- October 17, 2022
कीर्ति स्तंभ की स्थापना अतीत से प्रेरणा लेकर भविष्य के निर्माण के लिए आत्म-चिंतन और आत्म-अवलोकन
राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि कीर्ति स्तंभ की स्थापना अतीत से प्रेरणा लेकर भविष्य के निर्माण के लिए आत्म-चिंतन और आत्म-अवलोकन का प्रसंग है। यह भावी पीढ़ी को देश भक्ति, समाज सेवा के लिये सदैव समर्पित रहने की प्रेरणा और प्रोत्साहन देने की अनुकरणीय पहल है। राज्यपाल श्री पटेल छतरपुर जिले के बड़ामलहरा क्षेत्र में तीर्थधाम सिद्धायतन द्रोणगिरि में कीर्ति स्तंभ अनावरण कार्यक्रम को आज राजभवन से वर्चुअली संबोधित कर रहे थे।
राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा कि बच्चे देश का भविष्य होते हैं, उन्हें नैतिक और आध्यात्मिक रूप से मज़बूत बनाना, राष्ट्र निर्माण में योगदान का सार्थक और सराहनीय प्रकल्प है। उन्होंने कहा कि हमें अपने हर प्रयास और कार्य में यह सोचना चाहिए कि इससे देश को क्या लाभ होगा, देश के गरीब का कल्याण कैसे होगा। उन्होंने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश तेजी से आगे बढ़ रहा है। उनके द्वारा सबके साथ, विश्वास और प्रयासों से समावेशी समाज के विकास के लिए आत्म-निर्भर भारत निर्माण का कार्य किया जा रहा है। इस कार्य में योगदान का प्रभावी माध्यम वोकल फॉर लोकल है। उन्होंने बताया कि गांधीजी की आध्यात्मिक दृष्टि पर जैन दर्शन का गहरा प्रभाव था। जैन साधक और कवि श्रीमद् राजचन्द्र से गांधीजी को आध्यात्मिक मार्गदर्शन प्राप्त हुआ था। उन्होंने कहा कि सभी धर्मों के मूल में पूरी मानवता के कल्याण की भावना विद्यमान है। जैन दर्शन का अहिंसा परमो धर्म: का सिद्धान्त मानवता के कल्याण का पथ है। राज्यपाल श्री पटेल ने आभासी माध्यम से कीर्ति स्तंभ का अनावरण किया। कार्यक्रम में संस्थापक अध्यक्ष श्री चंद्रभान जैन, युवा आर्किटेक्ट कु. हर्षिका जैन का सम्मान किया गया।
छतरपुर जिले के प्रभारी, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री श्री ओम प्रकाश सखलेचा वर्चुअली शामिल हुए। उन्होंने कहा कि वर्तमान पूँजी प्रधान व्यवस्था में भी जैन समुदाय समाज सेवा के कार्यों में सबसे आगे रहता है। समाज के धार्मिक और श्रद्धा के केंद्र भी शिक्षा, स्वास्थ्य आदि समाज सेवा के विभिन्न कार्य संचालित करते हैं। उन्होंने जिले के भ्रमण पर कीर्ति स्तंभ के दर्शन के लिए आने की बात कही।
स्वागत उद्बोधन में तीर्थधाम सिद्धायतन के ट्रस्टी पं. राजकुमार शास्त्री ने क्षेत्र का परिचय दिया। संस्थापक अध्यक्ष श्री चंद्रभान जैन ने आभार माना। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष विधायक कुं. प्रद्युम्न सिंह लोधी, नगर परिषद अध्यक्ष बड़ामलहरा श्रीमती निशाराजे बुंदेला और बड़ी संख्या में नागरिक और विद्यार्थी मौजूद थे।