• July 8, 2018

गौमाता की रक्षा और सेवा से बढकर कोई दूसरा महान पुण्य नहीं है : महंत शिवपुरी जी महाराज

गौमाता की रक्षा और सेवा से बढकर कोई दूसरा महान पुण्य नहीं है  : महंत शिवपुरी जी महाराज

धारौली —(युद्धवीर सिंह लांबा)—-झज्जर जिला मुख्यालय के अंतिम छोर पर बसे वीरों की देवभूमि कहे जाने वाले धारौली गांव की सामाजिक संस्था मां-मातृभूमि सेवा समिति की ओर से मनुष्य को अपनी नेक कमाई से कुछ अंश सामाजिक कामों पर खर्च करना चाहिए को ध्यान में रखते हुए बाबा मुक्तेश्वर पुरी महाराज जी के 888वें वर्षीय जन्मोत्सव के उपलक्ष्य व सम्मान में 8 जुलाई 2018 को प्रातः 11 बजे बाबा मुक्तेश्वरपुरी गौशाला की 500 गायों के लिए 101 क्विंटल हरी ज्वार हरी ईख गन्ना हरे चारे खिलाने का एक भोज कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।

कार्यक्र के मुख्य अतिथि महंत शिवपुरी जी महाराज, मठाधीश, बाबा मुक्तेश्वरपुरी मठ, कोसली ने अपने हाथों से बाबा मुक्तेश्वरपुरी गौशाला, कोसली की गायों हरे चारे खिला कर शुभारंभ किया । महंत शिवपुरी जी महाराज ने कहा कि हिन्दू धर्म में गाय की पूजा सुख-समृद्धि देने वाला धार्मिक कर्म माना गया है। अथर्ववेद में गाय को ‘धेनु: सदनम् रमीणाम’ अर्थात धन-संपत्ति का भंडार कहा गया है ।

एडवोकेट श्री रिंकू कोसलिया, गोसेवक, बाबा मुक्तेश्वरपुरी गौशाला ने कार्यक्रम अध्यक्षता की । महंत शिवपुरी जी महाराज, मठाधीश, बाबा मुक्तेश्वरपुरी मठ और एडवोकेट रिंकू कोसलिया, गोसेवक, बाबा मुक्तेश्वरपुरी गौशाला ने मां-मातृभूमि सेवा समिति का आभार जताया तथा इस कार्य को सराहनीय पहल बताया।

निम्नलिखित ने धर्मपाल बेरीवाल तुम्बाहेडी, पंजाब नेशनल बैंक, कासनी में क्लर्क, राकेश सैनी, सैनी आनंदपुरा,रोहतक प्रसिद्ध संस्थान में लाइब्रेरियन, सोमबीर गहलावत रायपुर झज्जर, फौजी गोविन्द गहलावत रायपुर झज्जर, अब तक 12 बार रक्तदान कर चुके जितेंद्र शर्मा धारौली और अब तक 09 बार रक्तदान कर चुके युद्धवीर सिंह लांबा धारौली ने अपनी ईमानदारी व कड़ी मेहनत से कमाया नेक धन से बाबा मुक्तेश्वरपुरी गौशाला की 500 गायों के लिए 101 क्विंटल क्विंटल हरी ज्वार हरी ईख गन्ना हरे चारे खिलाने का एक भोज कार्यक्रम का आयोजन के लिए सहयोग दिया ।

मां-मातृभूमि सेवा समिति के अध्यक्ष युद्धवीर सिंह लांबा ने कहा कि गाय के शरीर में सभी देवताओं का वास होता है, इसलिए गाय की सेवा करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। गाय, गोपाल, गीता, गायत्री तथा गंगा भारत की सभ्यता और संस्कृति का आधार हैं।

इस अवसर पर रिटायर्ड डीएसपी सुजान सिंह आर्य, पवन कुमार , प्रमिला नठेडा, गोपाल नठेडा, युद्धवीर सिंह लांबा, महिपाल पंच, कँवर सिंह, मास्टर उम्मेद सिंह बिठला, कांती देवी, दिनेश कुमार हरबन शंकर ध्रुव प्रताप रतनथल मौजूद थे।

मां-मातृभूमि सेवा समिति के अध्यक्ष युद्धवीर सिंह लांबा ने कहा कि संत बाबा मुक्तेश्वर पुरी महाराज जी का जन्म 1130 ईसवी में वर्तमान में हरियाणा के जिला झज्जर के तहसील बहादुरगढ़ के गांव डाबोदा मेहंदीपुर के एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था।

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