• April 4, 2023

कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द करने को लेकर भारत सत्याग्रह अभियान की शुरुआत

कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द करने को लेकर भारत सत्याग्रह अभियान की शुरुआत
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द करने को लेकर प्रतापगढ़ में भी कांग्रेस की ओर से भारत सत्याग्रह अभियान की शुरुआत की गई। इसी के तहत प्रतापगढ़ के सर्किट हाउस में आज राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त राजस्थान अनुसूचित जाति वित्त आयोग के अध्यक्ष डॉ शंकर यादव ने पत्रकार वार्ता में केंद्र की मोदी सरकार और भाजपा पर जमकर हमला किया

प्रतापगढ़ —(मोहित भवसार )—   कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द करने को लेकर प्रतापगढ़ में भी कांग्रेस की ओर से भारत सत्याग्रह अभियान की शुरुआत की गई। इसी के तहत प्रतापगढ़ के सर्किट हाउस में आज राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त राजस्थान अनुसूचित जाति वित्त आयोग के अध्यक्ष डॉ शंकर यादव ने पत्रकार वार्ता में केंद्र की मोदी सरकार और भाजपा पर जमकर हमला किया ।इस अवसर पर प्रतापगढ़ विधायक राम लाल मीणा ,जिला कांग्रेस अध्यक्ष भानुप्रताप सिंह राणावत ,पीसीसी सदस्य व् पूर्व कृषि मंदी अध्यक्ष सुरेन्द्र चंडालिया , प्रतापगढ़ ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष दिग्विजय सिंह कुलथाना धरियावद पूर्व ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष मदन सिंह गठेला प्रतापगढ़ पूर्व ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष कमल सिंह गुर्जर अरनोद पूर्व ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष अरनोद कृषि मंडी अध्यक्ष अरुण सिंह चुंडावत अरनोद पंचायत समिति

विधायक राम लाल मीणा ,जिला कांग्रेस अध्यक्ष भानुप्रताप सिंह राणावत पूर्व कृषि मंदी अध्यक्ष सुरेन्द्र चंडालिया ,प्रधान समरथ मीणा अरनोद ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष कैलाश भाटी जिला उपाध्यक्ष प्रकाश भंवरा जिला उपाध्यक्ष शिव पाटीदार जिला उपाध्यक्ष विजय उपाध्याय जिला उपाध्यक्ष अशोक भावसार जिला प्रवक्ता व विधायक मीडिया प्रभारी मोहित भावसार अरनोद गौतमेश्वर मंडल अध्यक्ष अशोक सुथार नगर परिषद नेता प्रतिपक्ष सुशील गुर्जर नगर परिषद पार्षद अशोक धोबी पार्षद नितिन जैन अजीत कांग्रेस पदाधिकारी एवं कांग्रेस कार्यकर्ता गण की मोजुदगी में सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत करते हुए डॉ शंकर यादव ने केंद्र की मोदी सरकार को कटघरे में खड़ा किया । यादव ने कहा कि जिस तरह से देश में विपक्ष के नेताओं का दमन केंद्र सरकार कर रही है उसको लेकर पूरे देश में आक्रोश का माहौल है । संवैधानिक संस्थाओं को ध्वस्त करने का काम किया जा रहा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी को जिस तरह से न्यायालय पर दबाव डालकर सजा दिलवाई गई और जल्दबाजी में उनकी संसद सदस्यता को रद्द किया गया वह निंदनीय है ।इसको लेकर पूरे भारत में कांग्रेस की ओर से प्रदर्शन किए जा रहे हैं। भारत सत्याग्रह कार्यक्रम के तहत आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए यादव ने कहा कि मोदी अपने दोस्तों का करोड़ों का कर्ज़ तो माफ कर रहे हैं लेकिन किसानों का कर्जा माफ नहीं किया जा रहा है। देश की जनता के धन को जिस तरह मोदी अपने दोस्तों अड़ानी आदि के बीच लुटा रहे हैं उसे किसी भी कीमत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा । मोदी सरकार ईडी इनकम टैक्स डिपार्टमेंट और सीबीआई का जमकर दुरुपयोग कर रही है । देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था चरमराने लगी है।

