• February 27, 2016

प्रदेश विरोधी ताकतों ने दंगे भड़काए-कृष्ण बेदी

प्रदेश विरोधी ताकतों ने दंगे भड़काए-कृष्ण बेदी
1. आरक्षण के मामले में भी मुख्यमंत्री ने हमेशा बात की।     2.  प्रकाश सिंह आयोग का गठन ——
3. प्रो. वीरेंद्र  पर पहले से ही शक ***********  4 . संदिग्ध भूमिका वाले अधिकारियों पर कार्रवाई–
5. एसपी व एसएचओ  के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग ******************** 6. मूक दर्शक पुलिस —–
7. कई बार एसपी को फोन ————-8. व्यापारियों को  धमकी—— 9. थाना प्रभारी लाइन हाजिर — 
कैथल  27 फरवरी(राजकुमार अग्रवाल ) —-प्रदेश मंत्री कृष्ण बेदी ने कहा कि जातीय आंदोलन ने प्रदेश के भाईचारे और विकास को बिगाड़ कर रख दिया है। वे आज करनाल रोड़ स्थित समाज सेवी यशपाल वालिया के निवास पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि  मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने सता संभालते ही सबसे पहले प्रदेश में से भ्रष्टाचार पर नकेल डाली और प्रदेश में ऐसा वातावरण तैयार कर दिया था, जिसमें विदेशी कंपनियों ने चार हजार करोड़ रुपए निवेश करना था। जिससे प्रदेश के लाखों  युवाओं को रोजगार भी मिलना था। परंतु इस नेतृत्व वहिन आंदोलन ने सब माहौल खराब कर दिया। इस आंदोलन के बाद वे बहुत आहात हुए है।
आरक्षण के मामले में भी मुख्यमंत्री ने हमेशा बात की। 
बेदी ने कहा कि जब-जब आरक्षण को लेकर जाट समुदाय के लोगों ने बात करने के लिए कहा मुख्यमंत्री ने उन्हें पुरा समय दिया और आंदोलन के दौरान भी पहले ही दिन उनकी सभी मांगे मान ली गई थी। परंतु कुछ प्रदेश विरोधी ताकतों ने  जिनकी मंशा कुछ और थी इस आंदोलन को भड़काने का काम किया। दोषी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाऐगी। इस उपद्रव में जिनकी भी संदिग्ध भूमिका रही है चाहे वो नेता हो, अधिकारी हो या कर्मचारी हो जांच के बाद कानून कार्रवाई की जाऐगी।
प्रकाश सिंह आयोग का गठन ——————-   मंत्री कृष्ण कुमार बेदी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने इस उपद्रव के बाद नुकसान का आंकलन करने के लिए, संदिग्ध भूमिका निभाने वाले अधिकारियों की जांच के लिए पूर्व डीजीपी प्रकाश सिंह के नेतृत्व में एक आयोग का गठन किया है।   रिपोर्ट 45 दिनों के अंदर सरकार को सौंपेगा। इसमें नुकसान हुए हर व्यक्ति को मुआवजा देकर सरकार लोगों के जख्मों पर मरहम लगाने का काम करेगी।
प्रो. वीरेंद्र जैसे लोगों की भूमिका पर पहले से ही शक था-बेदी। 
पत्रकारों के पूछने पर बेदी ने प्रो. वीरेंद्र के आडियों क्लीप के बारे में कहा कि ऐसे लोगों की भूमिका पर पहले दिन से ही शक था जो अब जग जाहिर हो चुका है। जनता से कुछ भी छुपाकर नहीं रखा जाता है। ऐसे लोग प्रदेश के प्रगति और
 विकास को हजम नहीं कर पा रहे थे। 
 इस मौके पर अनाज मंडी प्रधान सतीश हजवाणा, प्रेम धीमान, गौरव वालिया, दीपक वालिया, डा. सुशील वालिया, सेवा सिंह खारा भी मौजूद थे।  27pun02
संदिग्ध भूमिका वाले अधिकारियों पर कार्रवाई————–– भाजपा के जिलाध्यक्ष सुभाष हजवाणा ने कहा कि सरकार दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। वे आज पूंडरी में आंदोलन में पीडि़त लोगों का दर्द सुनने के लिए आए हुए थे। उन्होंने प्रभावित स्थानों और दुकानों का भी दौरा किया। इस दौरान हजवाणा ने प्रभावित दुकानदार, खोखा व रेहड़ी वालों को विश्वास दिलवाया कि उनके नुकसान कि सरकार भरपाई करेगी। उपद्रव भड़काने में जिन लोगों व अधिकारियों की भूमिका रही है सरकार उनकी जांच कर रही है  और धीरे-धीरे वे लोग बेनकाब भी हो रहे है। जिन पर पुरी कार्रवाई की जाऐगी।
उन्होंने कहा कि जिन लोगों का नुकसान हुआ है वे सरकार की तरफ से भरवाये जा रहे प्रोफार्मा को पुरी ईमानदारी से भरकर दें। जिन लोगों ने नुकसान के बाद  एफआरआई दर्ज नहीं करवाई वे करवाएं। पीडि़त कई लोगों ने कहा कि प्रोफार्मा में नुकसान कम दिखाना पड़ रहा है, क्योंकि परे समान के उनके पास बिल नहीं थे, ऐसे में उनके पूरे नुकसान की भरपाई कैसे होगी, तो हजवाणा ने कहा कि  इस संदर्भ में मुख्यमंत्री से भी बात कर पुरी स्थिति से अवगत करवाया जाऐगा और कोई ठोस रास्ता निकाल लिया जाऐगा।
