5 बिलियन डॉलर के निवेश के साथ सैमसंग होगी नेट ज़ीरो

5 बिलियन डॉलर के निवेश के साथ सैमसंग होगी नेट ज़ीरो

लखनऊ (निशांत कुमार) —सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स ने साल 2050 तक नेट ज़ीरो एमिशन का स्तर हासिल करने का लक्ष्य तय करते हुए $ 5 बिलियन (लगभग 39,760 करोड़ रुपये) से अधिक के निवेश की योजना बनाई है।
इस क्रम में दक्षिण कोरियाई कंपनी ने कहा है कि वह इस दशक के अंत तक स्मार्टफोन, टेलीविजन और उपभोक्ता डिवीजनों में और 2050 तक सेमीकंडक्टर सहित सभी डिविज़नों में नेट ज़ीरो एमिशन हासिल करने की योजना बना रही है। कंपनी उत्पादन प्रक्रिया में उत्सर्जन को कम करने सहित उन परियोजनाओं में पैसा लगाया जाएगा जिसमें गैस और इलेक्ट्रॉनिक कचरे का पुनर्चक्रण हो।
सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स के उपाध्यक्ष और सीईओ जोंग-ही हान ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “जलवायु संकट हमारे समय की सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है। इसके प्रति निष्क्रियता के परिणाम अकल्पनीय हैं और व्यवसायों और सरकारों सहित हम में से प्रत्येक के योगदान की आवश्यकता है। सैमसंग एक व्यापक योजना के साथ जलवायु परिवर्तन के खतरों का जवाब दे रहा है जिसमें उत्सर्जन को कम करना, नई प्रथाओं और नवीन प्रौद्योगिकियों और उत्पादों का विकास शामिल है जो हमारे ग्रह के लिए बेहतर हैं।”
ध्यान रहे कि सैमसंग ने अपने स्मार्टफोन, टेलीविजन और उपभोक्ता डिवीजनों में नेट ज़ीरो एमिशन प्राप्त करने की समय सीमा 2030 निर्धारित की है। वहीं इस टेक्नोलोजी क्षेत्र के दिग्गज की योजना साल 2050 तक अपने सभी वैश्विक परिचालनों में नेट ज़ीरो हासिल करने की है।
इसी के साथ कंपनी RE100 में भी शामिल हो गयी है। RE100 एक वैश्विक कॉर्पोरेट पहल है जिसके अंतर्गत जलवायु परिवर्तन और अन्य पर्यावरणीय मुद्दों से निपटने के लिए रिन्यूबल स्रोत वाली ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
सैमसंग, दक्षिण कोरिया का न सिर्फ सबसे अमीर उद्योग समूह है बल्कि देश के शीर्ष चार व्यावसायिक उद्यमों में से एक है। सैमसंग के साथ अन्य बड़े उद्योगों का नाम है एसके, हुंडई, और एलजी और इन्होने अभी तक कार्बन तटस्थता योजनाओं को शुरू नहीं किया है।
सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स के उपाध्यक्ष हान जोंग-ही ने इस महीने की शुरुआत में जर्मनी में IFA 2022 उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स शो में इस संभावित घोषणा का संकेत दिया था क्योंकि उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि कंपनी सततता योजनाओं की घोषणा करेगी।
सूत्रों के अनुसार, सैमसंग से अपेक्षा की जाती है कि वह अपने उत्पादन से सीधे उत्सर्जित होने वाली ग्रीनहाउस गैस को कम करने के बारे में अपनी योजनाओं की रूपरेखा तैयार करे, जिसे “स्कोप 1 उत्सर्जन” के रूप में जाना जाता है और बिजली और एयर कंडीशनिंग जैसे अप्रत्यक्ष स्रोतों, जिन्हें “स्कोप 2 उत्सर्जन” कहते हैं, से उत्सर्जन में कटौती करने के तरीकों पर गौर करे।
