मिशन इन्द्रधनुष :

मिशन इन्द्रधनुष :

रायपुर –  (छत्तीसगढ) –  मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि बच्चों के स्वस्थ जीवन के लिए गांवों के साथ-साथ शहरी क्षेत्रों में भी शत-प्रतिशत टीकाकरण बहुत जरूरी है।

डॉ. सिंह आज दोपहर राजधानी रायपुर स्थित नवीन विश्राम भवन के सभागृह में मिशन इन्द्रधनुष के तहत आयोजित राज्य स्तरीय समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने दीप प्रज्जवलित कर समारोह का शुभारंभ किया और मिशन इन्द्रधनुष के लिए अपनी शुभकामनाएं दी।

उल्लेखनीय है कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा मिशन इन्द्रधनुष अभियान राज्य के अपेक्षाकृत कम टीकाकरण वाले आठ जिलों में अगले चार माह तक नियमित रूप से संचालित किया जाएगा। इस दौरान घर-घर पहुंचकर पात्र सभी बच्चों और गर्भवती माताओं को जरूरी टीके निःशुल्क लगाए जाएंगे। रायपुर नगर निगम के महापौर श्री प्रमोद दुबे भी इस अवसर पर उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने समारोह में दो बच्चों को पोलियो वेक्सींग की खुराक पिलाकर उन्हें अपना आशीर्वाद प्रदान किया।

मुख्यमंत्री ने समारोह में ग्रामीण इलाकों की तुलना में शहरी क्षेत्रों में टीकाकरण के कम प्रतिशत पर चिंता जताई  और शत-प्रतिशत उपलब्धि के लिए जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणजनों से सहयोग की अपील की। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा निःशुल्क उपलब्ध कराए गए टीकों के उपयोग से लोगों को जीवन भर गंभीर बीमारियों के प्रकोप से मुक्ति मिल जाएगी और वे स्वस्थ तथा खुशहाल जीवन गुजार सकेंगे। उन्होंने बड़े शहरों के मलिन बस्तियों में विशेष शिविर लगाकर इस शतप्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करने कहा है।

  मुख्य अतिथि की आसंदी से मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने कहा कि इंद्रधनुष अभियान समाज मेें खुशी का संदेश लेकर जाएगा। उन्होंने कहा कि टीकाकरण संबंधी थोड़ी सी चूक से  परिवार और समाज को भारी मूल्य चुकाना पड़ता है। पोलियो का उदाहरण देते हुए कहा कि इसके एक बूंद का काफी महत्व है। इसके अभाव से बच्चे विकलांग हो जाते है। पोलियो विकलांगता का दुनिया में कोई ईलाज नहीं है। डॉ. सिंह ने संपूर्ण दुनिया से पोलियो के उन्मूलन होने पर खुशी जाहिर की।

मुख्यमंत्री ने बीसीजी, ओपीव्ही, हीपेटाईटिस, खसरा जैसे बीमारियों का जिक्र करते हुए कहा कि इनके नाम सुनने से ही शरीर में सिहरन पैदा हो जाती है। लेकिन इनका उपचार उतना ही सरल है और यह इन टीकों के रूप में उपलब्ध है। डॉ. सिंह ने ग्रामीण क्षेत्रों की अपेक्षा शहरी इलाकों में टीकाकरण की कम प्रतिशतता पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि राजधानी रायपुर, न्यायधानी बिलासपुर सहित बलौदाबाजार, अम्बिकापुर आदि शहरों में 50 प्रतिशत के आस-पास टीकाकरण होता है।

इस कमी को दूर करने के लिए केन्द्र सरकार के सहयोग से चार माह का यह विशेष अभियान राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के हर बच्चे को टीकाकरण करके उसे स्वस्थ और सुरक्षित बनाना हमार लक्ष्य है। मुख्यमंत्री ने शिशु मृत्युदर और मातृ मृत्यु दर में पिछले दशक में आई उल्लेखनीय कमी के लिए स्वास्थ्य विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों को बधाई और शुभकामनाएं दी।

स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के आयुक्त श्री प्रताप सिंह ने अभियान की जरूरत और इसके क्रियान्वयन की रणनीति से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि मिशन इंद्रधनुष मूलतः राष्ट्रीय टीकाकरण मिशन की सूक्ष्म कार्य-योजना पर आधारित विशेष अभियान है।  इस अभियान के अंतर्गत प्रदेश के आठ जिलों- अम्बिकापुर, जशपुर, कोरबा, बिलासपुर, रायपुर, बलौदाबाजार, दंतेवाड़ा और बीजापुर शामिल हैं।

इन जिलों में बच्चों का पूर्ण एवं संपूर्ण टीकाकरण तथा गर्भवती माताओं में टिटेनस का कव्हरेज राज्य के औसत  कव्हरेज से कम है। इन आठ जिलों के चिन्हित हाई रिस्क क्षेत्रों और कम कव्हरेज वाले शहरी और ग्रामीण इलाकों में 7 अप्रैल से 15 अप्रैल तक अभियान का प्रथम चक्र चलाया जाएगा। मिशन इंद्रधनुष चार चक्रों में प्रति माह की सात तारीख से आरंभ होकर एक सप्ताह तक इन जिलों के उन सभी क्षेत्रों में जहां टीकाकरण का प्रतिशत कम है, चलाया जाएगा।

इसी तरह यह अभियान मई माह में 7 मई से जून माह में 8 जून से तथा जुलाई में 7 जुलाई से एक सप्ताह तक आयोजित किया जाएगा। अभियान के दौरान दो वर्षों तक के बच्चों को जिनका टीकाकरण अपूर्ण हो अथवा टीकाकरण से पूर्णतः वंचित हो, ऐसे बच्चों को बीसीजी, ओरल पोलियो वैक्सीन, डीपीटी, हीपेटाईटिस बी, मिसल्स के टीके लगाकर मदर-चाईल्ड प्रोटेक्शन कार्ड प्रदाय किया जाएगा।

स्वास्थ्य विभाग के संचालक श्री आर. प्रसन्ना ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने बताया कि अभियान के संचालन में विश्व स्वास्थ्य संगठन और यूनिसेफ का सहयोग भी मिल रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस मिशन के बाद राज्य में टीकाकरण का प्रतिशत वर्तमान 74 प्रतिशत से बढेगा और मातृ मृत्यु दर 46 प्रति हजार से कम होगा और लोग स्वस्थ और सुरक्षित होंगे।

यूनिसेफ के प्रतिनिधि श्री प्रशांत दास और डॉ. अजय मट्टू तथा विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रतिनिधि डॉ. मनीष सहित बड़ी संख्या में पार्षद और नगरजन उपस्थित थे। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के राज्य मिशन संचालक डॉ. फैयाज भाई तम्बोली ने आभार व्यक्त किया।

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