- April 14, 2015
शिक्षा से बनेगा डाॅ. अम्बेडकर के सपने का समाज: मंत्री नन्दलाल मीणा
-डाॅ. भीमराव अम्बेडकर की 125वीं जयन्ती समारोहपूर्वक मनाई
-प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की
-रक्तदान कर दी बाबा साहेब को सच्ची श्रद्धांजलि
प्रतापगढ़, 14 अप्रैल- भारत रत्न डाॅ. भीमराव अम्बेडकर की 125वीं जयन्ती 14 अप्रेल को जिला मुख्यालय स्थित अम्बेडकर सर्किल पर समारोहपूर्वक मनाई गई।
डाॅ. अम्बेडकर विचार मंच की ओर से आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि जनजाति क्षेत्राीय विकास मंत्री नन्दलाल मीणा, कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जिला कलक्टर रतन लाहोटी व अन्य अतिथियों ने बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
समारोह को संबोधित करते हुए जनजाति क्षेत्राीय विकास मंत्राी नन्दलाल मीणा ने डाॅ. अम्बेडकर के आदर्शों को अंगीकार करते हुए समानता पर आधारित समाज बनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, इसके लिए शिक्षा कारगर उपाय है। शिक्षा के माध्यम से ही डाॅ. अम्बेडकर के सपने के समाज की कल्पना को साकार किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब के प्रयासों से समाज के कमजोर तबके को आगे बढ़ने का मौका मिला है, लेकिन अभी और प्रयास करने की जरूरत है।
मंत्राी ने अनुसूचित जाति-जनजाति में व्याप्त शैक्षणिक असमानता पर चिंता जताते हुए बालिका शिक्षा पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सरकार इस दिशा में विशेष प्रयास कर रही है। जनजाति विभाग की ओर से गांवों में आदिवासी बच्चों की पढ़ाई के लिए छात्रावास संचालित किए जा रहे हैं। उन्होंने जिले में अनुसूचित जाति के बच्चों के लिए छात्रावास की जरूरत बताते हुए इसके लिए पूरे प्रयास करने की बात कही।
जिला कलक्टर रतन लाहोटी ने कहा कि डाॅ. अम्बेडकर ने संविधान के माध्यम से समाज के सभी वर्गों को समान प्रगति का अवसर मुहैया कराया। उन्होंने संविधान प्रदत्त अधिकारों के साथ कर्तव्यों के प्रति सचेत रहने का आह्वान किया। जिला प्रमुख सारिका मीणा ने डाॅ. अम्बेडकर के बताए मार्ग पर चलकर उनके सपनों को साकार करने पर बल दिया। नगर परिषद सभापति कमलेश डोसी ने कहा कि डाॅ. अम्बेडकर के जीवन से प्रेरणा मिलती है कि महापुरूष बनने के लिए किसी विशेष जाति या वर्ग में जन्म लेना जरूरी नहीं है।
प्रतिभा किसी जाति या वर्ग की मोहताज नहीं होती। शिक्षा के दम पर व्यक्ति समाज में शिखर पर पहुंच सकता है। नगरपालिका के पूर्व अध्यक्ष सुरेन्द्र कुमार बोरदिया ने डाॅ. अम्बेडकर के कार्यों को याद करते हुए उनके जीवन से प्रेरणा लेने का आह्वान किया। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामावतार मीणा ने बाबा साहेब की मानवतावादी सोच को जीवन में अंगीकार करने की बात कही। तहसीलदार विनोद मल्होत्रा ने कविता के माध्यम से बाबा साहेब के संघर्ष को बयां करते हुए सामाजिक समरसता का संदेश दिया।
इस अवसर पर रक्तदान शिविर का भी आयोजन किया गया जिसमें लोगों ने बढ़-चढ़कर रक्तदान कर बाबा साहेब को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की। समारोह में पंचायत समिति प्रधान कारी बाई, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रतन सिंह, जिला परिषद के अतिरिक्त सीईओ रामेश्वर मीणा, पुलिस उपाधीक्षक जगदीश नारायण मीणा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. ओपी बैरवा, अरनोद तहसीलदार ताराचन्द वेंकट, नगर परिषद के उपसभापति रमेश मीणा, समाजसेवी धन्नराज शर्मा, नेतराम मेघवाल सहित गणमान्य नागरिक व भारी संख्या में आमजन मौजूद थे। प्रो. एमएल मेघवाल ने स्वागत उद्बोधन प्रस्तुत किया। सुरेश मालवीय ने आभार व्यक्त किया।
डाॅ. अम्बेडकर सर्किल का होगा विकास
डाॅ. भीमराव अम्बेडकर सर्किल का महात्मा गांधी व दीनदयाल उपाध्याय सर्किल की तर्ज पर विकास किया जाएगा। जनजाति क्षेत्राीय विकास मंत्राी नन्दलाल मीणा की मंशा के मुताबिक नगर परिषद के सभापति कमलेश डोसी ने यह घोषणा करते हुए कहा कि इस सर्किल के सौन्दर्यकरण का कार्य शीघ्र चालू करा दिया जाएगा।