 को नागरिक अस्पताल बैजनाथ में शिविर का आयोजन किया जाएगा, 4 नवम्बर को नागरिक अस्पताल नगरोटा-बगवां, 8 नवम्बर को नागरिक अस्पताल पालमपुर, 10 नवम्बर को नागरिक अस्पताल डाडासीबा, 11 नवम्बर को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र टियारा, 15 नवम्बर को नागरिक अस्पताल नूरपुर, 17 नवम्बर को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भवारना, 18 नवम्बर को नागरिक अस्पताल शाहपुर, 22 नवम्बर को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र इंदौरा, 24 नवम्बर को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र थुरल, 25 नवम्बर को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नगरोटा सूरियां और 29 नवम्बर को नागरिक अस्पताल फतेहपुर में शिविर का आयोजन किया जाएगा।

बिलासपुर जिले में शिविर 4 नवम्बर को क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर में, श्री नयना देवीजी में 22 नवम्बर को, भराड़ी में 24 नवम्बर को, क्षेत्रीय अस्ताल बिलासपुर में 25 नवम्बर को और जेहजवीं में 29 नवम्बर को शिविरों का आयोजन किया जाएगा।

चम्बा जिले के नागरिक अस्पताल भरमौर में 4 नवम्बर को, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सलूणी में 8 नवम्बर को, 9 नवम्बर को नागरिक अस्पताल तीसा, 22 नवम्बर को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चूरी और 29 नवम्बर को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र समोटी में शिविर आयोजित किए जाएंगें।

हमीरपुर जिले में इस अभियान के तहत 6 शिविरों का आयोजन किया जाएगा। 3 नवम्बर को नागरिक अस्पताल सुजानपुर, 10 नवम्बर को नागरिक अस्पताल टौणी देवी, 17 नवम्बर को नागरिक अस्पताल भोरंज, एक दिसम्बर को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नादौन और 8 दिसम्बर को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बड़सर।

कुल्लू जिले में अभियान की शुरूआत 16 नवम्बर को नागरिक अस्पताल मनाली से होगी। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ज़री में 17 नवम्बर को, नागरिक अस्पताल बंजार में 18 नवम्बर को, क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू में 19 नवम्बर को, नागरिक अस्पताल आनी में 22 नवम्बर को जबकि नागरिक अस्पताल निरमंड में 23 नवम्बर को शिविर लगाए जाएंगें।

सिरमौर जिले में यह शिविर डॉ. वाई एस. परमार स्नाकोत्तर मेडिकल कालेज नाहन में 3 नवम्बर को, पावंटा साहिब अस्पताल में 11 नवम्बर को, सराहन अस्पताल में 15 नवम्बर को, संगड़ाह अस्पताल में 23 नवम्बर को और शिलाई अस्पताल में 29 नवम्बर को आयोजित किए जाएंगे।
सोलन जिले में 5 शिविर आयोजित किए जाएंगे, जिनमें सोलन क्षेत्रीय अस्पताल में 16 नवम्बर को, नागरिक अस्पताल कुनिहार में 19 नवम्बर को, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पट्टा-महलोग में 21 नवम्बर को, नागरिक अस्पताल कंडाघाट में 23 नवम्बर को और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नालागढ़ में 25 नवम्बर को शिविर आयोजित किये जाएंगें।

शिमला जिले के कोटखाई में 16 नवम्बर को, कुमारसैन में 19 नवम्बर को, टिक्कर में 23 नवम्बर को, रामपुर बुशैहर में 26 नवम्बर को और चिड़गांव में 30 नवम्बर को शिविर आयोजित किए जाएंगें।
किन्नौर जिले में शिविरों का आयोजन सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भावानगर में 12 नवम्बर को, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पूह में 18 नवम्बर को और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सांगला में 19 नवम्बर को किया जाएगा।

ऊना जिले में ये शिविर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गगरेट में 9 नवम्बर को, नागरिक अस्पताल अम्ब में 16 नवम्बर को, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र थानाकलां में 23 नवम्बर को और प्रेम आश्रम ऊना में 30 नवम्बर को लगाए जाएंगें।

मण्डी जिले में शिविरों का आयोजन सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बरोट में 11 नवम्बर को शुरू किया जाएगा। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बलदवाड़ा में 17 नवम्बर को, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लडभड़ोल में 23 नवम्बर को और नागरिक अस्पताल गोहर में 28 नवम्बर को शिविरों का आयोजन किया जाएगा।

श्रीमती अनुराधा ठाकुर ने दिव्यांग जनों से इस अवसर का लाभ उठाने का अनुरोध किया है ताकि उनकी जांच की जा सकें और सामाजिक सुरक्षा पेंशन के लिए पात्र पाए जाने पर उन्हें अभियान के दौरान मौके पर ही पहचान पत्र जारी किए जाएंगे।

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