घरेलू उपभोक्ताओं को एलईडी बल्ब : राजस्थान देश का अग्रणी प्रदेश

घरेलू उपभोक्ताओं को एलईडी बल्ब : राजस्थान देश का अग्रणी प्रदेश

जयपुर, 4 मई। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा कि घरेलू विद्युत उपभोक्ताओं को एलईडी बल्ब वितरण बिजली की बचत के लिए सही समय पर उठाया गया महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि राज्य के विकास को गति देने के लिये हमें बिजली के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनना होगा। इसके लिए हमें पुरानी तकनीकों को छोड़कर नई तकनीक अपनानी होगी ताकि एक-एक यूनिट बिजली की बचत कर खपत में कमी लाई जा सके।

श्रीमती राजे सोमवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में राज्य में घरेलू ऊर्जा दक्षता लाइटिंग कार्यक्रम (डीईएलपी) के तहत एलईडी होम लाइटिंग योजना के शुभारम्भ समारोह में सम्बोधित कर रही थीं। इस कार्यक्रम की शुरुआत के साथ ही बिजली बचत के लिये यह पहल करने वाला राजस्थान देश का अग्रणी राज्य बन गया है।

नई तकनीक अपनाएं, बिजली बचाएं

मुख्यमंत्री ने कहा कि पुरानी तकनीक वाले बिजली के उपकरण और बल्ब बिजली की अधिक खपत करते हैं। अब समय आ गया है कि हम नई तकनीक पर आधारित उपकरणों और बल्बों का प्रयोग करें। बिजली की कमी से प्रदेश की अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ता है, इसलिए हमें बिजली का सदुपयोग कर ज्यादा से ज्यादा बचत करनी होगी, क्योंकि बिजली की बचत ही उत्पादन है।

सीएम ने एलईडी बल्ब वितरित किए

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर एलईडी बल्ब वितरण केन्द्रों का फीता काटकर शुभारम्भ किया। उन्होंने वैशाली नगर निवासी श्रीमती अनिता गुप्ता, श्रीमती निर्मला, राहोरी (जमवारामगढ़) के सरपंच श्री हीरालाल मीणा, नायला के सरपंच श्री मोहन लाल एवं कानोता के सरपंच श्री कमलेश कुमार शर्मा को एलईडी बल्ब वितरित किए।

ऊर्जा राज्य मंत्री श्री पुष्पेन्द्र सिंह ने कहा कि राज्य के घरेलू विद्युत उपभोक्ताओं को सस्ते एलईडी बल्ब उपलब्ध कराने के लिए एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) के साथ मिलकर यह कार्यक्रम शुरू किया गया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि सात-सात वाट के एलईडी बल्बों के उपयोग से प्रदेश में बिजली की खपत में काफी कमी आएगी और विद्युत उपभोक्ताओं को भी राहत मिलेगी।

ईईएसएल के एमडी श्री सौरभ कुमार ने कहा कि एलईडी बल्ब वितरण जैसी पहल कर राजस्थान ऊर्जा दक्षता में नम्बर वन स्टेट बनेगा। उपभोक्ताओं तक एलईडी बल्ब पहुंचाने के इस कार्यक्रम को हम समयबद्घ रूप से पूरा करने का प्रयास करेंगे ताकि बिजली की बचत का लक्ष्य पूरा हो सके। इस कार्यक्रम को लागू करने के लिये ईईएसएल के एमडी एवं जयपुर, अजमेर व जोधपुर विद्युत वितरण निगमों के  एमडी के बीच एमओयू पर भी हस्ताक्षर किए गये।

इस अवसर पर प्रमुख शासन सचिव ऊर्जा एवं तीनो विद्युत वितरण निगमों के अध्यक्ष श्री संजय मल्होत्र, जयपुर डिस्कॉम के एमडी श्री अनुराग भारद्वाज, जोधपुर डिस्कॉम की एमडी श्रीमती आरती डोगरा, अजमेर डिस्कॉम के एमडी श्री हेमन्त कुमार गेरा एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

734 मिलियन यूनिट बचेगी हर वर्ष

मुख्यमंत्री की इस पहल के बाद प्रदेश में एलईडी होम लाइटिंग कार्यक्रम के तहत ढाई करोड़ से अधिक एलईडी लाइट्स लगाई लाएंगी। इससे वर्ष भीर में करीब 734 मिलियन यूनिट बिजली की बचत होगी। इस बचत से 575 मेगावाट की मांग में कमी आएगी। साथ ही इससे तीनों विद्युत वितरण निगमों को करीब 230 करोड़ रुपए की भी बचत होगी।

एलईडी बल्ब सबसे किफायती

एलईडी बल्ब में बिजली की खपत सामान्य बल्ब की तुलना में दसवाँ हिस्सा और सीएफएल बल्बों की तुलना में आधी होती हैं। डीईएलपी कार्यक्रम के अन्तर्गत प्रत्येक परिवार को सात वाट के अधिकतम तीन एलईडी बल्ब प्रदान किए जायेंगे। प्रत्येक बल्ब के लिए 120 रूपये का नकद अथवा बिजली बिल के माध्यम से 10 रुपए की 12 मासिक किस्तों में भुगतान करना होगा। चरणबद्घ रूप से प्रदेश में लागू किये

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