- May 9, 2016
रैड क्रास की मूल भावना को समझकर समाज सेवा की गतिविधियों में अपना योगदान दें:- प्रो0 कप्तान सिंह सोलंकी
चंडीगढ़ ———– हरियाणा व पंजाब के राज्यपाल तथा चण्डीगढ के प्रशासक प्रो0 कप्तान सिंह सोलंकी ने युवाओं का आहवान किया कि वे रैड क्रास की मूल भावना को समझकर समाज सेवा की गतिविधियों में अपना योगदान दें।
उन्होंने कहा कि स्कूल और कालेज स्तर पर युवाओं को रैड क्रास गतिविधियों से जोडक़र समाज में मानव सेवा की भावना को एक जनआंदोलन के रूप में लागू किया जा सकता है। उन्होंने रैड क्रास की गतिविधियों में हरियाणा प्रदेश की सहाराना करते हुए कहा कि विकास के क्षेत्र में नम्बर वन होने के साथ-साथ हरियाणा के सभी 21 जिलों की रैड क्रास सोसायटियां मानव सेवा और जनकल्याण में भी देशभर में अग्रणी हैं।
राज्यपाल आज अम्बाला छावनी में विश्व रैड क्रास दिवस के अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय रैड क्रास दिवस कार्यक्रम के प्रतिभागी विद्यार्थियों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वास्तव में सनातन धर्म की मूल भावना मानव सेवा है और उसी भावना के अनुरूप रैड क्रास सोसायटी भी रक्तदान, चिकित्सा शिविर, विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं में पीडि़तों के लिए राहत गतिविधियां चलाकर मानवता की सेवा के लिए समर्पित है।
उन्होंने कहा कि रैड क्रास में शामिल दो चिन्ह सकारात्मकता व योग का प्रतीक हैं, जो समाज से नकारात्मकता को मिटाकर सकारात्मक वातावरण उत्पन्न करने के लिए प्रेरित करता है। उन्होंने कहा कि समाज में रक्त की कमी, साधनो के अभाव, बीमारियों से पीडि़त लोगों तथा विभिन्न परिस्थितियों से प्रभावित लोगों के जीवन में जहां भी नकारात्मक परिस्थितियां हैं, उन्हें राहत पहुंचाने के लिए रैड क्रास के साथ-साथ समाज के प्रत्येक साधन सम्पन्न और जिम्मेदार नागरिक को अपना सहयोग देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि भारतीय ऋषि मुनियो ने भी मानवता की सेवा का संदेश दिया है और स्वामी विवेकानन्द ने लोगों को यह संदेश देने के लिए नर सेवा-नारायण सेवा का मूल मंत्र दिया था। उन्होंने कहा कि वर्ष 1863 में रैड क्रास की मूल भावना को प्रोत्साहित करने वाला व्यक्ति सर हैनरी डयूनो भी एक व्यवसायी था। उन्होने कहा कि सर हेनरी डयूनो की कोशिश और सोच से ही रैड क्रास की स्थापना हुई थी जिन्होंने 1859 में आस्ट्रिया और फ्रांस के युद्घ में शहीद हुए हजारो सैनिको के परिजनों के विलाप को देखकर उनकी सेवा का प्रण लिया था।
उन्होंने कहा कि नि:सन्देह इस संस्था के गठन के पीछे केवल एक व्यक्ति की सोच थी लेकिन साधन संपन्न लोगों के सहयोग और समाज सेवा की भावना का समर्थन करने वाले व्यक्तियों के प्रयासों से यह अंतर्राष्ट्रीय संस्था के रूप में स्थापित हुई है। उन्होंने कहा कि यह एक ऐसी संस्था है जिसमें धर्म, जाति, रंगभेद इत्यादि बातों से ऊपर उठकर मानवता की सेवा को सर्वोपरि माना गया है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में रैड क्रास सोसायटियों द्वारा जहां रक्तदान और चिकित्सा शिविरों के माध्यम से मानवता की सेवा की जा रही है, वहीं विकलांग लोगों के लिए ऑनलाईन आवेदन, विकलांगो को सहायता उपकरण उपलब्ध करवाने, जरूरतमंद युवाओं के लिए कम्पयूटर प्रशिक्षण कोर्स सहित अन्य रचनात्मक गतिविधियों के माध्यम से भी समाज के जरूरतमंद लोगों का सहयोग कर रही हैं। समाज में कन्या भ्रुण हत्या की बुराई पर चिंता व्यक्त करते हुए राज्यपाल ने कहा कि जिस देश में नारी के सम्मान को देवताओं के वास से जोड़ा गया हो, वहां कन्या भ्रुण हत्या एक गंभीर चिंता का विषय है।
उन्होंने कहा कि हमारी समृद्ध संस्कृति में महिलाओं का सम्मान रहा है और वर्तमान युग में कन्याओं के प्रति समाज की मानसिकता परिवर्तित होना शुभ संकेत नही है। उन्होंने सभी का आहवान किया कि वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा चलाए गए बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की सफलता के लिए अपना सहयोग दें। पंचकूला के विधायक एवं हरियाणा रैड क्रास सोसायटी के कोषाध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने इस अवसर पर कहा कि रैड क्रास की गतिविधियों से जुडऩे के लिए व्यक्ति के मन में मानवता के प्रति संवेदना होना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि आज के दिन सभी प्रदेशवासी इस बात का प्रण लें कि वह अपने कार्यक्षेत्र में दायित्व का निर्वहन करते हुए दीन-दुखियों की मदद के लिए अपना हर संभव सहयोग देंगे। हरियाणा रैड क्रास सोसायटी के ऑनरेरी सचिव कर्नल जी.पी. तनेजा, उपायुक्त एवं जिला रैड क्रास सोसायटी के अध्यक्ष प्रभजोत सिंह ने अपना संबोधन दिया।