• January 1, 2018

विचार मंच– सूक्ष्म सिंचाई पायलट परियोजना से सस्ती व सुगम सिंचाई

विचार मंच– सूक्ष्म सिंचाई पायलट परियोजना से सस्ती व सुगम सिंचाई

1

झज्जर जनसंपर्क विभाग)————— प्रदेश सरकार की ओर से किसानों को सस्ती व सुगम सिंचाई सुविधा मुहैया करवाने के लिए ईजरायल की तर्ज पर प्रदेश में शुरू हुई सुक्ष्म सिंचाई पायलट परियोजना को किसानों ने जमकर सराहा है।

झज्जर जिले के दो गांव अमादलपुर और सुबाना में यह परियोजना गत दिसंबर माह में शुरू की गई थी। प्रदेश के कृषि एंव किसान कल्याण मंत्री औम प्रकाश धनखड़ ने स्वयं दोनों गांवों में पंहुचकर इन परियोजनाओं को शुभारंभ किया था।

प्रधानमंत्री सिंचाई योजना के तहत सोलर उर्जा से चालित सुक्ष्म सिंचाई परियोजना टपका व फव्वारा पद्धति पर आधारित है। सोलर चालित सिंचाई योजना को देश में पहली बार प्रयोग में लाया जा रहा है। ईजरायल में यह सिंचाई परियोजना काफी सफल रही है। ईजरायल के अनुभव पर ही प्रदेश सरकार ने इस योजना को किसानों के हित में शुरू किया है। इससे फसल उत्पादन बढ़ेगा, सिंचाई के पानी की बचत होगी तथा किसान अपनी सुविधानुसार अपनी फसलों की सिंचाई कर सकेंगे।

अमरपाल अमादलपुर ने गेंहू की फसल की सिंचाई होते देख कहा कि तोड़ पाट्यगा एक एक बंूद पानी की सिंचाई कै काम आवै सै। ना नाक्या फैरना और नाहीं कस्सी उठान की जरूरत ,अपने आप गेहूंआ में पानी आग्या। सरकार ईसा काम सारे गाम्मा में करदे तो सबकै जिसा आज्या।

रिटायर्ड सुबेदार निरंजन सिंह ने कहा कि सौर उर्जा से चालित यह परियोजना बिजली तो बचाएगी, साथ में पानी की बर्बादी भी रोकेगी। टपका व फव्वारा पद्धति से सिंचाई होने से दवा आदि छिड़कने की जरूरत कम ही रहेगी। सिंचाई पर किसान का खर्च कम होगा तो आमदनी अपने आप बढ़ जाती है।

किसान जितेंद्र ने कहा कि कृषि मंत्री औम प्रकाश धनखड़ किसानों के लिए अच्छे -अच्छे कार्य कर रहे हैं। फसलों का मुआवजा दिलाने की बात हो या फसल बीमा शुरू करवाने की । कृषि मंत्री धनखड़ स्वयं किसान होने के नाते वे किसानों को परेशानी को समझते हैं और उनका समाधान भी किसानों की सोच के अनुरूप कर रहे हैं।

रण सिंह किसान से नई सिंचाई प्रणाली के बारे में पूछा तो एकाएक कहा कि क्या बताएं भाई अब तौ खेत में पैर रखने की जरूरत कौन्या अपने आप पानी आवैन लागै रहा सै। तकनीक ने भी चाला पाड़ दिया। गेहूंआ में बरसात सी हौन लाग्य री सै। धनखड़ साहब का तै कहना के , ये तो सारीहाण खेत्यां में किसान गालै खड़े दिख सैं। किसान के दुख देख उन्है दूर करन लाग रहे सैं।

सुंदर किसान ने नई सिंचाई प्रणाली से रात को सिंचाई का झंझट खत्म होगा। मंहगे डीजल ईंजन से छुटकारा मिला। जरूरत के समय पर सिंचाई की सुविधा मिलने से सिंचाई की चिंता खत्म हो गई है। अब बिजली आने -जाने की चिंता नहीं रहती। जब फसल को पानी जरूरत होगी उसी समय सिंचाई हो जाएगी। पहले के मुकाबले सब्जी, फल व फूल की सब्जियोंं की बिजाई बढ़ेगी।

किसान विनोद ने कहा कि उनके गांव में कृषि मंत्री धनखड़ ने नई सिंचाई प्रणाली शुरू कर किसानों को तोहफा देने का काम किया है। सिंचाई पर खर्चा कम होने से और फसल उत्पाद बढऩे से किसानों की आमदनी बढ़ेगी। सिंचाई की चिंता दूर होने से फल व फूल जैसी नकद फसल उगाने को किसान प्रेरित होंगे।

जिले के गांव सुबाना में 28 किलोवाट सौलर पैनल से लगभग 97 हैक्टेयर तथा अमादलपुर में 55 किलोवाट सोलर उर्जा से लगभग 157 हैक्टेयर भूमि पर किसान अपनी मर्जी के हिसाब से सिंचाई कर रहे हैं। सौलर उर्जा पर आधारित पंप सेटों के माध्यम से खेतों में टपका व फव्वारा प्रणाली से सिंचित की जा रही है। इस प्रणाली का अध्ययन करने पर पता चला है कि फसल उत्पादन भी लगभग 12 प्रतिशत तक बढ़ा है।

Related post

VVPAT पर्चियों के 100% सत्यापन की याचिका खारिज  : सुप्रीम कोर्ट

VVPAT पर्चियों के 100% सत्यापन की याचिका खारिज : सुप्रीम कोर्ट

सुप्रीम कोर्ट ने 24 अप्रैल को मतदाता सत्यापन योग्य पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपीएटी) पर्चियों के साथ…
किसानों की जरूरत और पराली संकट का समाधान

किसानों की जरूरत और पराली संकट का समाधान

फूलदेव पटेल–(मुजफ्फरपुर)—-“हम लोग बहुत मजबूर हैं, समयानुसार खेतों की जुताई-बुआई करनी पड़ती है. खेतों में सिंचाई…
लोकसभा निर्वाचन-2024 छह लोकसभा संसदीय क्षेत्रों में मतदान 26 अप्रैल

लोकसभा निर्वाचन-2024 छह लोकसभा संसदीय क्षेत्रों में मतदान 26 अप्रैल

लोकसभा निर्वाचन-2024 के दूसरे चरण में प्रदेश के छह लोकसभा संसदीय क्षेत्रों में शुक्रवार, 26 अप्रैल…

Leave a Reply