डॉ शंकर यादव ने प्रपत्र वचन करते बताया की राहुल गाँधी जी ने  एक ही सवाल पूछा था कि अडानी जी की शेल कंपनीज हैं, उसमें 20 हजार करोड़ रुपये किसी ने इन्वेस्ट किया. असली सवाल ये है कि ये 20 हजार करोड़ रुपये किसके हैं?
घटनाक्रम
13 अप्रैल 2019 राहुल गांधी कर्नाटक के कोलार में चुनावी भाषण देते हैं
16 अप्रैल 2019 भाजपा विधायक पुर्णेश मोदी गुजरात के सूरत में शिकायत करते हैं
7 मार्च 2022 शिकायतकर्ता अपने ही केस में हाई कोर्ट से स्टे की माँग करते हैं, हाई कोर्ट स्टे दे देता है
7 फ़रवरी 2023 राहुल गांधी मोदी और अडाणी के संबंधों पर सवाल करते हुए लोक सभा में एक ज़ोरदार                  भाषण देते हैं
16 फ़रवरी 2023  शिकायतकर्ता गुजरात हाई कोर्ट से अपने स्टे के रिक्वेस्ट को वापस ले लेता है
27 फ़रवरी 2023  ट्रायल कोर्ट में सुनवाई फिर शुरू होती है
23 मार्च 2023  ट्रायल कोर्ट राहुल गांधी को दोषी ठहराते हुए दो साल की अधिकतम सजा देता है
24 मार्च 2023 24 घंटे के भीतर लोकसभा सचिवालय राहुल गांधी की सदस्यता रद्द कर देता है

