नाबलिग बालक के प्रताड़ना का प्रकरण

नाबलिग बालक के प्रताड़ना का प्रकरण

कोण्डागांव (छत्तीसगढ)/ रंजीत —— जिला मुख्यालय कोण्डागांव के नाका पारा में नाबलिग बालक के प्रताड़ना का प्रकरण प्रकाश में आया है। जिसमें पुलिस विभाग एवं जिला बाल संरक्षण ईकाई द्वारा तत्परतापूर्वक कार्यवाही करके बालक को संबंधित व्यक्ति के कब्जे से छुड़ाकर सूरज बाल विकास संस्थान भेजा गया।

महिला बाल विकास विभाग द्वारा प्राप्त जानकारी अनुसार डी.एन.के. कॉलोनी नाका पारा के बबलू गायकवाड नामक व्यक्ति द्वारा पीड़ित बालक श्याम (परिवर्तित नाम) पिता प्रताप, निवासी जिला-दमोह (म.प्र.) को पढ़ाने के बहाने उक्त बालक के माता-पिता की सहमति से कोण्डागांव लाया गया था।

बबलू गायकवाड द्वारा उक्त बालक को किसी भी स्कूल में दाखिला नहीं कराया गया। अपितु बालक से घर के काम करवाये जाते थे। इसके अलावा मारपीट की भी सूचना प्राप्त हुई थी। किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा सूचना प्राप्त होने पर उप-पुलिस अधीक्षक श्रीमती संगीता पीर्ट्स एवं उप-निरीक्षक सुश्री मनोरमा कुर्रे द्वारा कार्यवाही करते हुए उक्त बालक को संबंधित व्यक्ति के कब्जे से छुड़ाकर बाल कल्याण समिति कोण्डागांव में प्रस्तुत किया गया।

समिति के आदेशानुसार बालक को अस्थायी रुप से सूरज विकास संस्थान बाल गृह कोण्डागांव में रखा गया है। इकाई द्वारा बालक का सामाजिक अन्वेषण बालक के मूल जिले से करवाने के पश्चात एवं राज्य शासन के अनुमति प्राप्ति के बाद बालक को उसके मूल जिले की बाल कल्याण समिति को सौंपा जायेगा।

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