• April 8, 2016

इंडिया वाटर वीक-2016: नेशनल टास्क फोर्स का गठन

इंडिया वाटर वीक-2016: नेशनल टास्क फोर्स का गठन

जयपुर, 8 अप्रेल। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा कि सभी राज्यों को अपने पड़ोसी राज्यों की पेयजल सहित विभिन्न जरूरतों का ध्यान रखना चाहिए, तभी सही मायने में देश प्रगति के पथ पर आगे बढ़ सकेगा। उन्होंने केन्द्र सरकार से आग्रह किया कि वह अन्तर-राज्य जल समझौतों की सही ढंग से पालना करवाने में निर्णायक भूमिका निभाए।1

जल सम्बंधी सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए नेशनल टास्क फोर्स का गठन भी किया जाना चाहिए। श्रीमती राजे शुक्रवार को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में इंडिया वाटर वीक-2016 के समापन समारोह को सम्बोधित कर रही थीं। समारोह के मुख्य अतिथि राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि नेशनल टास्क फोर्स का गठन होने पर राज्यों की कृषि एवं जलवायु संबंधी परिस्थितियों के अनुरूप फसल चक्रों के निर्धारण में सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि राजस्थान में जल की कम उपलब्धता को देखते हुए सभी के लिए समान योजनाएं बनाने की नीति में बदलाव करना होगा, ताकि राज्य अपनी जरूरतों के मुताबिक योजनाएं बना सकें।

उन्होंने कहा कि राजस्थान देश का सबसे बड़ा सूखा प्रभावित राज्य है और 1949 से अब तक सिर्फ 6 वर्ष ही ऎसे बीते है, जब राज्य ने किसी प्रकार के सूखे का सामना नहीं किया है। इंदिरा गांधी नहर परियोजना के विषय पर राज्य का पक्ष रखते हुए श्रीमती राजे ने कहा कि इस परियोजना के निर्माण के समय रावी-व्यास नदी सिस्टम से अनवरत पानी मुहैया करवाने पर विस्तार से विचार नहीं किया गया। इसके कारण अभी तक इस नहर से अंतिम छोर के क्षेत्रों तक पानी की पहुंच सुनिश्चित नहीं हो पा रही है। साथ ही पुरानी एवं जर्जर नहरों से बड़ी मात्रा में रिसाव के चलते पानी बर्बाद हो रहा है और जल भराव से कृषि योग्य भूमि खराब हो रही है।

राजस्थान में जल संरक्षण के लिए अभिनव प्रयास      श्रीमती राजे ने कहा कि राज्य सरकार ने जल संरक्षण को परम्परागत तरीकों एवं नवीन तकनीकी को जोड़कर जल प्रबंधन की नई रणनीति बनाने के लिए राजस्थान रिवर बेसिन एवं वाटर रिसोर्स प्लानिंग अथोरिटी का गठन किया है। फोर वाटर कॉन्सेप्ट कार्यक्रम के अन्तर्गत वर्षा जल, सतही जल, भूमिगत जल एवं मृदा नमी के संरक्षण के कार्य किये जा रहे हैं।

भविष्य में ड्रिंकिंग वाटर ग्रिड के माध्यम से सभी आन्तरिक नदी बेसिनों को आपस में जोड़ा जायेगा। उन्होेंने कहा कि राजस्थान में मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान जन भागीदारी के माध्यम से जल संरक्षण का अनूठा एवं सफल कार्यक्रम है। इसके माध्यम से गांवों को जल के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के कार्य करवाये जा रहे हैं।

 केन्द्रीय ऊर्जा राज्यमंत्री से भेंट      इससे पूर्व श्रीमती राजे ने शुक्रवार को प्रातः नई दिल्ली के होटल अशोक में केन्द्रीय ऊर्जा राज्यमंत्री श्री पीयूष गोयल के साथ मुलाकात की और केन्द्र एवं राज्य सरकार के अधिकारियों की मौजूदगी में राज्य के ऊर्जा क्षेत्र से जुड़े लम्बित मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की। बैठक में प्रमुख शासन सचिव ऊर्जा श्री संजय मल्होत्रा भी मौजूद थे।

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