राजनीतिक मुद्दे

राहुल गांधी जी को सिर्फ़ टारगेट किया जा रहा है, असली मक़सद अडानी को बचाना है
● संसद में अडानी पर राहुल गांधी के भाषण के ठीक 9 दिन बाद बीजेपी के एक विधायक ने मामले को फिर से तूल दिया। राहुल गांधी और खड़गे जी के भाषणों के हिस्सों को संसद के रिकॉर्ड से हटा दिया गया और अडानी या जेपीसी की मांग पर आगे की चर्चा से बचने के लिए भाजपा ने जानबूझकर संसद को बाधित करना शुरू किया। भाजपा के मंत्रियों ने मनगढ़ंत आरोप लगाकर संसद में राहुल गांधी के खिलाफ हमला बोलना शुरू किया। राहुल गांधी ने लिखित और मौखिक रूप से तीन बार लोकसभा के अध्यक्ष से उन मंत्रियों के आरोपों पर बोलने देने के लिए अनुरोध किया लेकिन उन्हें संसद में बोलने का अवसर नहीं दिया गया। इससे साफ होता है कि मोदी नहीं चाहते कि अडानी के साथ उनका जो रिश्ता है, वो और उजागर हो ।
●22 मार्च को, फाइनेंशियल टाइम्स ने बताया कि “हाल के वर्षों में गौतम अडानी के समूह में आधे से अधिक एफडीआई उनके परिवारों से जुड़ी ऑफशोर इकाइयों से आया है। FT के मुताबिक, यह करीब 2.8 अरब डॉलर या करीब 23,000 करोड़ रुपए का है। यह किसका पैसा था? यह अडानी का नहीं हो सकता।
● यह बीजेपी की उस दीर्घकालीन योजना का हिस्सा है जिसमें कोई भी उनसे सवाल करे तो उन्हें चुप करा दिया जाता है। विपक्षी नेताओं,सामाजिक कार्यकर्ताओं और पत्रकारों को ईडी, सीबीआई, झूठे यूएपीए के मामलों एवं दूर-दराज के इलाकों में दर्ज मुकदमों का इस्तेमाल कर के निशाना बनाया जा रहा है। संदेश साफ है- अगर आप हमारे गलत कामों पर सवाल उठाएंगे तो हम आपको टारगेट करेंगे। वहीं बीजेपी की वाशिंग मशीन से जुड़ जाएं तो सारे मामले गायब हो जाते हैं।
●सरकार की तरफ से कार्रवाइयाँ उनके कुकर्मों के उजागर होने के डर और किसी भी कीमत पर जनता के ध्यान को भटकाने की कोशिश के तहत हो रही हैं। अब बेतुका नैरेटिव गढ़ने का प्रयास यह आरोप लगाते हुए हो रहा है कि ओबीसी समुदाय का अपमान किया गया है। पहले, यह पूछना कि कुछ चोरों का एक ही उपनाम (नीरव मोदी, ललित मोदी और नरेंद्र मोदी) क्यों है – का मतलब ये नहीं है कि मोदी को चोर कहा जा रहा है। किसी समुदाय को निशाना नहीं बनाया गया। दूसरा, न तो नीरव मोदी और न ही ललित मोदी ओबीसी हैं। और उनकी जाति जो भी हो, क्या उन्होंने धोखाधड़ी नहीं की है?भाजपा धोखेबाजों को क्यों बचा रही है?
●जब से राहुल गांधी राजनीति में हैं, उन्होंने हमेशा किसानों की आवाज़ उठाई है। वर्ष 2013 के भूमि अधिग्रहण कानून को लाने में मदद करके उन्होंने किसानों के अधिकारों की रक्षा की। जब पीएम मोदी ने उसी भूमि अधिग्रहण अधिनियम में संशोधन करने की कोशिश की, तो राहुल गांधी किसानों के लिए खड़े हुए और उन्हें ऐसा करने से रोक दिया। इस देश के किसान कौन हैं? अधिकतर किसान ओबीसी और दलित हैं – जिनके लिए राहुल गांधी ने लड़ाई लड़ी। मोदी जब किसानों के खिलाफ तीन काले कृषि कानून लेकर आए तब राहुल गांधी किसानों के साथ सड़क पर खड़े हुए और संसद में उनके लिए आवाज़ उठाई। राहुल गांधी नियमगिरि में आदिवासियों के साथ उनके जल, जंगल और ज़मीन की लड़ाई में खड़े हुए। ओडिशा का और देश का हर आदिवासी यह जानता है कि राहुल जी ने उनके जल, जंगल और जमीन के अधिकारों की रक्षा की। इसलिए जातिवाद के सभी आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद हैं।
●न राहुल गांधी डरेंगे और न ही कांग्रेस पार्टी नहीं डरेगी। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान, हम सीधे लोगों के पास गए और हमने उनकीचिंताओं को सुना – महंगाई, बेरोज़गारी, सामाजिक ध्रुवीकरण, और अडानी एवं कुछ अन्य पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए संस्थानों पर कब्जा जैसी समस्याएं मुख्य रूप से हमारे सामने आई। हम लोगों के इन मुद्दों को उठाते रहेंगे और सीधे लोगों तक अपना संदेश पहुंचाते रहेंगे।
●आपराधिक मानहानि के लिए अधिकतम दो साल की सजा अब तक कभी नहीं हुई है शायद ही कोई ऐसा मामला हो, विशेषरूप से एक निर्वाचित प्रतिनिधि के केस में। दूसरी ओर, भाजपा नेताओं के खिलाफ मामलों में ढील दी जा रही है। उत्तर प्रदेश के बांदा से भाजपा सांसद, आरके सिंह पटेल को नवंबर में एक ट्रेन रोकने, सार्वजनिक सड़कों को अवरुद्ध करने और पुलिस कर्मियों पर पथराव करने के लिए दोषी ठहराया गया था लेकिन उन्हें केवल 1 साल की जेल हुई। 2017 में, यूपी के सीएम आदित्यनाथ ने अपने खिलाफ कई आपराधिक मामलों को वापस लेने का आदेश दिया, जिसमें हेट स्पीच के भी मामले थे!
●अंग्रेज भी महात्मा गांधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू, सुभाष चंद्र बोस, सरदार पटेल और मौलाना आज़ाद को राजद्रोह का दुरुपयोग करके और उन्हें जेल में डालकर सजा देते थे। अंततः कांग्रेस ने अंग्रेजों के खिलाफ जीत हासिल की थी। अब मोदी सरकार चोरों और घोटालेबाजों का पर्दाफाश करने के लिए राहुल गांधी को निशाना बना रही है। कांग्रेस फिर जीतेगी।
● कौरवों के पास भी बहुत शक्ति थी, धन था, सेना थी पर उनके पास सत्य नहीं था। आज सच आपके पास नहीं है। जनता आपके साथ नहीं है। आपके अन्याय और अहंकार ने आपकी आंखें बंद कर दी हैं। आज देश की जनता यह देख रही है। इसे पूरा विपक्ष देख रहा है। आज देश का पूरा विपक्ष मोदी की तानाशाही का विरोध कर रहा है। विपक्ष के हर तबके से मेरी गुजारिश है कि भाजपा और मोदी लोकतंत्र की हत्याकर रहे हैं। लोकतंत्र बचेगा तभी देश बचेगा। हमें आगे आना होगा, भारत में भ्रष्टाचार और लूट को रोकने के लिए, लोकतंत्र को बचाने के लिए सबको एक साथ आना होगा।
क़ानूनी पॉइंट्स
• आपराधिक मानहानि की शिकायत उस व्यक्ति द्वारा की जानी चाहिए जिसके खिलाफ टिप्पणी की गई थी। उसे यह भी साबित करना चाहिएकि वह व्यक्तिगत रूप से कैसे आहत हुए। इस मामले में जिन लोगों के नाम थे उन्होंने मुकदमा दर्ज नहीं किया और जिन्होंने
मुकदमा दायर किया उनका नाम तो भाषण में था ही नहीं।
● आपराधिक मानहानि की शिकायतें बड़े पैमाने पर एक समुदाय के खिलाफ आरोपों के आधार पर सफल नहीं हो सकती हैं -टिप्पणियों को एक विशिष्ट, पहचान योग्य समूह को संदर्भित करना चाहिए। जैसा कि सुप्रीम कोर्ट ने 2010 में खुशबू के मामले में कहा था, “यह सटीक रूप से कहना संभव होना चाहिए कि विशेष व्यक्तियों का एक समूह, जो कि बाकी समुदाय से अलग था, बदनाम हुआ”। इस केस में ऐसा स्पष्ट रूप से नहीं हो रहा है।
• कर्नाटक के कोलार में दिए गए भाषण पर सूरत में मुक़दमा हुआ। सीआरपीसी की धारा 202 मजिस्ट्रेट को खुद को संतुष्ट करने के लिए प्रारंभिक जांच अनिवार्य करती है ताकि केस में उसके पास आगे बढ़ने के अधिकार हों। कानून द्वारा अनिवार्य ऐसी कोई जांच नहीं की
गई है।
• किसी को बदनाम करने के लिए द्वेषपूर्ण नीयत जरूरी है। यह भाषण कोलार रैली में महंगाई और बेरोजगारी पर जनता को संबोधित करते हुए दिया गया था। एजेंडा किसी को बदनाम करना नहीं था बल्कि भ्रष्टाचार और जनता के कल्याण के मुद्दों को उठाना था।

