लेखक के कलम से

रचनात्मक राजनीति समय की जरुरत

सुरेश हिंदुस्थानी———-भारत एक लोकतांत्रिक है। इसका तात्पर्य यही है कि देश की जनता ही भारत की असली सरकार है। लोकसभा
Read More

पुस्तक समीक्षा : बेशक हम होंगे सफल: व्यक्तित्व-विकास के लिए अनुभवी लेखक की महत्वपूर्ण

उमेश कुमार सिंह——–मानवीय व्यत्तिफत्व को निखारने के उद्देश्य से बाजार में अनेक पुस्तकें उपलब्ध हैं। लेकिन प्रख्यात द्वारा लिखी गई
Read More

शिव संपूर्ण विश्व के न केवल आराध्य हैं अपितु वह सृष्टि रचना के मूल आधार

उमेश कुमार सिंह—–भगवान शिव त्रिनेत्रधारी हैं। त्रिकालदर्शी हैं। त्रिलोकी हैं। त्रिदेव हैं। जिनकी जटाओं से गंगा अवतरित है। मस्तक पर
Read More

सती के तेज से विधाता को विधि का विधान भी बदलना पड़ा

सुरेश सिंह बैस “शाश्वत”——इस व्रत की असीम महिमा है। इस वृतांत में सतीत्व के प्रताप से कालपुरुष को भी बेबस
Read More

बिगड़ते पर्यावरण के लिए केवल और केवल मानव जिम्मेदार — सुरेश सिंह बैस “शाश्वत” 

– सुरेश सिंह बैस “शाश्वत” विश्व  की सभी महाशक्तियां और ताकतवर देश संयुक्त राष्ट्र संघ एवं सुरक्षा परिषद द्वारा बनाएं
Read More
दीपमाला पाण्डेय ——- पानी जीवन का आधार है। यह एक सरल सत्य है जिसे हम अक्सर भूल जाते हैं। अमूमन
Read More

केजरीवाल के आने से रोचक हुई जंग : सुरेश हिंदुस्तानी 

वर्तमान में देश के राजनीतिक वातावरण को सभी दल अपने अपने हिसाब से परिभाषित कर रहे हैं। सब एक दूसरे
Read More

सुप्रीम कोर्ट में कल फिर गूंजा : बड़ौदा डाइनामाइट केस !

के 0 बिक्रम राव ——-  सुप्रीम कोर्ट में कल (8 मई 2024) न्यायमूर्ति संजीव खन्ना ने पचास वर्ष पुराने बड़ौदा
Read More

विश्व अस्थमा दिवस 07 मई : : अस्थमा की रोकथाम के लिए बचाव और सतर्कता है

आकांक्षा प्रिया———   निया भर के लोगों में अस्थमा सांस से जुड़ी हुई एक गंभीर समस्या बनी हुई है। अक्सर सतर्कता
Read More

पुस्तक समीक्षा : लेखिका एवं व्यंग्यकार रिंकल शर्मा रचित “बुरे फंसे” पुस्तक

आकांक्षा प्रिया————– पिछले दिनों मेरे द्वारा पढ़ी जाने वाली पुस्तक रही “बुरे फंसे”, जो कि एक हास्य नाटक है। लेखिका एवं
Read More