राहत: व्यापारियों को हाईकोर्ट से स्टे

राहत:  व्यापारियों को  हाईकोर्ट से स्टे

मुरैना (प्रमोद कुमार शर्मा) – जब राजनेताओं के यहां से निराशा हाथ लगी तो शंकर बाजार के व्यापारियों ने माननीय हाईकोर्ट की शरण ली, जहां न्यायाधीश ने सुनवाई करते हुए नगरपालिका प्रशासन द्वारा की जा रही तोडफ़ोड़ को रोकने के आदेश दे दिए हैं, जिससे शंकर बाजार के व्यापारियों ने राहत की सांस ली है।

शंकर बाजार के भवन स्वामी जोकि कई दशकों से उक्त बाजार में निवासरत होकर दुकानदारी करते हैं, उनके भवनों को नपा द्वारा अतिक्रमण मानते हुए तोडफ़ोड़ की कार्रवाई की जा रही थी। उक्त बाजार के भवन स्वामियों ने तोडफ़ोड़ को रोकने के लिए प्रशासन व सत्ताधारी दल के नेताओं के काफी हाथ पैर जोड़े, परंतु कोई राहत नहीं मिली। शंकर बाजार के निवासी प्रकाशचंद सांवला सहित 7 अन्य लोगों ने द्वितीय रिट 1089/15, 23 फरवरी 2015 को माननीय हाईकोर्ट जज बीबी राठी के यहां लगाई। जिसमें उन्होंने याचिकाकर्ता प्रकाशचंद सांवला सहित 7 अन्य के पक्ष में मध्यप्रदेश शासन व नपा मुरैना के विरूद्ध आदेश पारित किया।

माननीय न्यायालय ने कहा है कि मध्यप्रदेश नपा अधिनियम 1961 के विरूद्ध मध्यप्रदेश शासन एवं नपा प्रशासन मुरैना किसी भी संपत्ति को बिना कानूनी प्रक्रिया पूरी करे नहीं तोड़ सकेगा। उल्लेखनीय है कि हाईकोर्ट में प्रथम रिट 286/2011, 29 अप्रैल 2011 को माननीय एसएन अग्रवाल एवं न्यायाधीश एसके गंगेले हाईकोर्ट द्वारा याचिकाकर्ता विनोद ओझा सहित 30 अन्य के पक्ष में मध्यप्रदेश शासन, नपा मुरैना को आदेश पारित कर चुकी है।

उल्लेखनीय है कि शंकर बाजार के भवन स्वामियों को जब नपा ने अतिक्रमण हटाने की मुनादी कराई तो भवन स्वामियों में हड़कम्प मच गया और उन्होंने तोडफ़ोड़ को रोकने के लिए तमाम प्रयास किए और अपना पक्ष रखते हुए कहा कि उन पर पुरानी रजिस्ट्रियां हैं तथा नियमित सभी करों का भुगतान समय पर कर रहे हैं।

भवन स्वामियों ने अपना पक्ष प्रशासन एवं सत्ताधारी दल के समक्ष भी रखा, परंतु उन्हें निराशा हाथ लगी, तब उन्हें माननीय हाईकोर्ट की शरण लेनी पड़ी और यह भवन स्वामी स्टे प्राप्त करने में सफल रहे। इधर विकास व यातायात व्यवस्था को बनाने के नाम पर शहर से बेदखल किए गए हाथ ठेले वाले भी अब आरपार के मूड में आ गए हैं तथा वह भी न्यायालय की शरण ले सकते हैं।
दबंगों से डरी नगरपालिका
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कृषि उपज मण्डी गेट से लेकर गोपीनाथ की पुलिया तक नपा प्रशासन द्वारा की जा रही तोडफ़ोड़ में भेदभाव बरता जा रहा है। बताया जाता है कि कुछ दबंगों के डर से नपा उनके अतिक्रमण नहीं तोड़ रही, जबकि महावीर पुरा गली के यहां 90 फुट चौड़ी सड़क है, फिर भी वहां के भवन स्वामियों को डराया धमकाया जा रहा है। इसी प्रकार वेयर हाउस रोड पर भी कई जगह पक्षपात देखने को मिल रहा है।

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