• November 16, 2019

385 करोड़ रूपये की विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास

385  करोड़  रूपये  की  विभिन्न योजनाओं का  उद्घाटन  एवं  शिलान्यास

लोग एक दूसरे का सम्मान करें, तभी समाज आगे बढ़ेगा
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पटना—– मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने पंद्रह नवंबर को पूर्णिया जिले के रुपौली प्रखंड स्थित टीकापट्टी में 385 करोड़ 20 लाख रुपये की लागत वाली 473 योजनाओं का रिमोट के माध्यम से शिलापट्ट का अनावरण कर उद्घाटन एवं शिलान्यास किया।

मुख्यमंत्री ने टीकापट्टी स्थित ऐतिहासिक गांधी सदन पहुंचकर बापू पर आधारित चित्र प्रदर्शनी का अवलोकन किया एवं विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉलों का अवलोकन किया। गांधी सदन प्रांगण में मुख्यमंत्री ने पौधारोपण भी किया। जिला प्रशासन, पूर्णिया की ओर से मुख्यमंत्री को बापू का चित्र भेंट किया गया। स्टॉल निरीक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री ने छात्रों के बीच स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड, कुशल युवा कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षण प्रमाण-पत्र, महिलाओं के बीच सतत् जीविकोपार्जन योजना का किट वितरित करने के साथ ही मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना के लाभुकों को चाबी प्रदान किया। सतत् जीविकोपार्जन योजना से जुड़े 65 ग्राम संगठनों को मुख्यमंत्री ने 32,65,500 रुपये का चेक प्रदान किया। मुख्यमंत्री ने टीकापट्टी के शहीद क्रांतिकारी सूर्यनारायण मंडल के स्मारक पर पुष्प-चक्र अर्पित कर उन्हें नमन किया। टीकापट्टी में महात्मा गांधी द्वारा 10 अप्रैल 1934 में स्थापित स्वराज आश्रम एवं बुनियादी विद्यालय के संदर्भ में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों एवं स्थानीय लोगों से जानकारी ली।

उद्घाटन एवं शिलान्यास समारोह के संदर्भ में आयोजित जनसभा को लेकर बने मंच पर जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री को पौधा भेंटकर उनका अभिनंदन किया। स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं नेताओं ने फूलों की बड़ा माला पहनाकर एवं अंगवस्त्र भेंटकर मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया। जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री को स्मृति चिन्ह भी भेंट किया।

जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने समारोह में शामिल लोगों को हृदय से धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि टीकापट्टी ऐतिहासिक जगह है जहां 1925, 1927 और 1934 में तीन बार बापू आये थे। आज हम यहां बापू को जानने और समझने आये हैं। 14 अप्रैल को लोकसभा के चुनाव प्रचार में हम यहां आए थे और आपलोगों ने श्री संतोष कुशवाहा को भारी
मतों से विजयी बनाया, इसके लिए हम हृदय से आपका अभिनंदन करते हैं। उन्होंने कहा कि टीकापट्टी के जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान का नाम महात्मा गांधी के नाम पर किया जाएगा।

गांधी सदन परिसर का सौंदर्यीकरण कराने के साथ ही इसमें बापू की आदमकद प्रतिमा स्थापित की जाएगी। गांधी सदन को समाहित करते हुए यहां एक बड़े सामुदायिक केंद्र का निर्माण कराया जाएगा ताकि स्थानीय लोग कार्यक्रम आयोजित कर सकंे। उन्होंने कहा कि टीकापट्टी में बापू पुस्तकालय के अलावा बापू के नाम पर एक संस्थान भी स्थापित किया जाएगा, जहां से बापू से जुड़ी जानकारियां लोग ले सकेंगे।

1917 में चम्पारण सत्याग्रह के दौरान बापू ने चम्पारण के अलावा जिन-जिन इलाकों में बुनियादी विद्यालयों को स्थापित किया था। उन बुनियादी विद्यालयों को रिवाइव करने के साथ ही उनमें शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए उन्हें विकास प्रबंधन संस्थान से लिंक किया गया है। टीकापट्टी के बुनियादी विद्यालय को भी डी0एम0आई0 से जोड़ा जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां के अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का उन्नयन करने के साथ ही 30 बेड के कम्युनिटी हेल्थ सेंटर का भी निर्माण कराया जाएगा। नए ब्लॉक के गठन को लेकर उप मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया है इसलिये जब पूरे बिहार में नए प्रखंडो का गठन होगा, उसमें टीकापट्टी का नाम भी शामिल रहेगा। उन्होंने कहा कि आज जिन योजनाओं का शिलान्यास मेरे हाथों से हुआ है, मैं सम्बद्ध विभागों को कहूंगा कि वे काम समय पर पूरा करें। हर घर नल का जल पहुंचाने का काम हम चुनाव से पूर्व ही पूरा कर देंगे। सात निश्चय योजना के तहत जो काम हो रहे हैं, इसकी माॅनिटरिंग मुख्य सचिव के स्तर से की जा रही है।

हर इच्छुक परिवार तक बिजली पहुंचाने का लक्ष्य हमने दिसंबर 2018 तक निर्धारित किया था, जिसे तय समय से दो माह पहले ही पहुंचा दिया गया। अब कृषि फीडर के माध्यम से हर इच्छुक किसानों को बिजली काफी किफायती दर पर मुहैया कराई जा रही है। ऐसे में जो किसान बिजली के लिए जुलाई तक आवेदन कर चुके हैं, उन्हें इस साल जबकि जिन्होने अगस्त महीने के बाद आवेदन दिया है, उन्हें अगले वर्ष तक सिंचाई के लिए बिजली का कनेक्शन उपलब्ध करा दिया जायेगा। पूरे बिहार में हमलोगों ने जो भी काम किये हैं, वह बापू के सपनों को पूरा करने के लिए किया गया है।

