- June 12, 2018
ओएनजीसी के कार्यकारी अभियंता गौरव कादियान – कंगचनजंगा पर तिरंगा
झज्जर——— दुबलधन माजरा गांव के पर्वतारोही गौरव कादियान भारत की सबसे ऊंची और दुनिया की तीन सबसे ऊंची चोटियों में शुमार कंगचनजंगा पर तिरंगा फहराने वाले पहले हरियाणवी बन गए हैं।
उपायुक्त सोनल गोयल ने गौरव कादियान द्वारा जिला व प्रदेश का नाम रोशन करने पर सम्मानित किया और भविष्य की शुभकामनाएं दीं।
श्रीमती गोयल ने कहा कि गौरव ने प्रथम प्रयास में ही कंगचनजंगा की कठिन चढ़ाई को फतह कर युवाओं के लिए प्रेरणा का काम किया है।
पर्वतारोही गौरव कादियान ने उपायुक्त को बताया कि ओएनजीसी की पंद्रह सदस्यीय टीम को केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मैद्र प्रधान ने 12 अप्रैल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था।
दल के पांच साथियों सहित 20 मई को सुबह सवा आठ बजे कंगचनजंगा चोटी पर तिरंगा फहराने में सफल रहे, जबकि दल के अन्य साथी भी अगले दिन चोटी फतह करने में सफल रहे।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2014 के बाद कोई भी भारतीय पर्वतारोही कंगचनजंगा फतह नहीं कर पाया था। कंगचनजंगा भारतीय पर्वतारोहियों के लिए एक चुनौति बन चुका था।
ओएनजीसी ने मिशन कंगचनजंगा को फतह करने के लिए एक दल तैयार किया। मिशन कंगचनजंगा को फतह करने के लिए चुने गए पर्वतारोही दल को अटल बिहारी वाजपेयी माउंटियरिंग एंड एलाइड स्पोट्र्स संस्थान मनाली में पर्वतारोहण की बेसिक व एडवांस ट्रेनिंग दी गई।
ओएनजीसी में कार्यकारी अभियंता के पद पर कार्यरत 30 वर्षीय गौरव कादियान ने बताया कि पर्वतारोही बनने के लिए कठिन मेहनत्र, प्रशिक्षण और आत्मबल की जरूरत होती है। ओएनजीसी ने मिशन कंगचनजंगा के टीम चुनी तो उन्होंने पर्वतारोहण की चुनौति को स्वीकार किया ।
प्रशिक्षण के दौरान उन्होंने पता चला कि अब तक हरियाणा से कोई भी पर्वतारोही कंगचनजंगा फतह नहीं कर पाया है तो उन्होंने इसे दोहरी चुनौति के रूप में स्वीकार किया।
गौरव ने बताया कि कंगचनचंगा की कठिन चढ़ाई से पहले मांउट सतोपंत ऊचाई 7075 मीटर तथा माउंट सतोकांगड़ी ऊंचाई 6123 मीटर फतह ताकि मिशन कंगचनजंगा को पहली बार में ही फतह किया जा सके। इसी तैयारी की बदौलत ही कंगचनजंगा पर तिरंगा फहराकर उसी दिन बेस कैंप में लौटकर एक रिकार्ड बनाया।
गौरव की मां राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय गिजाडौद में प्राध्यापिका हैं। उन्होंने अपने बेटे की सफलता का श्रेय उनकी मेहनत को जज्बे को देते हुए कहा कि गौरव की पत्नी ने भी समय समय पर हौसला बढ़ाया।
पर्वतारोही गौरव ने कहा कि अगला मिशन ओएनजीसी तय करेगी। वो अगले मिशन के लिए तैयार है फिलहाल परिवार के साथ झज्जर में अपने निवास पर छुटियां बिता रहा हूं।
उपायुक्त श्रीमती गोयल ने कहा कि जिला प्रशासन गौरव की सफलता पर गौरवान्वित है और नियमानुसार जो भी मदद संभव होगी वह दी जाएगी।