- June 6, 2017
तम्बाकू निषेध दिवस —कोटपा प्रावधानोें की सख्ती से अनुपालना करवायी जायेगी
जयपुर———– चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री कालीचरण सराफ ने कहा है कि तम्बाकू कैंसर सहित विभिन्न बीमारियों की जड़ है। राजस्थान तम्बाकू नियंत्रण के क्षेत्र में कोटपा एक्ट के क्रियान्वयन में देशभर में अग्रणी है।
उन्होंने कहा कि सिविल सोसायटी, स्वयंसेवी संस्थाओं एवं मीडिया की सहभागिता से तम्बाकू से होने वाले नुकसान के प्रति जनजागरूकता लाने के साथ ही कोटपा प्रावधानोें की सख्ती से अनुपालना करवायी जायेगी।
श्री सराफ मंगलवार को प्रातः इंदिरा गांधी पंचायती राज संस्थान में तम्बाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित तम्बाकू निषेध दिवस के उपलक्ष में आयोजित कार्यशाला के उद्घाटन सत्र को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने एवं प्रमुख शासन सचिव, चिकित्सा व स्वास्थ्य श्रीमती वीनू गुप्ता, जयपुर नगर निगम आयुक्त श्री रवि जैन ने दीप प्रज्ज्वलित कर इस कार्यशाला का शुभारम्भ किया। उन्होंने तम्बाकू के नुकसान के बारे में जानकारी देने के लिए एक फोल्डर का विमोचन भी किया।
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि कैंसर को मृत्यु का सबसे बड़ा कारण माना जाता है एवं तम्बाकू का सेवन कैंसर रोग का सबसे बड़ा कारण है। उन्होंने बताया कि राजस्थान में गत वर्ष तम्बाकू पदार्थों के संबंध में कोटपा अधिनियम के तहत देश में सर्वाधिक इन्र्फोसमेंट की करीब 2 लाख कार्यवाही की गयी। इस वर्ष भी इन्र्फोसमेंट कार्यवाही निरन्तर जारी है।
प्रमुख शासन सचिव, चिकित्सा व स्वास्थ्य श्रीमती वीनू गुप्ता ने उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता करते हुए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा तम्बाकू नियंत्रण के क्षेत्र में की जा रही कार्यवाही पर प्रकाश डाला।
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के उप स्वास्थ्य केन्द्र से लेकर र्मेडिकल कॉलेज अस्पतालों को तम्बाकू मुक्त घोषित किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि तम्बाकू उत्पादों का सेवन छोड़ने वालों को विभाग द्वारा आवश्यक उपचार उपलब्ध करवाने की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने तम्बाकू निषिद्ध क्षेत्रों के बारे में आमजन में व्यापक जानकारी उपलब्ध कराने की आवश्यकता प्रतिपादित की।
तम्बाकू हानिकारक
चिकित्सा राज्य मंत्री श्री बंशीधर खण्डेला ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ ही नागरिक संगठनों सहित विभिन्न संगठनों को समाज के सभी वर्गों तक तम्बाकू के हानिकारिक प्रभावों के बारे में जानकारी पहुंचानी चाहिए। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी तम्बाकू उत्पादों के बारे में जनचेतना जाग्रत कर तम्बाकू से होने वाले नुकसानों से बचा जा सकता है।
नगर निगम आयुक्त श्री रवि जैन ने बताया कि शहर में लगने वाले सभी होर्डिग्स की जांच करवाकर कोटपा अधिनियम की पालना सुनिश्चित की जायेगी। उन्होंने बताया कि निगम द्वारा भी तम्बाकू उत्पादों के नुकसान के बारे में जनचेतना जाग्रत करने में सक्रिय सहभागिता की जायेगी।
सामजिक न्याय एवं अधिकारिता निदेशक डॉ समित शर्मा ने बताया कि समाज कल्याण विभाग के सभी कार्यालय, होस्टल्स एवं संबंधित क्षेत्रों को तम्बाकू मुक्त घोषित करने की कार्यवाही की जा चुकी है। इन क्षेत्रों में तम्बाकू उत्पादों के उपयोग पर पूर्णतः प्रतिबंध लगाने के आदेश जारी किये जा चुके हैं।
निदेशक एड्स डॉ. एस.एस. चौहान, वागधारा के श्री जयंत जोशी, एसएमएस हॉस्पिट के कैंसर विशेषज्ञ डॉ. पवन सियाग, उपनिदेशक जनसम्पर्क श्री गोविन्द पारीक, राजस्थान कैंसर फाउंडेशन के डॉ. राकेश गुप्ता, श्री रमेश गांधी सहित अन्य विशेषज्ञों ने भी अपने विचार व्यक्त किये।
तम्बाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ के प्रभारी अधिकारी डॉ. एस.एन. धौलपुरिया ने कार्यशाला के उदेश्यों पर प्रकाश डाला। कार्यशाला में सम्बंधित अधिकारीगण, विशेषज्ञ चिकित्सक तथा मीडियाकर्मियों ने भी भाग लिया।