चम्पारण सत्याग्रह के सौवें साल पर 1.5 करोड़ लोगों तक हमने गांधी जी के संदेशों को पहुंचाने के साथ ही स्कूलों में प्रतिदिन कथा वाचन शुरू कराया है ताकि जन-जन तक बापू के विचारों को पहुंचाया जा सके। कथा वाचन के लिए दो पुस्तकें प्रकाशित करवाई गईं और शिक्षकों को भी प्रशिक्षित किया गया।

10 से 15 प्रतिशत लोग भी अगर बापू के विचारों को अपना लें तो यह समाज और देश बदल जायेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के कारण पर्यावरण पर संकट होने से इस वर्ष बिहार ने दो बार बाढ़ जबकि एक बार सूखे का दंश झेला है। वर्ष 2007 से हम लोगों को राहत दिलाने का काम करते रहे हैं जो निरंतर आगे भी जारी रहेगा क्योंकि सरकार के खजाने पर पहला हक आपदा पीड़ितों का है।

जलवायु परिवर्तन के परिप्रेक्ष्य में 13 जुलाई को हमने विधानमंडल सदस्यों की बैठक बुलाई थी जिसमें जल-जीवन-हरियाली अभियान पूरे बिहार में चलाने का निर्णय लिया गया। इस अभियान के तहत अगले 3 वर्षो में 24 हजार करोड़ रुपये खर्च कर जलवायु परिवर्तन में सुधार लाने की दिशा में अनेक कार्य किये जायेंगे।

जल-जीवन-हरियाली यात्रा के तहत हम पूरे बिहार में जाकर पर्यावरण संतुलन बनाये रखने के प्रति लोंगो को प्रेरित भी करेंगे। ज्ञान और निर्वाण की भूमि गया में पीने के लिए पाइप से गंगा का जल पहुंचाने की दिशा में भी हमलोग काम कर रहे हैं। सभी सरकारी भवनों में जल संचयन की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जा रही है। 19 करोड़ पौधे लगाकर बिहार का हरित आवरण 9 से बढ़ाकर 15 प्रतिशत पर पहुंचाने में हमलोग कामयाब हुए जिसे बढ़ाकर 17 प्रतिशत करने का लक्ष्य निर्धारित है। इसके लिए 8 करोड़ पौधे लगाए जाएंगे। बदलते मौसम के अनुकूल फसल चक्र अपनाने को लेकर भी काम आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि रोहतास, कैमूर, पटना, नालंदा के बाद अब उत्तर बिहार में भी लोग अपने खेतों में फसल अवशेष जलाने लगे हैं जो पर्यावरण और मिट्टी की उर्वराशक्ति के लिहाज से बहुत ही खतरनाक है। इससे सबको बचना होगा और फसल कटाई में कम्बाईन हार्वेस्टर का त्याग कर रोटरी मल्चर, स्ट्रॉ रीपर, स्ट्रा बेलर एवं रीपर कम बाइंडर जैसे कृषि यंत्रों का इस्तेमाल करते हुए किसानों को प्रेरित करना होगा। इन यंत्रो की खरीद पर सरकार किसानों को 75 प्रतिशत जबकि एस0सी0, एस0टी0 एवं अतिपिछड़ा समुदाय के किसानों को 80 प्रतिशत का अनुदान मुहैया करा रही है। जल-जीवन-हरियाली अभियान से फसल अवशेष प्रबंधन को भी जोड़ा जा रहा है। बापू कहा करते थे कि मेरा जीवन ही मेरा संदेश है। उनका मानना था कि यह पृथ्वी इंसान की हर जरूरतों को पूरा कर सकती है, लालच को नही।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 2 अक्टूबर से जल-जीवन-हरियाली अभियान की शुरुआत कर दी गयी है। हमने सबसे पहले न्याय यात्रा की और अब जल-जीवन-हरियाली यात्रा करेंगे। इस यात्रा में पर्यावरण संतुलन के प्रति लोगों को सचेत करना है ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी को स्वच्छ वातावरण के साथ-साथ शुद्ध पेयजल भी मिलता रहे। उन्होंने कहा कि कोयले का भंडार सीमित है इसलिए असली ऊर्जा सौर ऊर्जा ही है जो सदैव लोगों को मिलती रहेगी। इसके लिए सबसे पहले सभी सरकारी भवनों पर सोलर प्लेट लगाने के बाद लोगों को अपने-अपने घरों पर सोलर प्लेट लगाने के लिए हमलोग प्रेरित करेंगे।

हमारा मकसद है न्याय के साथ विकास, जिसके तहत हर तबके और हर इलाके का विकास करना है। यहां आकर मुझे काफी खुशी हुई है और आप सबसे हमारा यही आग्रह है कि समाज में आपसी प्रेम, भाईचारा और सद्भाव का माहौल कायम रखें। लोग एक दूसरे का सम्मान करें, तभी समाज आगे बढ़ेगा।

जनसभा को गन्ना उद्योग मंत्री श्रीमती बीमा भारती, सांसद श्री संतोष कुशवाहा, धूसर टीकापट्टी पंचायत की मुखिया श्रीमती शांति देवी एवं जिलाधिकारी श्री राहुल कुमार ने संबोधित किया।

संपर्क —

श्री लोकेश कुमार झा
सूचना निदेशक
बिहार सूचना केंद्र, नई दिल्ली

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