शीर्ष नेतृत्व का वक्तव्य

श्री राहुल गांधी
• मैं भारत की आवाज़ के लिए लड़ रहा हूं। मैं हर कीमत चुकाने को तैयार हूं। सवाल पूछना मैं बंद नहीं करूंगा – नरेंद्र मोदी जी का अदानी जी के साथ रिश्ता क्या है ?
-• अदानी पर मेरे भाषण से प्रधानमंत्री डरे हुए हैं और मैंने यह उनकी आंखों में देखा है, इसलिए पहले मुद्दे से ध्यान भटकाया गया, उसके बाद मुझे अयोग्य घोषित कर दिया गया।
श्री मलिकार्जुन खड़गे
• मोदी सरकार को सबसे ज़्यादा डर श्री राहुल गांधी व कांग्रेस पार्टी से लगता है। लोकतंत्र की हत्या करने के लिए उन्होंने श्री गाँधी की संसद सदस्यता रद्द की है। वह सच बोलने वालों का मुँह बंद करना चाहते हैं। देशवासी ये तानाशाही नहीं सहेंगे। लोकतंत्र की हिफ़ाज़त के लिए हम जेल तक जाएँगे।
• यह कोई backward class का forward class का सवाल नहीं है। जो लोग देश से पैसे लेकर भागे – नीरव मोदी हो, ललित मोदी हो, विजय मलय हो – वह backward class से थे क्या ?
• राहुल जी को संसद से बाहर डालकर उनकी समस्या खत्म होगी – ऐसा उन्होंने सोच होगा। पर उनकी समस्या खत्म नहीं होनेवाली है।

श्रीमती प्रियंका गांधी वादरा

●भाजपा के स्पोक्स्पर्सन, सांसद, मंत्री, और खुद प्रधानमंत्री सुबह शाम मेरे परिवार के बारे में, राहुल जी के बारे में, मेरे पिताजी के बारे में,मेरे माता जी के बारे में, इंदिरा जी के बारें में और पंडित नेहरू जी के बारे में आलोचना करते रहते हैं। यह पूरा देश जानता है। उनके खिलाफ क्या कोई 2 साल की सज़ा हुई है? और मेरे भाई ने क्या किया? मेरा भाई ने अडानी का मुद्दा उठाया
• नरेंद्र मोदी जी आपके चमचों ने एक शहीद प्रधानमंत्री के बेटे को देशद्रोही, मीर जाफ़र कहा। आपके एक मुख्यमंत्री ने सवाल उठाया कि राहुल गांधी का पिता कौन है?
• आप मेरे परिवार को परिवारवादी कहते हैं, जान लीजिए, इस परिवार ने भारत के लोकतंत्र को अपने खून से सींचा जिसे आप ख़त्म करने में लगे हैं। इस परिवार ने भारत की जनता की आवाज़ बुलंद की और पुश्तों से सच्चाई की लड़ाई लड़ी। हमारी रगों में जो खून दौड़ता है उसकी एक ख़ासियत है… आप जैसे कायर, सत्तालोभी तानाशाह के सामने कभी नहीं झुका और कभी नहीं झुकेगा। आपकुछ भी कर लीजिए।
मोहित भावसार 
प्रतापगढ़ (राजस्थान)
मो. 7737589669,9461218687

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