• November 22, 2018

रात्रि चौपाल—महिलाओं का सम्मान व आपसी भाईचारा हमारी पहचान

रात्रि चौपाल—महिलाओं का सम्मान व आपसी भाईचारा हमारी पहचान

– *एरोबिक्स, कराटे सहित अन्य खेल गतिविधियां रही आकर्षण का केंद्र*

बहादुरगढ़————-जिला प्रशासन की ओर से प्रशासनिक शिविर एवं रात्रि चौपाल कार्यक्रम के तहत बुधवार की सुबह आयोजित गतिविधियां बालौर गांव के लिए कई मायनों में बेहद खास साबित हुई।

उपायुक्त सोनल गोयल व पुलिस अधीक्षक पंकज नैन की अगुवाई में प्रशासन ने ग्रामीणों विशेषकर महिलाओं व युवाओं के साथ खेल गतिविधियों मेंं भागीदार बनते हुए ग्रामीणों को प्रोत्साहित किया। स्वच्छता रैली के माध्यम से ग्रामीणों को पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश दिया गया।

बुधवार की सुबह गांव के पार्क कम व्यायामशाला में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में जहां एक ओर महिलाओं ने अपना दम दिखाया , वहीं युवाओं ने भी प्रशासन की पहल में बढ़-चढ़ कर भागीदारी की। महिलाओं के लिए खास तौर पर आयोजित की गई खेल स्पर्धाओं में उपायुक्त सोनल गोयल ने भागीदारी करते हुए प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया। मटका रेस, आलू रेस, जूडो-कराटे, एरोबिक्स, वालीवाल व रस्साकशी सहित अन्य खेल गतिविधियों में हर आयु वर्ग के ग्रामीणों की भागीदारी रही।

*महिलाओं को आगे लाने की नई सोच :*

उपायुक्त सोनल गोयल ने ग्रामीण महिलाओं के साथ इस प्रतियोगिता में भागीदारी करते हुए उन्हें प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि महिलाओं को सशक्त, सक्षम, शिक्षित, सुरक्षित व समृद्ध बनाने के लिए जागरूकता के प्रयास लगातार जारी हैं। महिलाओं को आगे लाने के लिए कुछ नया करने की सोच पर काम करते हुए जिला प्रशासन की ओर से रात्रि ठहराव कार्यक्रम के साथ ही संवाद चौपाल लगाई जा रही है वहीं नारी शक्ति को समर्पित खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन करने की नई परंपरा भी प्रशासन की ओर से शुरू की गई है।

जनसमस्याओं के निराकरण के साथ ही खेल गतिविधियों का आयोजन अपनी तरह के इस अनूठे प्रयास का उद्देश्य केवल मनोरंजन नहीं बल्कि संवाद के जरिए महिलाओं में आत्मविश्वास पैदा करना है। उन्होंने खुशी जताई कि जिला प्रशासन की यह पहल सफल साबित होती भी नजर आई जब स्पर्धाओं में भागीदारी करने पहुंची महिलाओं का उत्साह देखते ही बना।

ग्रामीण महिलाओं व युवाओं ने उपायुक्त सहित जिला प्रशासन के उन तमाम अधिकारियों की कार्यशैली की जमकर सराहना की जिनकी सोच पर महिलाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिला। ग्रामीण महिलाओं ने प्रशासन की ओर से आयोजित कार्यक्रम में कहा कि इस तरह के आयोजनों से महिलाओं को आगे बढऩे की प्रेरणा मिलेगी और आत्मविश्वास भी बढ़ेगा। यहीं कारण है कि बेटियां अब कबड्डी ,कुश्ती सहित अन्य खेलों में प्रदेश व देश का नाम रोशन कर रही हैं।

*महिलाओं का सम्मान व आपसी भाईचारा हमारी पहचान :*

पुलिस अधीक्षक पंकज नैन ने कहा कि हमारे समाज में महिलाओं का सम्मान करना और आपसी भाईचारा बनाए रखना हमारे समाज की पहचान है। युवाओं को भी इस परंपरा को आगे बढ़ाना चाहिए। श्री नैन ने कहा कि जो युवा महिला के सम्मान व आपसी भाई चारे की बात करता है वह निश्चित तौर अच्छा कार्य कर रहा है।

उन्होंने कहा कि युवा शिक्षा के साथ-साथ खेलों में भी अपना भविष्य बनाएं। नशा आदि की प्रवृति से दूर रहे। उन्होंने कहा कि नियमित रूप से खेल के मैदान में आने से समस्याओं का समाधान अपने आप हो जाता है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण युवाओं को रचनात्मक व सकारात्मक सोच के साथ समाज व राष्ट्र निर्माण के कार्य में अपनी भागीदारी निभानी चाहिए।

इस अवसर पर एसडीएम बहादुरगढ़ जगनिवास, बीडीपीओ रामफल सिंह, जिला खेल अधिकारी सत्यदेव मलिक, डीएसपी हंसराज व सरपंच सतबीर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
————-

Related post

क्या भारत एक स्वस्थ युवाओं का देश भी है?

क्या भारत एक स्वस्थ युवाओं का देश भी है?

डॉक्टर नीलम महेंद्र : वर्तमान  भारत जिसके विषय में हम गर्व से कहते हैं कि यह…
नेहरू से हमें जो सीखना चाहिए

नेहरू से हमें जो सीखना चाहिए

कल्पना पांडे————-इतने सालों बाद हमे शर्म से ये स्वीकार कर लेना चाहिए कि धार्मिक आडंबरों, पाखंड…
और सब बढ़िया…..!   अतुल मलिकराम (लेखक और राजनीतिक रणनीतिकार)

और सब बढ़िया…..! अतुल मलिकराम (लेखक और राजनीतिक रणनीतिकार)

अतुल मलिकराम ——– सुख और दुःख, हमारे जीवन के दो पहिये हैं, दोनों की धुरी पर…

Leave a Reply