- May 6, 2018
चिकित्सा क्षेत्र में बड़ा योगदान
शिमला ———- इन्दिरा गांधी आयुर्वेदिक चिकित्सा संस्थान शिमला के ऑर्थोपेडिक शल्य चिकित्सा विभाग द्वारा आयोजित उत्तरी क्षेत्र ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन के 37वें वार्षिक सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर ने कहा कि यद्यपि हिमाचल प्रदेश एक छोटा राज्य है, फिर भी चिकित्सा क्षेत्र में इसका बहुत बड़ा योगदान है।
उन्होंने कहा कि राज्य के चिकित्सक देश के बहुत से प्रतिष्ठित स्वास्थ्य संस्थानों में लोगों को गुणवत्तायुक्त स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहे हैं, जो राज्य के लोगों के लिए गौरव की बात है।
श्री जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि ऑर्थोपेडिक विभाग को मजबूत किया जाए ताकि लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जा सकें।
उन्होंने कहा कि निरन्तर बढ़ रही सड़क दुर्घटनाएं चिन्ता का कारण हैं, जिसके चलते ऑर्थोपेडिक विभाग को लोगों को आपातकालीन सेवाएं प्रदान करने के लिए अतिरिक्त समय तक काम करना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि यह भी सुनिश्चित बनाया जाएगा कि आईजीएमसी में लोगों को सर्वोत्तम विशेषज्ञ स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हों ताकि उन्हें उपचार के लिए राज्य से बाहर न जाना पड़े।
उन्होंने कहा कि सरकार विभाग को नवीनतम उपकरणों के साथ सुसज्जित करने के लिए हर सम्भव सहायता प्रदान करेगी। उन्होंने चिकित्सकों से स्वास्थ्य क्षेत्र को मजबूत करने के लिए एक विज़न दस्तावेज तैयार करने का आग्रह किया, जो राज्य की भौगोलिक स्थितियों के अनुरूप हो।
शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि पहाड़ी राज्य होने के कारण यहां दुर्घटनाओं के अधिक मामले हैं और इसके चलते ऑर्थोपेडिक विभाग को और मजबूत बनाने पर बल दिया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि आईजीएमसी ऑर्थोपेडिक विभाग को उचित स्थान प्रदान किया जाना चाहिए ताकि मरीजों को उपचार के लिए किसी प्रकार की असुविधा न हो।
उन्होंने कहा कि हालांकि प्रदेश के स्वास्थ्य मानक देश के अधिकांश राज्यों की तुलना में श्रेष्ठ हैं, लेकिन अभी बहुत कुछ किया जाना बाकि है। उन्होंने कहा कि राज्य के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में मरीजों को 330 जेनेरिक दवाईयां निःशुल्क उपलब्ध करवाई जा रही हैं।