फूड प्रोसेसिंग की राष्ट्रीय-स्तर पर पहचान

फूड प्रोसेसिंग की राष्ट्रीय-स्तर पर पहचान
 

कुटीर एवं ग्रामोद्योग तथा उद्यानिकी मंत्री सुश्री कुसुम महदेले ने कहा है कि मध्यप्रदेश के फूड प्रोसेसिंग और बाबई कृषि फार्म को विकसित तथा विस्तारित किया जायेगा। इसके साथ ही आई.टी. से जोड़कर इनकी राष्ट्रीय-स्तर पर पहचान बनायी जायेगी।

सुश्री महदेले आज एम.पी. एग्रो के संचालकों को संबोधित कर रही थीं। बैठक में प्रमुख सचिव कुटीर एवं ग्रामोद्योग श्री प्रवीर कृष्ण, एग्रो के प्रबंध संचालक श्री एस.के. मिश्रा और आयुक्त उद्यानिकी श्री एम.एस. धाकड़ भी उपस्थित थे।

सुश्री कुसुम महदेले ने प्रदेश में फूड प्रोसेसिंग को विस्तार देने के लिये सभी 51 जिलों की प्रस्तावित प्रोजेक्ट रिपोर्ट आगामी 6 जून तक प्रस्तुत करने को कहा। उन्होंने जिलेवार होने वाली उद्यानिकी फसलों की जानकारी भी देने को कहा। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कृषि के साथ-साथ उद्यानिकी के क्षेत्र में भी निरंतर वृद्धि हो रही है। सुश्री महदेले ने एग्रो को अपनी व्यावसायिक गतिविधियाँ बढ़ाने को कहा।

एग्रो को किसानों का विश्वास अर्जित करने तथा व्यवसाय बढ़ाने के लिये व्यवसायिक गतिविधियों की समीक्षा करने के निर्देश दिये। सुश्री महदेले ने अधिकारियों से किसानों को वाजिब मूल्य पर कृषि यंत्र उपलब्ध करवाने को कहा। एग्रो किसानों को इस बात के लिये प्रेरित करें कि वे उसके द्वारा विक्रय किये जा रहे कृषि यंत्रों का अधिकाधिक उपयोग करें।

श्री प्रवीर कृष्ण ने कहा कि हर जिले में खाद्य प्र-संस्करण केन्द्र बनाने की योजना को अंतिम रूप दिया जा रहा है। उद्यानिकी और फूड प्रोसेसिंग को बढ़ावा देकर आय में कई गुना वृद्धि के साथ ही आगामी 5 साल में इस क्षेत्र में नया अध्याय लिखा जायेगा। उन्होंने यह भी बताया कि मध्यप्रदेश को सिल्क स्टेट बनाने की योजना भी है।

सिल्क, उद्यानिकी और फूड प्रोसेसिंग के लिये शीघ्र नीति और विजन तैयार होगा। इसके लिये अगले 15 दिन में लगभग 1000 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट तैयार होगा। तीनों क्षेत्र को आई.टी. से जोड़ने के लिये प्रत्येक जिले में दो-दो डाटा एन्ट्री ऑपरेटर भी नियुक्त होंगे। फूड प्रोसेसिंग के कार्यों के लिये एग्रो को नोडल एजेंसी नियुक्त किया गया है।

श्री एस.के. मिश्रा ने एग्रो की व्यावसायिक गतिविधियों की जानकारी देते हुए बताया कि सभी जिलों को व्यवसाय बढ़ाने के निर्देश दिये गये हैं। एग्रो ने वर्ष 2014-15 में 1259.62 करोड़ का व्यवसाय किया है। उन्होंने कहा कि एग्रो के व्यवसाय में वृद्धि के लिये लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। प्रत्येक स्तर पर समीक्षा के साथ ही जिलों को जरूरी निर्देश दिये गये हैं।

एग्रो अपने व्यवसाय में मुख्य रूप से ट्रेक्टर एवं पम्प-सेट एसेसरीज, स्प्रिंकलर, पाइप, रासायनिक उर्वरक, पोषण-आहार सामग्री, पेस्टीसाइड्स, बीज एवं पौधे आदि का विक्रय किसानों को करता है। बैठक के शुरू में श्री मिश्रा ने सुश्री कुसुम महदेले का स्वागत भी किया।

प्रलय श्रीवास्तव

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