- August 5, 2016
विश्व स्तनपान सप्ताह :मां का दूध बच्चे के लिए अनमोल उपहार- सीडीपीओ बीरमति
बहादुरगढ़ ————–महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा बाल भवन प्रांगण में विश्व स्तनपान सप्ताह के तहत जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन हुआ। जागरूकता कार्यक्रम सीडीपीओ बीरमति की अध्यक्षता में आयोजित हुआ जिसमें जिला विज्ञान केंद्र से समन्यवयक डा.शशि वशिष्ट व सहायक प्रोफेसर कुसुम राणा बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित हुई। विश्व स्तनपान सप्ताह के तहत आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने स्लोगन व प्रश्रोत्तरी प्रतियोगिता में भी भागीदारी निभाई जिन्हें सीडीपीओ द्वारा सम्मानित किया गया।
जागरूकता कार्यक्रम में सीडीपीओ बीरमति ने बताया कि विश्व स्तनपान सप्ताह, विश्वभर के बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार और स्तनपान कराने को प्रोत्साहित हेतु हर वर्ष अगस्त माह के पहले सप्ताह (एक अगस्त से सात अगस्त) में मनाया जाता है। उन्होंने बताया कि विश्व स्तनपान सप्ताह वर्ष 2016 का विषय स्तनपान : पोषणीय विकास का उपाय है रखा गया जिसके तहत आमजन विशेषकर महिलाओं को इसकी विभाग के माध्यम से जानकारी दी जा रही है।
उन्होंने कहा कि मां का दूध बच्चे के लिए अनमोल उपहार है। नवजात शिशु और बच्चे को पर्याप्त सुरक्षा, स्नेह तथा पोषण की आवश्यकता होती है। स्तनपान उन सभी को पूरा करता है। मां का दूध बच्चे के सम्पूर्ण विकास के लिए पोषण का सबसे अच्छा स्रोत होता है तथा मां के दूध का कोई अन्य विकल्प नहीं है। उन्होंने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को जागरूक किया कि वे महिलाओं को घर-घर जाकर बताएं कि स्तनपान एक तकनीक है, जिसे हर मां को स्तनपान सीखना चाहिए जैसे कि स्तनपान कैसे कराएं? और स्तनपान कब कराएं? शिशु को कितनी बार स्तनपान कराएं? तथा स्तनपान से संबंधित अन्य पहलुओं के बारे में जानकारी दें।
मां का दूध नवजात के लिए सटीक आहार———–सीडीपीओ बीरमति ने बताया कि मां का पीला व गाढा कोलोस्ट्रम वाला दूध नवजात शिशु के लिए एकदम सटीक आहार है। स्तनपान जन्म के तुरंत बाद एक घंटे के भीतर शुरू किया जाना चाहिए। बच्चे को लगातार स्तनपान के साथ छह महीने की अवस्था तक स्तनपान कराएं। उन्होंने बताया कि मां के दूध में बच्चे के लिए आवश्यक प्रोटीन, वसा, कैलोरी, लैक्टोज, विटामिन, लोहा, खनिज, पानी और एंजाइम पर्याप्त मात्रा में होते हैं और मां का दूध पचाने में त्वरित और आसान होता है।
मां का दूध बच्चे की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है, जो कि भविष्य में उसे कई तरह के संक्रमणों से सुरक्षित करता है। कार्यक्रम में डा.शशि वशिष्ठ व कुसुम राणा ने भी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को स्तनपान के महत्व से अधिक से अधिक महिलाओं को जागरूक करने की अपील की।
स्लोगन में बंटी तो प्रश्रोत्तरी में कृष्णा रही प्रथम————— विश्व स्तनपान सप्ताह के तहत आयोजित स्लोगन प्रतियोगिता में गांव बादली की बंटी प्रथम, ईस्सरहेड़ी की निर्मला द्वितीय तथा जरगदपुर की सुमन तृतीय स्थान पर रही। वहीं प्रश्रोत्तरी प्रतियोगिता में देशलपुर की कृष्णा ने पहला, सौलधा की सुशीला ने दूसरा और खरमाण की सुनीता ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। विजेता प्रतिभागियों को सीडीपीओ व अन्य अतिथिगण द्वारा सम्मानित किया गया।
इस मौके पर आंगनवाड़ी सुपरवाइजर बालेश, सरोज, गीतांजलि, कौमुदी, संतरा व निर्मला सहित ब्लाक की करीब 90 आंगनवाड़ी कार्यकर्ता उपस्थित रही।