• April 9, 2015

5 से कम बीएसटीसी वाले जिलों में नवीन संस्थान, सीटों में वृद्धि का निर्णय

5 से कम बीएसटीसी वाले जिलों में नवीन संस्थान, सीटों में वृद्धि का निर्णय

जयपुर -राज्य सरकार ने प्रदेश के उन 12 जिलों में जहां पर 5 से कम राजकीय अथवा निजी बीएसटीसी शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान संचालित है, वहां बीएसटीसी कोर्स के लिए नवीन निजी संस्थाओं अथवा मौजूदा संस्थानों को सीटों में वृद्घि की स्वीकृति/अनापत्ति  दिये जाने का निर्णय लिया है।

शिक्षा राज्य मंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी ने बताया कि  इस समय प्रदेश में संचालित 284 राजकीय व निजी बीएसटीसी प्रशिक्षण संस्थानों में 14 हजार 820 छात्राध्यापक प्रतिवर्ष अध्ययन करने की क्षमता है। बीएसटीसी के नवीन संस्थान और सीटों में अभिवृद्घि किए जाने से अब और अधिक शिक्षक प्रशिक्षण की सुविधाएं प्रदेश में हो सकेगी।  इससे उन 12 जिलों के अभ्यर्थियों को भी फायदा होगा जिन्हें पहले अपने यहां सीटें कम होने के कारण दूसरे जिलों में जाकर प्रवेश लेना पड़ता था। यह जिले हैं- भीलवाड़ा, सवाई माधोपुर, दौसा, जैसलमेर, पाली, सिरोही, बारां, झालावाड़, बांसवाड़ा, चित्तौडग़ढ़, डूंगरपुर और प्रतापगढ़।

प्रो. देवनानी ने बताया कि राज्य सरकार ने प्रदेश में संचालित राजकीय शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों में शारीरिक शिक्षण प्रशिक्षण  कोर्स हेतु भी मान्यता बढ़ाये जाने की स्वीकृति/अनापत्ति प्रदान किए जाने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि डीपीएड कोर्स के लिए वर्तमान में मात्र एक ही संस्थान जोधुपर में राजकीय शारीरिक शिक्षक महाविद्यालय कार्यरत है।

डीपीएड कोर्स के लिए नवीन निजी संस्थाओं को मान्यता प्रदान किए जाने की अनुमति प्रदान करने से शारीरिक शिक्षक प्रशिक्षण की सीटों में भी वृद्घि होगी। उन्होंने बताया कि इस संबंध में राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद्, नई दिल्ली को अवगत कराया गया है।

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