• February 5, 2015

सवाई मानसिंह चिकित्सालय::स्वाईन फ्लू के उपचार हेतु 24 घंटे आउटडोर

सवाई मानसिंह चिकित्सालय::स्वाईन फ्लू के उपचार हेतु 24 घंटे आउटडोर

जयपुर – चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री राजेन्द्र राठौड़ ने प्रदेश में स्वाईन फ्लू की रोकथाम के लिये प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों सहित स्वाईन फ्लू से प्रभावित सभी क्षेत्रों में व्यापक स्तर पर स्क्रीनिंग करवाने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने सवाई मानसिंह चिकित्सालय में स्वाईन फ्लू के संभावित रोगियों के समुचित उपचार के लिये अनवरत् 24 घंटे आउटडोर चलाने के निर्देश दिये हैं।

श्री राठौड़ ने स्वाईन फ्लू के नमूनों की जांच रिपोर्ट 12 घंटे में ऑनलाईन उपलब्ध करावाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने प्रदेश के समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, जिला अस्पताल एवं मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में संदिग्ध स्वाईन फ्लू मरीजों के लिये अलग से आउटडोर की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिये हैं।

तेज बुखार, नाक बहना, गले व सिर में दर्द होने पर टेमीफ्लू

चिकित्सा मंत्री ने स्वाईन फ्लू के मुख्य लक्षण तेज बुखार, नाक बहना, गले व सिर में दर्द होने पर तत्काल निकटवर्ती चिकित्सा केन्द्र से सम्पर्क कर अपना उपचार प्रारम्भ कराने की अपील की है। उन्होंने बताया कि विशेषज्ञ चिकित्सकों की सलाह पर तेज बुखार, नाक बहना, गले व सिर में दर्द होने पर संबधित रोगी को टेमीफ्लू प्रारम्भ करने एवं नमूना लेकर जांच करवाने के निर्देश दिये गये हैं।

दवाओं की पर्र्याप्त उपलब्धता

श्री राठौड़ ने प्रदेश में स्वाईन फ्लू की दवाइयों की उपलब्धता की विस्तार से समीक्षा की और बताया गया कि टेमीफ्लू सहित सीरप एवं अन्य सभी दवाइयां पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। उन्होंने निदेशक जनस्वास्थ्य को प्रदेशभर में दवाईयों की उपलब्धता पर कड़ी नजर रखने एवं सभी स्थानों पर दवाईयों की आपूर्ति नियमित बनाये रखने के लिये विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिये हैं।

टास्क फोर्स की बैठक

स्वाईन फ्लू की रोकथाम के लिये डॉ. अशोक पनगडिय़ा की अध्यक्षता में गठित टास्क फोर्स की बैठक बुधवार को सायं स्वास्थ्य भवन में आयोजित की गयी।

डॉ. पनगडिय़ा ने प्रदेश के सभी ग्रामीण क्षेत्रों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, आशा-सहयोगिनियों एवं एएनएम के सहयोग से घर-घर से जाकर बुखार के रोगियों की जांच कराकर बुखार पीडि़तों का उपचार प्रारम्भ कराने के निर्देश दिये। स्वाईन फ्लू के लक्षण प्रतीत होने पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के समन्वय से जांच करवाकर उपचार प्रारम्भ करवाने के लिये कहा गया है। उन्होंने सभी सैटेलाईट चिकित्सालयों, जिला अस्पतालों एंव डिस्पेंसरियों में अलग से आउटडोर की व्यवस्था करने की भी आवश्यकता प्रतिपादित की।

डॉ. पनगडिय़ा ने सवाई मानसिंह अस्पताल में उपलब्ध करवायी जा रही सुविधाओं की विस्तार से समीक्षा की एवं मरीजों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुये धनवन्तरी ओपीडी के बेसमेंट में अलग से आउटडोर की व्यवस्था करने के निर्देश दिये।

बैठक में प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री मुकेश शर्मा, निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. बी. आर. मीणा, एसएमएस अस्पताल अधीक्षक डॉ. मानप्रकाश शर्मा व डॉ. बी. एल. नवल सहित टास्क फोर्स के सदस्यगण एवं संबंधित अधिकारीगण मौजूद थे।

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