डिप्टी जेलर ,जेल अधीक्षक , जेलर गिरफ्तार :: निकहत अंसारी और अब्बास अंसारी जेल में मिलन कार्यक्रम

डिप्टी जेलर ,जेल अधीक्षक , जेलर गिरफ्तार ::   निकहत अंसारी और अब्बास अंसारी जेल में  मिलन कार्यक्रम

चित्रकूट. चित्रकूट जनपद में बीते 10 फरवरी को निकहत अंसारी और अब्बास अंसारी के जेल में मिलने को लेकर भंडाफोड़ हुआ था. अब पुलिस ने मामले में बड़ा खुलासा किया है. पुलिस ने जेल अधीक्षक अशोक सागर और जेलर संतोष कुमार सहित जेल वार्डन जगमोहन को गिरफ्तार किया है. इनके पास घूस के 5 लाख 80 हजार रुपये, दो मोबाइल फोन, एक कीया गाड़ी बरामद हुई है. एसपी वृन्दा शुक्ला ने जेल कांड में बड़ा खुलासा किया है.

पूर्वांचल के माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी चित्रकूट के जिला जेल रगौली में बंद है. उससे मुलाकात के लिए उसकी पत्नी निकहत अंसारी अनाधिकृत रूप से जेल के अंदर लगातार मिल रही थी. इसकी भनक जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को लगी थी और छापा मारकर जेल के अंदर से जेल अधीक्षक के बगल वाले रूम में अब्बास अंसारी और निखत अंसारी को अनाधिकृत रूप से मिलते हुए पकड़ा था. निखत अंसारी के पास से एंड्राइड मोबाइल फोन सहित कई आपत्तिजनक चीजें बरामद की थी.

पुलिस ने अब्बास अंसारी और निकहत अंसारी व जेल अधिकारियों सहित 8 लोगों पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था और शासन ने जेल अधिकारियों की संलिप्तता पाए जाने पर प्रथम द्रष्टया  8 लोगों को निलंबित कर दिया था. इसके बाद पुलिस मामले की विवेचना कर रही थी, जिस पर सपा नेता फराज खान को निकहत अंसारी की मदद करने पर जेल भेज दिया था और अधिकारियों से सांठगांठ कराने वाले जेल कैंटीन ठेकेदार नवनीत सचान को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.

इसके बाद पुलिस ने अपने मामले की जांच बढ़ाते हुए डिप्टी जेलर चंद्रकला को निकहत अंसारी और अब्बास अंसारी का मिलन कराने के मामले में संलिप्ता पाई गई थी जिस पर डिप्टी जेलर को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. जिसके बाद पुलिस की जांच में नामजद आरोपी जेल अधीक्षक अशोक सागर, जेलर संतोष कुमार व वार्डन जगमोहन को पुलिस हिरासत में लेकर कई दिनों से पूछताछ कर रही थी.

जांच में तीनों के खिलाफ साक्ष्य मिलने पर गिरफ्तार कर उन्हें जेल भेज दिया है. वहीं, पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने प्रेस कांफ्रेस में जेल कांड मामले में बड़ा खुलासा करते हुए बताया है कि जेल अधीक्षक अशोक सागर जेलर संतोष कुमार और वार्डन जगमोहन ने निकहत अंसारी और अब्बास अंसारी को मिलाने के नाम पर पैसे और कई तरह के गिफ्ट लिए. जेल के कैंटीन ठेकेदार नवनीत सचान निकहत अंसारी की सांठगांठ जेल अधिकारियों से करवाया था. नवनीत सचान के माध्यम से जेल अधिकारियों को पैसे व कई तरह की चीजों को गिफ्ट किया जाता था.

पिछले 7 फरवरी को भी जेल वार्डन जगमोहन ने नवनीत सचान के घर से 6,00,000 लेकर गए थे जेल अधीक्षक अशोक सागर के पास से 4 लाख रुपये और जेलर के पास से 1लाख 80 हजार रुपये बरामद किए गए हैं. दोनों के पास से एक-एक एंड्राइड मोबाइल फोन मिला है. जेल अधीक्षक अशोक सागर ने KIA गाड़ी खरीदी थी, उसे पुलिस ने जब्त कर लिया है. क्योंकि अनुमान लगाया जा रहा है कि अब्बास अंसारी द्वारा दिये गए पैसों से ही यह गाड़ी खरीदी गई थी. इस गाड़ी की पहली किस्त जमा है, जिसकी और जाँच की जा रही है. जेल के अंदर निकहत और अब्बास अंसारी को मिलाते वक्त जेल की लाइट बंद कर दिया जाता था और जनरेटर चलाने के वक्त सीसीटीवी कैमरे बंद कर दिया जाता था. निकहत अंसारी के जेल के अंदर जाने के एक भी सीसीटीवी फुटेज नहीं मिले है. सीसीटीवी फुटेज के जाँच के आधार पर ही जेल अधिकारियों की भूमिका पाई गई है. और इसके साथ ही बिजली विभाग से जेल की उस दरमियान कब कब लाइट ट्रिप की जाती थी, उसकी रिपोर्ट मांगी गई है. फिलहाल, तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है.

Related post

Leave a Reply