- April 6, 2015
सिंधु दर्शन योजना के लिए पहले साल 20 लाख रुपये
राज्य सरकार मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना में प्रदेश के 60 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों को उनके जीवन काल में एक बार प्रदेश के बाहर के निर्धारित तीर्थ-स्थानों में से किसी एक स्थान की यात्रा के लिए सहायता देती है। मध्यप्रदेश में यह योजना 3 सितम्बर 2012 को रामेश्वरम् की यात्रा के साथ प्रारंभ हुई थी जिसमें आई.आर.सी.टी.सी. (रेलवे) के पैकेज के अनुसार यात्रियों को भेजा गया। अब अन्य आयु वर्ग के लोग भी योजना में कुछ स्थान की यात्रा के दायरे में लाए गए हैं। सिंधु दर्शन यात्रा में जम्मू-काश्मीर में स्थित लेह – लद्दाख यात्रा के लिए साठ वर्ष से कम आयु के लोग भी शामिल हो सकेंगे। लद्दाख में सिंधु नदी का घाट और अन्य धार्मिक पर्यटन-स्थल हैं। इस यात्रा के लिए प्रथम वर्ष 2015 में 20 लाख रुपये का आवंटन स्वीकृत किया गया है। प्रति यात्री 10 हजार रुपये की राशि अनुदान स्वरूप यात्रा पूर्ण होने के बाद पर्यटन विकास निगम की और से दी जाएगी। योजना में लाटरी के माध्यम से यात्री चयनित किये जायेंगे ।यात्रा पर जाने के पूर्व चयनित यात्री को सूचना देनी होगी। सिंधु दर्शन यात्रा के लिए अनुदान की घोषणा मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने पिछले साल अपने निवास पर चेटी चंड समारोह में की थी। तीर्थ-दर्शन योजना में राज्य शासन ने वर्तमान में श्री बद्रीनाथ, श्री केदारनाथ, श्री जगन्नाथपुरी, श्री द्वारकापुरी, हरिद्वार, अमरनाथ, वैष्णोदेवी, शिरडी, तिरूपति, अजमेर शरीफ, काशी, गया, अमृतसर, रामेश्वरम, सम्मेद शिखर, श्रवण बेलगोला और वेलांगणी चर्च, नागापट्टनम तीर्थ को शामिल किया है। योजना में ढाई लाख बुजुर्ग ने की तीर्थ-यात्रा योजना में अब तक प्रदेश में ढाई लाख बुजुर्ग को तीर्थ-यात्रा करवाई जा चुकी है। योजना की लोकप्रियता को देखते हुए कुछ स्थान पर अधिक दिन की यात्रा के अनुरूप व्यवस्थाएँ की गयी हैं। कई राज्य ने भी लागू की योजना मध्यप्रदेश की तर्ज पर यह योजना राजस्थान, छत्तीसगढ़, और उत्तराखंड में लागू की जा चुकी है।हाल ही में उत्तर प्रदेश इस योजना को श्रवण योजना के नाम से लागू करने जा रहा है। महाराष्ट्र में भी जल्द ही योजना लागू की जा रही है। वर्तमान वर्ष में योजना में करीब सवा लाख बुजुर्ग को तीर्थ-यात्रा करवाई जायेगी। योजना के तीर्थ-स्थलों में अब अयोध्या, मथुरा, प्रयाग, गंगासागर, सेंट थामस चर्च केरल और संत कबीर के जन्म-स्थान लहरतारा को भी शामिल किया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने इस सम्बन्ध में जरुरी निर्देश दे दिए हैं। यात्रियों को तीर्थ-यात्रा के दौरान दिये जाने वाले भोजन तथा अन्य सुविधाओं की गुणवत्ता की जाँच समय-समय पर करने के निर्देश दिए गए हैं। उलेखनीय है कि कैलाश मानसरोवर की यात्रा का प्रति यात्री अनुदान 30 हजार से बढ़ाकर 50 हजार रूपये करने का निर्णय लिया गया है। हर यात्रा के बाद यात्रियों से यात्रा संबंधी फीड बेक लिया जाता है। इसके आधार पर जरूरी संशोधन किये जाते हैं। |
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अशोक मनवानी |