2004 -2014 तक 3,00,000 किसानों ने की आत्महत्याऐं –

2004 -2014  तक 3,00,000 किसानों ने की आत्महत्याऐं –

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के अनुसार :

10 वर्षों में 3,00,000 किसानों की मौते.पहले पंक्ति में महाराष्ट्र है जहां 60,000 किसानों ने की हत्यायें। सन 2013 में सिर्फ महाराष्ट्र में 3,146 रिकॉर्ड मौतें हुई ।
report9-famers-suc

पश्चिम भारतीय राज्यों में कुल मौतें :- 60750 हुई।

सन 2004 -2013 तक प्रतिवर्ष 3,685 किसानों की मौतें — पी.साईंनाथ

सन 2009 में 17368 किसानों की मौतें हुई। harvest

इस प्रकार :-

सन 2004 -2014 तक – 1,55,000 मौतें

सन 2004 -2012 – 1,46,553 मौतें ।

सन 2004 —18241मौतें, सन 2005 -17131 मौतें, सन2006 – 17060 मौतें , सन 2007 -16632 मौते, सन 2008 -16196 मौतें, सन 2009 -17368 मौतें , सन 2010 – 15964मौतें , सन 2011 -14207 मौते, सन 2012 – 13754 मौतें —रिपार्ट9

**********************************
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के अनुसार :
सन 2014 – 5,650 मौतें, सन 2015 महाराष्ट्र में- 3,228 मौतें, सन 2016- 116 किसानों की मौतें हुई —–टाइम्स ऑफ़ इंडिया

  • मुख्यमंत्री दिल्ली श्री केजरीवाल ये बताएं की यह काल नरेंद्र मोदी का काल है ?जिसमें किसानों ने रिकॉर्ड तोड़ हत्याएं की ??
  • Related post

    साइबर अपराधियों द्वारा ‘ब्लैकमेल’ और ‘डिजिटल अरेस्ट’ की घटनाओं के खिलाफ अलर्ट

    साइबर अपराधियों द्वारा ‘ब्लैकमेल’ और ‘डिजिटल अरेस्ट’ की घटनाओं के खिलाफ अलर्ट

    गृह मंत्रालय PIB Delhi——–  राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (NCRP) पर साइबर अपराधियों द्वारा पुलिस अधिकारियों,…
    90 प्रतिशत से अधिक शिकायतों का निपटारा किया गया : निर्वाचन आयोग

    90 प्रतिशत से अधिक शिकायतों का निपटारा किया गया : निर्वाचन आयोग

    कांग्रेस और भाजपा को छोड़कर अन्य पार्टियों की ओर से कोई बड़ी शिकायत लंबित नहीं है…
    अव्यवस्थित सड़क निर्माण भी विकास को प्रभावित करता है

    अव्यवस्थित सड़क निर्माण भी विकास को प्रभावित करता है

    वासुदेव डेण्डोर (उदयपुर)———– देश में लोकसभा चुनाव के तीसरे फेज़ के वोटिंग प्रक्रिया भी समाप्त हो…

    Leave a Reply