विश्व धरोहर-‘वॉक द ट्रैक’—रेल मार्ग की सुरक्षा, संरक्षण तथा सफाई के प्रति जागरूकता

विश्व धरोहर-‘वॉक द ट्रैक’—रेल मार्ग की सुरक्षा, संरक्षण तथा सफाई के प्रति जागरूकता

कालका-शिमला रेल लाइन के किनारे आयोजित होगा ‘वॉक द टै्क’
शिमला ———-कालका-शिमला रेल लाइन के किनारे 12 मई, 2018 को ‘वॉक द ट्रैक’ आयोजित किया जाएगा ताकि यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर घोषित किए गए इस रेल मार्ग की सुरक्षा, संरक्षण तथा सफाई के प्रति जागरूकता उत्पन्न की जा सके।

इस स्वच्छता अभियान में समाज के सभी वर्गों के लगभग 5000 लोग शामिल होंगे जिनमें विशेषतौर पर विद्यार्थी होंगे।

हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के कार्यकारी मुख्य न्यायधीश तथा राज्य विधिक सेवाएं प्राधिकरण के कार्यकारी अध्यक्ष न्यायमूर्ति संजय करोल के मार्गदर्शन में हिमाचल प्रदेश राज्य विधिक सेवाएं प्राधिकरण ने यह पहल की है। इसके अन्तर्गत कालका-शिमला रेल लाइन पर बड़े पैमाने पर न केवल स्वच्छता, पौधरोपण तथा सौन्दर्यीकरण को बढ़ाव दिया जाएगा, बल्कि लोगों को पर्यावरण सुरक्षा तथा संरक्षण के प्रति जागरूक बनाने में भी सहायता मिलेगी।

न्यायमूर्ति संजय करोल की अध्यक्षता में आज यहां हिमाचल प्रदेश राज्य विधिक सेवाएं प्राधिकरण के अधिकारियों तथा विभिन्न हितधारकों की बैठक आयोजित की गई जिसमें हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति अजय मोहन गोयल भी शामिल हुए।

बैठक में कालका-शिमला रेल लाइन की सुरक्षा, संरक्षण तथा स्वच्छता के प्रति जागरूकता अभियान को आरम्भ करने की तैयारियों पर विचार-विमर्श किया गया। बैठक में एडवोकेट जनरल, एसिस्टेंट सोलिसिटर जनरल ऑफ इण्डिया, विभिन्न विभागों के प्रमुख, राज्य सरकार के अधिकारी, सेना तथा रेलवे के अधिकारी, हिमाचल प्रदेश बार काऊिंंसल के अध्यक्ष उपस्थित थे।

इस अवसर पर जस्टिस संजय करोल ने कालका-शिमला रेल मार्ग के संरक्षण व स्वच्छता पर बल दिया तथा इस सम्बन्ध में सभी एजेंसियों को जन संयोजित आन्दोलन चलाने को कहा।

उन्होंने कहा कि पर्यावरण की सुरक्षा सभी लोगों की सामाजिक जिम्मेदारी है तथा इसे हासिल करने के लिए सामूहिक प्रयास किए जाने चाहिए। ऐसे अभियानों में बच्चों को बड़े पैमाने पर शामिल करना चाहिए क्योंकि समाज में जागरूकता उत्पन्न करने में बच्चे प्रमुख प्रचारक की भूमिका निभाते हैं।

इस अभियान के अंतर्गत वॉक के लिए कालका-शिमला रेल मार्ग को दो किलोमीटर के 43 खण्डों में विभाजित किया गया है। जिला सोलन में 67 किलोमीटर लम्बे क्षेत्र में फैले 32 खण्ड और जिला शिमला में 23 किलोमीटर क्षेत्र में 11 खण्ड बनाए गए हैं।

विद्यार्थियों के 43 समूह तथा अन्य प्रतिभागी भी अभियान में शामिल होंगे, जो अपने निर्देशित क्षेत्र में रेल लाइन के किनारे कूड़ा-कचरा एकत्रित करेंगे। स्वच्छता अभियान के सुरक्षित व सुनियोजित संचालन के लिए सभी समूहों के प्रभारी नामित किए गए हैं।

विद्यार्थियों के अतिरिक्त पंचायती राज संस्थानों के प्रतिनिधि, स्वयंसेवी संस्थाओं, महिला मण्डलों, युवक मण्डलों, क्लबों, नगर निकायों के अलावा वकील, वन कर्मी, मैडिकल स्टाफ, पुलिस, नागरिक सुरक्षा, परिवहन संघ इत्यादि भी इस स्वच्छता अभियान में शामिल होंगे।

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