स्वास्थ्य –तीन-दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन

स्वास्थ्य –तीन-दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन

भोपाल : (सुनीता दुबे)———-लोकसभा अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा महाजन ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में देश में हुए नवाचारों पर चर्चा, अनुभव और जानकारियों के आदान-प्रदान के लिये आज इंदौर में तीन-दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ किया।

केन्द्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्रीद्वय श्री फग्गन सिंह कुलस्ते, श्रीमती अनुप्रिया पटेल, प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्री रुस्तम सिंह और स्वास्थ्य राज्य मंत्री श्री शरद जैन भी मौजूद थे। भारत के सभी राज्यों तथा केन्द्रशासित प्रदेशों के प्रतिनिधि सम्मेलन में भाग ले रहे हैं।

श्रीमती महाजन ने शासकीय चिकित्सालयों के बेहतर प्रबंधन, औषधि बैंक एवं स्वास्थ्य से संबंधित अन्य उपकरणों और सामग्री के बैंक स्थापित करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि नवाचार हमें कामों को और बेहतर ढंग से करने की ऊर्जा देते हैं।

श्री कुलस्ते ने मध्यप्रदेश शासन द्वारा किये गये स्वास्थ्य नवाचारों की सराहना करते हुए महिला स्वास्थ्य शिविरों का उल्लेख किया। केन्द्रीय राज्य मंत्री श्रीमती पटेल ने भी देश के सबसे स्वच्छ शहर में आयोजित सम्मेलन के व्यवस्थित आयोजन के लिये प्रदेश शासन को धन्यवाद दिया। श्रीमती पटेल ने राष्ट्र की स्वास्थ्य नीति के प्रावधानों के तहत मध्यप्रदेश में किये जा रहे कामों की प्रशंसा की।

स्वास्थ्य मंत्री श्री रुस्तम सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य सेवा प्रदायगी को निरंतर बेहतर बनाना प्रदेश शासन की प्राथमिकता है। इसके लिये प्रदेश शासन हर नवाचार का स्वागत करता है। राज्य मंत्री श्री शरद जैन ने प्रदेश में एसएनसीयू, नि:शुल्क कैंसर कीमोथेरेपी और नि:शुल्क डायलिसिस सुविधाओं की जानकारी दी। केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव श्री सी.के. मिश्रा ने कहा कि महत्वपूर्ण सूचकांकों में शीघ्र सुधारों के लिये नवाचार महत्वपूर्ण है।

पुरस्कार

कार्यक्रम में केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के लिये विभिन्न प्रदेशों को पुरस्कृत किया गया। शासकीय संस्थाओं में बेहतर स्वास्थ्य सेवा देने के लिये आंध्रप्रदेश को प्रथम, गुजरात को द्वितीय और दमन तथा दीव को तृतीय पुरस्कार दिया गया।

अतिरिक्त स्वास्थ्य सेवा प्रदायगी के क्षेत्र में गुजरात, पंजाब, झारखण्ड और दादर तथा नगर हवेली को क्रमश: पहला, दूसरा, तीसरा और चौथा पुरस्कार दिया गया। नवजात शिशु मृत्यु दर में सर्वाधिक गिरावट के लिये जम्मू काश्मीर और पश्चिम बंगाल को पुरस्कृत किया गया। वहीं पुनरीक्षित क्षय नियंत्रण कार्यक्रम के श्रेष्ठ क्रियान्वयन के लिये असम को प्रथम और हिमाचल प्रदेश को द्वितीय पुरस्कार मिला।

कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के काया-कल्प अवार्ड-2017 भी दिये गये। पहला पुरस्कार भिण्ड और टीकमगढ़ को, दूसरा सतना और शिवपुरी को और तीसरा खण्डवा को दिया गया।

अतिथियों ने मध्यप्रदेश की नि:शुल्क 108 एम्बुलेंस सेवा में 128 नये एम्बुलेंस वाहन भी लोकार्पित किये। अत्याधुनिक उपकरणों से सुसज्जित ये एम्बुलेंस प्रदेश के जिलों में 5 साल से अधिक पुरानी हो चुकी एम्बुलेंस का स्थान लेंगी। लोकार्पण के बाद इन्हें निर्धारित जिलों के लिये रवाना कर दिया गया।

प्रमुख सचिव स्वास्थ्य श्रीमती गौरी सिंह ने आभार प्रकट किया।

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