द्रव्यवती नदी का शेष कार्य तीन-चार महीने में

द्रव्यवती नदी का शेष कार्य तीन-चार महीने में

जयपुर——-स्वायत्त शासन एवं आवासन मंत्री श्री शांति धारीवाल ने गुरूवार को द्रव्यवती नदी परियोजना का दौरा कर किए गए कार्याे एवं जारी कार्याे का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि द्रव्यवती नदी का शेष कार्य तीन-चार महीने में पूरा कर लिया जाएगा।

श्री धारीवाल ने सर्वप्रथम मानसरोवर स्थित प्रोजेक्ट एक्सपीरियंस सेंटर में द्रव्यवती नदी परियोजना की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने सेंटर में द्रव्यवती नदी के ब्लयू प्रिंट देखते हुए नदी के विहंगम दृश्य को अति सुन्दर बताया।

यूडीएच मंत्री ने प्रोजेक्ट एक्सपीरियंस सेंटर स्थित हॉल मेंं द्रव्यवती नदी परियोजना की संपूर्ण कार्ययोजना पर बनाई गई पांच मिनट की डाक्यूमेंट्री े भी देखा। उन्होंने सेंटर में जैव विविधता को लेकर बनाए गए प्रर्दशनी स्थल को भी देखा।

उन्होंने द्रव्यवती नदी के पास बनाए गए टे्रक पर जाकर नदी का निरीक्षण किया एवं नदी में ताजा एवं साफ पानी बने रहने पर जोर दिया। उन्होेंने नदी के दोंनो ओर बने टे्रक के पास सघन वृक्षारोपण एवं फलदार वृक्ष लगाने के लिए कहा। इस पर जयपुर विकास आयुक्त श्री टी. रविकांत ने बताया कि आगामी जुलाई माह में वृहत स्तर पर वृक्षारोपण कार्यक्रम चलाया जाएगा। उन्होेंने शिप्रापथ मानसरोवर के लैंडस्केप पार्क में वृक्षारोपण भी किया।

उन्होेंने रीको क्षेत्र, मानसरोवर स्थित द्रव्यवती नदी परियोजना के तहत निर्मित 100 एमएलडी एसटीपी का भी निरीक्षण किया। उन्होंने एसटीपी की विस्तृत जानकारी लेते हुए दूषित जल कैसे परिशोधित किया जाता है एवं कितने समय में परिशोधित होता हैं, की सम्पूर्ण जानकारी ली। उन्होंने एसटीपी प्लांट स्थित लेबोरेट्री एवं अन्य स्थलों का भी जायजा लिया। उन्हाेंने सीतापुरा औद्योगिक क्षेत्र स्थित नगर निगम क्षेत्र देलावास नाले का भी अवलोकन किया।

उन्होंने अंत में सीतापुरा औद्योगिक क्षेत्र में कोर्ट केस में लंबित भूमि का भी मौका निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को शीघ्र से शीघ्र इस समस्या को दूर करने के निर्देश दिए ताकि कार्य शीघ्र पूरा हो सके।

श्री धारीवाल ने कहा कि द्रव्यवती नदी परियोजना के 16 किमी क्षेत्र का लोकार्पण अक्टूबर, 2018 में हुआ था। इसके पश्चात् नदी का कार्य तीव्रगति से किया जा रहा है किंतु कोर्ट कैसेज, भूमि एवं काश्तकारों आदि समस्याओं के कारण प्रोजेक्ट में देरी हुई है। उन्होंने कहा कि इन सभी समस्याओं का शीघ्र निस्तारण करते हुए द्रव्यवती नदी परियोजना के शेष रहे कार्य को तीन-चार महीने में पूरा कर लिया जाएगा।

उन्होंने नगर निगम क्षेत्र के देलावास नाले पर चिंता जताते हुए कहा कि इस नाले का पानी बिना ट्रीट हुए सीधे ही ढूंढ नदी में गिर रहा है और द्रव्यवती नदी का पानी भी ट्रीट होकर ढूंढ नदी में ही गिर रहा है। इस तरह बिना ट्रीट हुआ पानी ढूंढ नदी में गिरने से पानी का सही उपयोग नहीं हो पा रहा है। उन्होंने इस नाले के पानी को ट्रीट करने के लिए 70 एमएलडी के एक एसटीपी की आवश्यकता भी जताई।

उन्होंने जेडीसी श्री टी. रविकांत एवं जेडीए टीम की अच्छे कार्य के लिए प्रशंसा की
इस अवसर पर निदेशक अभियांत्रिकी-द्वितीय श्री वी.एस. सुण्डा, अतिरिक्त मुख्य अभियंता श्री बी.डी. शर्मा, अधीक्षण अभियंता श्री सुरेश मीणा, अधिशाषी अभियंता श्री दीपक माथुर, महेश गोयल, सपन मिश्रा, टाटा कंपनी के प्रतिनिधि एवं संबंधित अधिकारीगण उपस्थित थे।

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