सैमसंग ने संयुक्त राज्य अमेरिका, यूरोप और चीन सहित अपने प्रमुख विदेशी उत्पादन स्थलों में पहले ही 100 प्रतिशत रिन्यूबल ऊर्जा उपयोग हासिल कर लिया है, लेकिन घरेलू बाज़ार में अब तक ऐसा नहीं हुआ था।
कंपनी के अनुसार, लैटिन अमेरिका और दक्षिण पश्चिम एशिया में भी जल्द ही यह लक्ष्य हासिल करने की उम्मीद है। फिलहाल कंपनी द्वारा ब्राजील और मैक्सिको में क्रमशः 94 प्रतिशत और 71 प्रतिशत है रिन्यूबल ऊर्जा का प्रयोग हो रहा है।
इस घटनाक्रम पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए एपीजी परिसंपत्ति प्रबंधन के एशिया प्रशांत, में जिम्मेदार निवेश और शासन के प्रमुख, यू-क्यूंग पार्क, कहते हैं, “यह स्वागत योग्य खबर है। इस कदम का मतलब है कि सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स के वरिष्ठ प्रबंधन ने बदलते कारोबारी माहौल और तेजी से बदलती जलवायु के अनुरूप फैसला लिया है। पिछले कुछ वर्षों में, सैमसंग के ग्राहकों और साथियों सहित वैश्विक अग्रणी आईटीसी कंपनियों ने न केवल कार्बन से संबंधित नियामक (और सामाजिक) दबावों को पूरा करने के लिए, बल्कि जलवायु परिवर्तन के समाधान का हिस्सा बनने के लिए भी प्रयास तेज कर दिए हैं। दूसरी ओर, जबकि इसकी कार्बन उत्सर्जन संख्या में वृद्धि जारी है, सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स ने कार्बन उत्सर्जन को सार्थक रूप से कम करने के मामले में एक स्पष्ट प्रतिबद्धता बनाने में थोड़ी देरी की है। मगर यह सकारात्मक विकास प्रशंसनीय है।”
सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स बिक्री के हिसाब से दक्षिण कोरिया की सबसे बड़ी कंपनी है, और 12.3% की हिस्सेदारी के साथ सेमीकंडक्टर बाजार में एक वैश्विक नेता भी है और 2021 में लगभग 20% की हिस्सेदारी के साथ स्मार्टफोन बाजार में है।
दक्षिण कोरिया में, उनके विकास ने उन्हें सबसे बड़ा बिजली उपभोक्ता और सबसे बड़ा ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जक बना दिया है। पिछले 10 वर्षों में, कंपनी के ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में लगातार वृद्धि हुई है और इसमें 137% से अधिक की वृद्धि हुई है।
इन्हीं सब वजहों से उन्हें लंबे समय से 100% रिन्यूबल ऊर्जा की ओर बढ्ने का आग्रह किया गया है, और 2018 में, कंपनी ने प्रतिज्ञा की कि 2020 तक अमेरिका, चीन और यूरोप में सभी संचालन 100% रिन्यूबल ऊर्जा से संचालित होंगे, जिसे हासिल कर लिया गया है। लेकिन सैमसंग ने दक्षिण कोरिया और वियतनाम में कार्यस्थलों के लिए, जहां बिजली उत्पादन जीवाश्म ईंधन पर बहुत अधिक निर्भर करता है, कोई प्रतिबद्धता नहीं दिखाई। यह प्रतिज्ञा करते समय सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स के कुल बिजली उपयोग के 80% से अधिक के लिए जीवाश्म ईंधन जिम्मेदार है।
अगर यह घोषणा सार्थक स्वरूप लेती है तो साल 2050 तक दक्षिण कोरिया और वियतनाम में सैमसंग 100% रिन्यूबल ऊर्जा पर निर्भर हो जाएगा। दक्षिण कोरिया और वियतनाम में सैमसंग की सेमीकंडक्टर और मोबाइल उत्पादन सुविधाएं स्थित हैं, और यह पहल दोनों देशों को स्वच्छ ऊर्जा की ओर संक्रमण में तेजी लाने में मदद करेगा।

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