27.87 किलोमीटर भोपाल और इंदौर मेट्रो रेल परियोजना को केन्द्रीय कैबिनेट की मंजूरी

27.87 किलोमीटर भोपाल और इंदौर मेट्रो रेल परियोजना को केन्द्रीय कैबिनेट की मंजूरी

प्रदेश के दो प्रमुख शहरों भोपाल और इंदौर में जल्द ही मेट्रो रेल दौड़ती नजर आयेगी। केन्द्रीय कैबिनेट ने आज भोपाल और इंदौर मेट्रो रेल परियोजना को मंजूरी प्रदान की। भारत सरकार द्वारा जारी मेट्रो रेल पॉलिसी-2017 के उपरांत, यूनियन कैबिनेट द्वारा सर्वप्रथम भोपाल एवं इंदौर मेट्रो रेल परियाजनाओं को मंजूरी प्रदान की गई है।

भोपाल मेट्रो रेल

भोपाल में मेट्रो रेल प्रोजेक्ट 27.87 किलोमीटर लम्बा होगा। इसमें दो कॉरिडोर बनाये जाएंगे। पहला पर्पल लाइन कॉरिडोर करोंद चौराहे से एम्स अस्पताल तक 14.99 किलोमीटर दूरी तय करेगा। दूसरा रेल लाइन कॉरिडोर भदभदा चौराहे से रत्नागिरी तिराहे तक 12.88 किलोमीटर का सफर तय करेगा। कुल 30 स्टेशन बनाये जायेंगे, जिनमें 16 पर्पल लाइन तथा 14 रेड लाइन कॉरिडोर में स्थित होंगे। इस प्रोजेक्ट पर 6,941.40 करोड़ रुपये खर्च होंगे।

इंदौर मेट्रो रेल

इंदौर में रिंग कॉरिडोर एयरपोर्ट से राजवाड़ा, रेलवे स्टेशन, पलासिया, बंगाली चौराहा, विजय नगर तथा एमआर-10, तथा एयरपोर्ट तक 31.55 किलोमीटर लम्बी मेट्रो रेल का कार्य 7500.80 करोड़ रुपये की लागत से पूर्ण किया जाएगा। इंदौर मेट्रो में कुल 30 स्टेशन बनाये जायेंगे।

परियोजना लागत में 20 प्रतिशत इक्विटी भारत सरकार तथा 20 प्रतिशत इक्विटी म.प्र. सरकार की होगी। शेष 60 प्रतिशत राशि मल्टीलेटरल बैंक से ऋण के रूप में ली जायेगी। म.प्र. मेट्रो रेल कॉ. लिमि. द्वारा दोनों शहरों के प्रथम सिविल कार्य के लिए निविदाएं स्वीकृत की जा चुकी हैं। कार्य शीघ्र प्रारंभ किया जायेगा।

उल्लेखनीय है कि राज्य मंत्रि-परिषद की बैठक में भोपाल एवं इंदौर मेट्रो रेल परियोजनाओं को निरंतर रखने की मंजूरी दी गई थी। मंत्रि-परिषद द्वारा प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट (पीएमयू) के लिये 129 पद और प्रोजेक्ट इंप्लीमेंटेशन यूनिटों (पीआईयू) के लिये 137 पदों के संबंध में निर्णय लिया गया था।

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