- November 8, 2016
पंचायतों की निर्वाचन कार्य-प्रक्रिया सरल—ऑनलाइन इन्टीग्रेटेड एप्लीकेशन
राजेश पाण्डेय——-राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा नगरीय निकाय एवं पंचायतों की निर्वाचन कार्य-प्रक्रिया को सरल बनाने के लिये ऑनलाइन इन्टीग्रेटेड एप्लीकेशन तैयार किया गया है। राज्य निर्वाचन आयुक्त श्री आर. परशुराम ने सभी कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी को आगामी आम एवं उप-निर्वाचन में इस प्रणाली के उपयोग संबंधी सभी तैयारी समय-सीमा में करने के निर्देश दिये हैं।
एप्लीकेशन को इस तरह से विकसित किया गया है कि इसके माध्यम से कार्य करने पर निर्वाचन नियमों में प्रावधानित प्रारूप एवं परिशिष्ट स्वत: जेनरेट हो सकेंगे। जिला निर्वाचन अधिकारी और रिटर्निंग ऑफीसर को इन्हें अलग से तैयार करने की आवश्यकता नहीं होगी। इसके साथ ही आयोग को भी सामान्यत: अलग से जानकारी भेजने की जरूरत नहीं रहेगी।
ऑनलाइन एप्लीकेशन
आयोग द्वारा विकसित ऑनलाइन एप्लीकेशन के दो भाग हैं। पहले भाग इन्टीग्रेटेड इलेक्शन इन्फार्मेशन सिस्टम (आईईआईएस) के जरिये निर्वाचन की सूचना जारी करने से लेकर निर्वाचन परिणाम घोषित होने तक की सभी प्रक्रियाएँ की जा सकेंगी। परिणाम घोषित होने के बाद निक्षेप राशि की जप्ती और वापसी के साथ निर्वाचन व्यय लेखा प्रस्तुत करने संबंधी प्रक्रियाएँ भी की जा सकेंगी।
दूसरा भाग इन्टीग्रेटेड पोल इन्फार्मेशन सिस्टम (आईपीआईएस) एसएमएस आधारित है। इसके द्वारा मतदान संबंधी जानकारियाँ जैसे मतदान दल रवाना होने, मतदान-केन्द्र पर मतदान दल पहुँचने, मॉकपोल मतदान प्रारंभ होने, दो-दो घंटे में मतदान प्रतिशत, मतदान समाप्त होने और मतदान दल के सामग्री संग्रहण केन्द्र पर सकुशल पहुँचने की सूचना एसएमएस के माध्यम से पीठासीन अधिकारी अथवा अन्य प्राधिकृत अधिकारी से प्राप्त की जा सकेंगी।
श्री परशुराम ने सभी कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी को निर्देशित किया है कि आईईआईएस और आईपीआईएस के क्रियान्वयन के लिये आई.टी. कार्य में दक्ष एक प्रशासनिक अधिकारी को नोडल ऑफीसर और एक सहायक नोडल ऑफीसर बनायें। इनके मोबाइल नम्बर और ई-मेल आई.डी. आयोग को भेजें। इनकी सहायता के लिये एक टीम भी गठित की जाये। उन्होंने इस कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के निर्देश भी दिये हैं।