ऑक्सीजन आपूर्ति राज्य शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता: मुख्यमंत्री श्री चौहान

ऑक्सीजन आपूर्ति राज्य शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता: मुख्यमंत्री श्री चौहान

भोपाल : — मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोविड संक्रमण के प्रबंधन में ऑक्सीजन आपूर्ति सुनिश्चित करना राज्य शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। आज 11 हजार से अधिक व्यक्ति कोरोना की जंग जीत कर स्वस्थ्य हुए हैं। प्रदेश में जनता कर्फ्यू का सकारात्मक असर दिखाई दे रहा है। पॉजिटिविटि रेट स्थिर हुआ है। जिला स्तर पर अब अधिक संक्रमण वाले क्षेत्रों को चिंहित करने की आवश्यकता है। शहरों ग्रामों में जिन क्षेत्रों में संक्रमण अधिक है उनका अध्ययन कर माइक्रो स्तर पर संक्रमण नियंत्रण के लिए रणनीति विकसित करना होगी। इन क्षेत्रों को माइक्रो कंटेनमेंट एरिया बनाकर संक्रमण को फैलने से रोकने और इसे समाप्त करने के प्रयास किये जायें।

मुख्यमंत्री श्री चौहान कोविड 19 की रोकथाम और व्यवस्थाओं के संबंध में निवास से कोरोना नियंत्रण कोर ग्रूप की वर्चुअल बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में कोविड नियंत्रण के कार्यों के परिवेक्षण और क्रियान्वयन के लिए मंत्रियों को सौंपे गये दायित्वों पर भी चर्चा हुई। बैठक में सभी संबंधित मंत्री, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्म्द सुलेमान तथा अन्य अधिकारी वर्चुअली सम्मिलित हुए।

भोपाल और ग्वालियर के लिए भी ऑक्सीजन एयर रूट

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। केन्द्रीय रेल मंत्री श्री पीयूष गोयल से चर्चा में यह तय हुआ है कि रेल मंत्रालय मध्यप्रदेश को भोपाल के लिए ऑक्सीजन ट्रेन प्रदान करेगा। यह ट्रेन बोकारो से रांची होते हुए भोपाल आयेगी। जिसमें ऑक्सीजन के भरे टैंकर मध्यप्रदेश लाये जायेंगे। इंदौर- जामनगर एयर रूट के बाद अब ग्वालियर रांची और भोपाल-रांची ऑक्सीलन एयर रूट से ऑक्सीजन की सप्लाई मध्यप्रदेश को की जायेगी। मध्यप्रदेश से खाली ऑक्सीजन सिलेंडर वायु सेना के विमान से भोपाल और ग्वालियर से रांची जायेंगे और वहाँ से सड़क मार्ग से भरे टेंकर वापस आयेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नाईट्रोजन टेंकर को ऑक्सीजन के लिए कंवर्ट करने और ट्रेन पर टैंकर लाने के लिए आवश्यक व्यवस्था की संभावनाओं पर भी कार्य किया जाये। ऑक्सीजन की आपूर्ति और उसके प्रदेश में वितरण के लिए अधिकारियों के दो उच्च स्तरीय समूह गठित किये गये हैं।

कोविड केयर सेंटरों की कार्य-प्रणाली का नियमित आकलन हो

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि होम आइसोलेशन में रह रहे व्यक्तियों की स्थिति उन्हें दवा और सलाह मिलने के क्रम आदि पर प्रभारी मंत्री और ओआईसी विशेष ध्यान दें। होम आइसोलेशन में ही मरीजों को स्वस्थ्य करने का हर संभव प्रयास किया जाये। कोविड केयर सेंटरों की व्यवस्था की समीक्षा में बताया गया कि 155 कोविड केयर सेंटर में 9 हजार 41 आइसोलेशन बेड और 32 केंद्रों में 618 ऑक्सीजन बेड की व्यवस्था कर ली गई है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोविड केयर सेंटरों की सेवाओं का आकलन वहाँ उपलब्ध चिकित्सा अधोसंरचना, इलाज, साफ-सफाई, भोजन व्यवस्था और मरीजों के फीड बैक के आधार पर किया जायेगा। यह भी अध्ययन करें कि इन केंद्रों से कितने व्यक्तियों को अस्पताल रेफर किया गया और कितने व्यक्ति स्वस्थ्य हुए हैं।

492 निजी अस्पतालों में रेट लिस्ट प्रदर्शित

प्रदेश के 497 निजी कोविड चिकित्सालयों में से 492 चिकित्सालयों में बिस्तरों की स्थिति और रेट लिस्ट प्रदर्शित की जा रही है। शासकीय और निजी स्वास्थ्य संस्थाओं में 49 हजार 660 बिस्तरों की क्षमता विकसित की गई है। मेडिकल किट वितरण का कार्य लगातार जारी है।

एम्स में आईसीयू के सौ बिस्तर बढ़ेंगे

चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग ने जानकारी दी कि भोपाल में एम्स में आईसीयू के सौ बिस्तर बढ़ाये जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त विभिन्न संगठनों के सहयोग से 2 हजार बिस्तरों की व्यवस्था की जा रही है।

Related post

पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

उमेश कुमार सिंह :  गुरुगोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं।…
जलवायु परिवर्तन: IPBES का ‘नेक्सस असेसमेंट’: भारत के लिए एक सबक

जलवायु परिवर्तन: IPBES का ‘नेक्सस असेसमेंट’: भारत के लिए एक सबक

लखनउ (निशांत सक्सेना) : वर्तमान में दुनिया जिन संकटों का सामना कर रही है—जैसे जैव विविधता का…
मायोट में तीन-चौथाई से अधिक लोग फ्रांसीसी गरीबी रेखा से नीचे

मायोट में तीन-चौथाई से अधिक लोग फ्रांसीसी गरीबी रेखा से नीचे

पेरिस/मोरोनी, (रायटर) – एक वरिष्ठ स्थानीय फ्रांसीसी अधिकारी ने  कहा फ्रांसीसी हिंद महासागर के द्वीपसमूह मायोट…

Leave a Reply