• September 28, 2016

केन्द्रीय स्वास्थ्य सम्मेलन की बेस्ट प्रेक्टिस पर विचार-विमर्श

केन्द्रीय स्वास्थ्य सम्मेलन की बेस्ट प्रेक्टिस पर विचार-विमर्श

जयपुर—–केन्द्रीय स्वास्थ्य स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा 29 से 31 अगस्त 2016 को तिरूपति में आयोजित राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन में प्रस्तुत की गयी बेस्ट प्रेक्टिस के सम्बन्ध में सीफू में मंगलवार को एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गयी। प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्रीमती वीनू गुप्ता की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यशाला में अन्य राज्यों के श्रेष्ठ नवाचारों को प्रदेश में अपनाने की संभावनाओं पर विस्तार से चर्चा की गयी।

श्रीमती गुप्ता ने तमिलनाडू, कनार्टक, मध्यप्रदेश, उड़ीसा एवं गुजरात इत्यादि राज्यों के श्रेष्ठ नवाचारों की जानकारी ली एवं प्रदेश की आवश्यकताओं एवं संसाधनों को ध्यान में रखते हुए संचालित गतिविधियों को जोड़ते हुए ही नवाचार अपनाने की आवश्यकता प्रतिपादित की। उन्होंने बताया कि जिलास्तर पर आयोजित चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं में डपलपमेंट पार्टनर एवं स्थानीय सक्रिय स्वयंसेवी संस्थाओं का सहयोग बढ़ाया जायेगा।

विशिष्ट शासन सचिव (मुख्यमंत्री कार्यालय) श्री के.के.पाठक ने प्रदेश में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं के त्वरित एवं पारदर्शी बनाने हेतु किये जा रहे प्रयासों की सराहना की। उन्होंने राष्ट्ीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा संचालित किये जा रहे आईटी आधारित कार्यक्रमों को केन्द्रीय व राज्य आनॅलाइन पोरटल्स से जोड़ने पर बल दिया। मिशन निदेशक एनएचएम श्री नवीन जैन ने कार्यशाला में तमिलनाडु द्वारा मौसमी बीमारियों के नियंत्रण उपयोग किये जा रहे वाले ‘इंडिया फाइट एंड डिस्टि्रक पब्लिक हैल्थ लैबोरेटीज कार्यक्रम‘, भारत सरकार के ‘इंडिया फाइट डेंगू‘ मोबाइल एप्प, उड़ीसा एवं मध्यप्रदेश की इफेक्टिव हैल्थ एचआर मैनेंजमेंट, कनार्टक एनएचएम के मानसिक स्वास्थ्य व नशामुक्ति के टेलीमेंटेरिंग नेटवर्क एवं आनॅलाइन सेन्ट्रल कंसलटेंसी सिस्टम ‘विरुचुअल नीमंहस ई-साइकेट्रिक‘, उड़ीसा के ‘काउंसिल मोबाइल एप‘ पर विस्तार से जानकारी दी। श्री जैन ने बताया कि केरल व गुजरात के टीबी उपचार के नवाचार, आशा-एएनएम द्वारा उपयोग लिये जा रहे ऑनलाइन फील्ड रिपोर्टिंग, गुजरात का अनमोल सहित ई-जनस्वास्थ्य, ई-पार्टाेग्राफी, ई-रक्तकोष इत्यादि नवाचारों में से श्रेष्ठ नवाचारों को प्रदेश में संचालित स्वास्थ्य कार्यक्रमों व गतिविधियों में शामिल किये जाने पर विचार किया जा रहा है।

कार्यशाला में अतिरिक्त मिशन निदेशक एनएचएम श्री बी.एल.कोठारी, शासन संयुक्त सचिव एनएचएम श्री त्रिभुवनपति, निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ.बी.आर.मीणा, निदेशक आरसीएच डॉ.वी.के.माथुर, सीफू निदेशक डॉ.एम.एल.जैन सहित समस्त परियोजना निदेशक, विभिन्न कार्यक्रमों के स्टेट नोडल ऑफीसर सहित यूनिसेफ, यूएनएफपीए एवं सीफू डवलपमेंट पार्टनर के प्रतिनिधि भी मौजूद थे।

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