फेबकॉन 2016 : महिलाओं के स्वास्थ्य प्रहरी
जयपुर, 10 जुलाई। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री राजेन्द्र राठौड़ ने शनिवार को प्रातः होटल मेरिएट में ओब्सटेट्रिक एंड गायनिक सोसायटी व फोग्सी द्वारा आयोजित ‘‘फेबकॉन 2016‘‘ राष्ट्रीय सेमीनार का शुभारंभ किया। सेमीनार में देशभर के स्त्री रोग विशेषज्ञ भाग ले रहे हैं। श्री राठौड़ ने इस अवसर पर कहा कि महिलाओं के स्वास्थ्य के सजग प्रहरी के रूप में फेबकॉन जैसे संगठनों की सरकार और समाज दोनों के लिए सक्रिय सहभागिता होना महत्वपूर्ण है।
उन्होंने चिकित्सा विशेषज्ञों से सुरक्षित मातृत्व की दिशा में सामूहिक चिंतन के सकारात्मक परिणामों को साकार रूप प्रदान करने की आवश्यकता प्रतिपादित की। उन्हाेंने बताया कि प्रदेश में मातृ मृत्युदर एवं शिशु मृत्युदर कम करने के उद्धेश्य से प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान, कुशल मंगल कार्यक्रम, मातृ मृत्यु की सामाजिक समीक्षा, सुरक्षित मातृत्व दिवस एवं प्रसूति नियोजन दिवस संचालित हैं एवं इनमें स्त्री रोग विशेषज्ञों की प्रसवपूर्व जांचें एवं सुरक्षित प्रसव परामर्श सेवाएं लाभकारी सिद्ध हो रही हैं।
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि स्त्रीरोग विशेषज्ञ की भूमिका जनसंख्या नियन्त्रण सहित संतान सुख से वंचित दम्पत्तियाें की गोद खुशियां से भरने में भी महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में अनुमानित 19 लाख 60 हजार प्रसव प्रतिवर्ष होते हैं एवं इनमें 2 लाख संभावित जटिल प्रसवों वाली गर्भवतियों के लिए राजकीय स्त्रीरोग विशेषज्ञ सहित निजी विशेषज्ञों की सेवाएं भी आकर्षक मानदेय पर लेने की व्यवस्था है।
उन्होंने बताया कि जुलाई 2015 से मार्च 2016 तक उच्च जोखिम वाली गर्भवती कुल 5 हजार 629 गर्भवती महिलाओं में से 904 गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित प्रसव हुआ है। श्री राठौड़ ने बताया कि प्रदेश में महिलाओं के लिए सुदृढ़ स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के उद्धेश्य से वीडियो क्रान्फे्रंस के माध्यम लगभग 22 हजार एएनएम, 48 हजार आशासहयोगिनियों सहित चिकित्सा अधिकारियों से सीधा संवाद कर सुरक्षित प्रसव संंबंधी गतिविधियां प्रभावी रूप से संचालित करने के निर्देश दिये गये हैं।
सेमीनार में फोग्सी अध्यक्ष पदमश्री डॉ. अल्का कृपलानी, जयपुर ओब्सटेट्रिक एंड गायनिक सोसायटी अध्यक्ष डॉ. सुमन मित्तल, एसएमएस चिकित्सालय के ओब्सटेट्रिक एंड गायनिक विभागाध्यक्ष डॉ. लता राजोरिया सहित अनेक वरिष्ठ विशेषज्ञों ने विचार व्यक्त किये।