चुनाव आयोग के आदेश पर अफसरों का तबादला—खुफिया महानिदेशक एवं जिला पुलिस अधीक्षक तक

चुनाव आयोग के आदेश पर अफसरों का तबादला—खुफिया महानिदेशक एवं जिला पुलिस अधीक्षक तक

जी न्यूज——– लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय निर्वाचन आयोग (ईसी) ने पश्‍चिम बंगाल और आंध्रप्रदेश में कुछ अफसरों के तबादले कर दिए. चंद्रबाबू नायडू तो इस बात से इतने भड़के कि उन्‍होंने खुद को गिरफ्तार करने की चुनौती दे दी. चुनाव आयोग ने कोलकाता के पुलिस आयुक्त अनुज शर्मा और बिधान नगर के पुलिस आयुक्त ज्ञानवंत सिंह को स्थानांतरित कर दिया.

पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव को ईसी द्वारा लिखे गये एक पत्र में कहा गया कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एडीजी डॉ. राजेश कुमार को कोलकाता का नया पुलिस आयुक्त बनाया गया है, जबकि एडीजी और आईजीपी (संचालन) नटराजन रमेश बाबू को बिधाननगर का पुलिस आयुक्त बनाया है.

आयोग ने बिधाननगर के डीसी (हवाई अड्डा संभाग) अवन्नू रवींद्रनाथ को बीरभूम का नया पुलिस अधीक्षक नियुक्त किया और थर्ड बटालियन के डीसी केएपी श्रीहरि पांडे को डायमंड हार्बर का पुलिस अधीक्षक नियुक्त किया है.

आयोग के आदेश को तत्काल प्रभाव से लागू किया जाना है और स्थानांतरित अधिकारियों के संबंध में एक अनुपालन रिपोर्ट अगले 24 घंटों के भीतर भेजनी है.

आंध्र प्रदेश के मुख्य सचिव अनिल पुनेठा को हटाया गया

चुनाव आयोग ने आंध्र प्रदेश के मुख्य सचिव अनिल चंद्र पुनेठा को शुक्रवार को इस पद से हटा दिया और उनकी जगह 1983 बैच के वरिष्ठतम आईएएस अधिकारी एल वी सुब्रहमण्यम को नियुक्त किया. चुनाव आयोग ने आंध्रप्रदेश सरकार को एक संदेश भेजकर इसकी जानकारी दी. इससे पहले चुनाव आयोग ने दो शीर्ष नौकरशाहों को चुनाव के दौरान के लिए उनके पदों से हटा दिया था.

आयोग ने पुनेठा को चुनाव से असंबद्ध पद ही पर नियुक्त करने का भी निर्देश दिया. वह मई के अंत में सेवानिवृत्त होने वाले हैं. पुनेठा ने 27 मार्च को आंध्रप्रदेश उच्च नयायालय में एक रिट याचिका दायर कर खुफिया महानिदेशक ए बी वेंकेटेश्वर राव का तबादल करने के चुनाव आयोग के आदेश को चुनौती दी थी. हालांकि उच्च न्यायालय ने बीते शुक्रवार उनकी याचिका खारिज कर दी थी.

मुख्य सचिव को हटाने पर मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने केंद्र को उन्हें गिरफ्तार करने की चुनौती दी और मांग की चुनाव आयोग मुख्य सचिव को हटाने की वजह बताए. नायडू ने विशाखापत्तनम में एक रोड शो के दौरान कहा, ‘पहले उन्होंने (चुनाव आयोग ने) एक जिलाधिकारी का तबादला किया. फिर, खुफिया महानिदेशक एवं दो जिला पुलिस अधीक्षकों का एवं अब मुख्य सचिव का. क्यों? वे कारण नहीं बताते.’ उन्होंने कहा, ‘‘वे मुझे कल या परसों गिरफ्तार कर सकते हैं. मैं जेल जाने को तैयार हूं. मैं वहीं से लडूंगा.’ इस बीच भाजपा सांसद जी वी एल नरसिम्हा राव ने कहा कि मुख्य सचिव चंद्रबाबू नायडू का बलि का बकरा बन गये.

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