उन्होंने लोगों से आपसी भाई चारा बनाए रखने की अपील की। वो एक-एक कर सभी पीडि़त दुकानदारों से मिले और  उन्हें पुरी मदद दिलवाने का भरोसा दिया। इस मौके पर दर्शन वालिया, पार्षद बोबी सैनी, कुलदीप सैनी, कृष्ण सैनी, देवीदयाल, पालाराम सैनी, नरेश कुमार व बलजीत भी मौजूद थे।
एसपी व एसएचओ  के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग —————– व्यापार संगठनों की बैठक पेहवा चौंक पर सुरेंद्र के प्रतिष्ठान पर हुई। जिसकी अध्यक्षता संगठनों के प्रधान योगेश उप्पल, हरीश लाल व रामरूप परजापत ने की। व्यापारियों ने जाट आंदोलन के दौरान शहर में हुई उपद्रविता में पुलिस की  भूमिका को लेकर रोष प्रकट किया गया। व्यापारियों ने मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम भेजी शिकायत में पुलिस अधीक्षक कैथल कृष्ण मुरारी, थाना एसएचओ पूंडरी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की गई और अन्य  पुलिस कर्मचारियों की भी उस दौरान की काल डिटेल निकलवाने की मांग की।27pun03
व्यापारियों ने रोष प्रकट करते हुए कहा कि उस जातिय अहिंसा में कई लोगों का तो रोजगार बुरी तरह खत्म हो गया और काफी व्यापारियों के साथ लूटपाट हुई। जिसकी दहशत आज तक भी लोगों के दिमाग में से निकल नहीं रही है। पूंडरी में हुई तोडफ़ोड़ और आगजनी के पीछे पुलिस के लोगों की बहुत बड़ी भूमिका रही, अगर पुलिस चाहती तो उपद्रव को समय पर रोका जा सकता था।
मूक दर्शक पुलिस ——  व्यापारियों ने दुख प्रकट करते हुए कहा कि एक बार नहीं कई बार पुलिस की मौजूदगी में उपद्रवी उत्पात मचाते रहे और पुलिस कर्मचारी खड़े तमाशा देखते रहे या फिर आगे वो लोग तोडफ़ोड़ व लूट पाट करते हुए जा रहे थे और पीछे-पीछे  पुलिस कर्मचारी जैसे उन्हें सुरक्षा प्रदान कर रहे हो जा रहे थे। जब व्यापारियों और शहर के लोगों ने उन्हें खदेडऩे की कोशिश की तो उस समय पुलिस हरकत में आई वो भी जातिय अहिंसा फैलाने वालों के खिलाफ नहीं बल्कि जो लोग उन्हें  ऐसा करने से रोक रहे थे। उन्हें ही भगाने का काम किया।
कई बार एसपी को फोन ————-  संगठन प्रधानों ने बताया कि जब शहर में लूटपाट और आगजनी का तांडव हो रहा था। उस समय एसपी को कई बार फोन किया गया और एसपी ने या तो फोन उठाया ही नहीं और उठाया तो उनकी कोई सुनवाई नहीं की। पूंडरी शहर के अंदर जो कुछ भी हुआ वह नहीं होना था अगर पुलिस सुरक्षा करती तो। व्यापारियों ने कहा कि अगर पुलिस अधिकारियों के खिलाफ शीघ्र कोई कार्रवाई नहीं हुई तो वे मुख्यमंत्री से चंडीगढ़ में भी मिलकर अवगत करवाएंगे।
व्यापारियों को  धमकी————–  बैठक में इस बात को लेकर भी रोष प्रकट किया गया कि अब उनकी आवाज को भी बदमाशों द्वारा धमकी देकर दबाने की कोशिश की जा रही है। व्यापारियों ने कहा कि अब वो न्याय मिलने तक चुप नहीं बैठेंगे और अगर किसी भी व्यापारी  के साथ कोई अप्रिय घटना घटती है तो उसकी जिम्मेवारी जिला प्रशासन की होगी।
बैठक में कृष्ण कुमार सैनी, राकेश कुमार, अमित कुमार, ओमप्रकाश, कुलवंत सिंह, जयकिशन, बलबीर सिंह, बलबीर सिंह व जिले सिंह भी मौजूद थे।
 थाना प्रभारी लाइन हाजिर ——————-पूडरी थाने का अशोक कुमार ने संभाला कार्यभार। जाट आंदोलन के बाद उपद्रव में लोगों के निशाने पर रहे थाना प्रभारी नवीन कुमार पर प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए उन्हें लाइन हाजिर कर दिया है और क्षेत्र में अमनशांति बनाए रखने के  लिए अशोक कुमार को नए थाना प्रभारी के रूप लगाया गया है। इससे पहले भी वे पूंडरी थाना के इंचार्ज रह चुके है। नवनियुक्त प्रभारी ने कहा कि कानून व्यवस्था व आपसी भाईचारा बनाए रखना उनकी पहली प्राथमिकता रहेगी।

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