- January 11, 2016
सरकारी स्कूलों के प्रति रूझान :- शिक्षा राज्य मंत्री
जयपुर – अजमेर जिले के प्रभारी एवं शिक्षा राज्य मंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी ने कहा कि राजस्थान में शिक्षा का परिदृश्य तेजी से बदल रहा है। राज्य सरकार के विशेष प्रयासों से अब अभिभावकों का रूझान निजी के बजाए सरकारी स्कूलों की ओर बढऩे लगा है। पिछले एक साल में राजस्थान में सरकारी स्कूलों में 9 लाख नामांकन बढ़ा है। रिक्त पद और डी.पी.सी. जैसी दशकों से चली आ रही समस्याओं के समाधान से अब शिक्षा जगत नई क्रांति की ओर अग्रसर है।
शिक्षा राज्य मंत्री प्रो. देवनानी ने यह बात आज राजस्थान शिक्षक संघ राधाकृष्णन द्वारा आयोजित अभिनन्दन समारोह में कही। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय विद्यालयों के समकक्ष राजस्थान के राजकीय विद्यालयों को बनाने की दशा में प्रथम प्रयास विद्यालयों का समय बढ़ाकर किया गया था। जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हंै। विद्यालयों का वातावरण उत्तम बना है और स्कूली स्टाफ के प्रयासों से इस शैक्षणिक सत्र में लगभग 9 लाख बच्चों का नामांकन बढ़ा है ।
उन्होंने कहा कि कक्षा एक से 12 तक एक ही परिसर में अध्यापन से अभिभावक अपने बच्चों को निजी विद्यालयों से छुडवाकर राजकीय विद्यालयों में प्रवेश दिला रहे है। घर और विद्यालय के बीच की दूरी को मिटाने के लिए राज्य सरकार साईकिल तथा परिवहन वाउचर की सुविधा उपलब्ध करवा रही है।
उन्होंने कहा कि विवेकानन्द और राधाकृष्णन जैसे प्रेरणा पुरूषों को आदर्श मानकर कर्तव्य पालन करने से शिक्षा, संगठन, राज्य और राष्ट्र का समुचित विकास होता है। पाठ्यक्रम को युगानुकूल तथा भारतीय संस्कृति से ओत-प्रोत बनाने के लिए देश की माटी को सर्वस्व समर्पित करने वाले महापुरूषों की महान कथाओं को जोड़ा गया है। गोविन्द गुरू, महाराणा प्रताप और महाराजा सूरजमल की महानता को विद्यालयों में पढ़ाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि आठवीं कक्षा तक किसी को अनुर्तीण नही करने की व्यवस्था में परिर्वतन के लिए प्रयास किए जा रहे है। इसके आगामी सत्रों में पूर्ण होने की संभावना है। उन्होंने शिक्षक हित में किए गए पदोन्नति तथा सेटअप परिर्वतन जैसे कार्यों के बारे में भी विचार व्यक्त किए।
प्रो देवनानी ने कहा कि राज्य सरकार ने डी.पी.सी के जरिए 50 हजार से अधिक शिक्षकों को पदोन्नति दी है। प्रदेश के स्कूलों में शिक्षकों के रिक्त पद भरने के लिए हजारों शिक्षकों की भर्ती की गई है। अगले एक वर्ष में 14 हजार और शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। इसके साथ ही सेवानिवृत शिक्षकों को भी स्कूलों में नियुक्त कर शिक्षण की व्यवस्था की जा रही है।
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