- November 30, 2016
वन मंत्री ने की समीक्षा बैठक
हिमाचल प्रदेश ——– वन एवं मत्स्य मंत्री श्री ठाकुर सिंह भरमौरी ने आज यहां सचिवालय में वन विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में वन विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न परियोजनाओं के बारे में चर्चा की गई।
वन मंत्री ने मध्य जलागम योजना के अधिकारियों केा निर्देश दिए कि जलागम योजना द्वारा चलाए जा रहे कार्याें को शीघातिशीघ्र पूर्ण किया जाए, क्योंकि 31 मार्च, 2017 को यह परियोजना समाप्त हो रही है। गौरतलब है कि परियोजना की अवधि 31 मार्च 2016 का पूर्ण हो गई थी तथा प्रदेश सरकार के प्रयासों से इसकी अवधि एक वर्ष और बढ़ाने की मंजूरी मिली है, जोकि 31 मार्च, 2017 को समाप्त हो रही है।
श्री भरमौरी ने यह भी कहा कि इस वर्ष परियोजना के अन्तर्गत लक्षित 65 प्रतिशत कार्य पूरे किए जा चुके है। उन्हंोंने यह भी जानकारी दी कि परियोजना में कार्यरत सभी कर्मचारियों को विभाग में चल रही विभिन्न परियोजनाओं में कार्य दिए जाएगें व किसी भी कर्मचारी को नौकरी से नहीं हटाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि वानिकी कार्यों के लिए 1400 करोड़ रू0 की नई परियोजना भी स्वीकृती हेतु भेजी गई है। उन्होंने कहा कि मध्य जलागम परियोजना की तरह इस परियोजना में पुरे प्रदेश में कार्य किए जांएगें।
इस अवसर उन्होंने कहा कि जर्मन सरकार व जर्मन बैंक द्वारा परियोजित परियोजना चम्बा व कांगडा जिला में शुरू किया गया है। इस बैठक में इस परियोजना पर भी समीक्षा की गई तथा कहा कि जल्द ही जमीनी स्तर पर इस पर कार्य अमल में लाए जांएगें, जिसे स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा व लैटांना उन्नमोलन पश्चात पौध रोपण से प्रदेश और अधिक हरा भरा होगा।
कार्बन कै्रडिट द्वारा 1.63 करोड़ रू0 प्रदेश को पहले प्राप्त हो चुके हैं तथा भविष्य में भी अगर हम हरित आवरण बढ़ाने में सफल होते हैं, तो प्रदेश सरकार के लोगों तथा समुदायों को और अधिक निधि मिलेगी।
इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश राज्य वन निगम के उपाध्यक्ष श्री केवल सिह पठानिया प्रधान मुख्य अरण्यपाल श्री एस. एस. नेगी, मुख्य परियोजना अधिकारी श्री अवतार सिहं, अतिरिक्त प्रधान मुख्य अरण्यपाल श्री विनीत कुमार, अतिरिक्त प्रधान मुख्य अरण्यपाल श्री आर. सी. कंग, के.एफ.डब्ल्यु परियोजना के मुख्य अधिकारी डा. सुरेश शर्मा व अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।