• April 6, 2023

विश्व के महानतम नेताओं की अपमानजनक वाक वाण

विश्व के महानतम नेताओं की अपमानजनक वाक वाण

यह समाचार वर्तमान राजनीतिज्ञों के अपशब्दों पर आधारित है इस सिलसलें में सबसे पहले उन देशों के नायको पर चर्चा करेंगें जिनका कहना था कि असभ्य विश्व को सभ्य बनाने के लिए इश्वर ने मुझें भेजा। वर्तमान में वे कितने सभ्य है ?

10 फरवरी 2016 : उम्मीदवार के तोर पर डोनाल्ड ट्रम्प ने किम जोन के बारें में कहा की    उत्तर कोरियाई तानाशाह  आदमी एक बुरा दोस्त है . उसे कम मत समझो

17 सितंबर:  डोनाल्ड ट्रम्प : किम जोंग. पर प्रहार करते हुए कहा  रॉ केट मैन खुद के लिए एक आत्मघाती मिशन है

प्रति उत्तर में  किम जोंग ने कहा  :  एक भयभीत कुत्ता (डोनाल्ड ट्रम्प )  जो जोर से भौंकता है।

8 नवंबर ट्रम्प का जबाब  : उत्तर कोरियाई किम काली कल्पना है ।

आगे बढ़ते हुए उत्तर कोरियाई किम  ने ट्रम्प को पागल बूढ़ा कह कर संबोधित किया।

उत्तर कोरियाई मीडिया ने अपने संपादकीय में कहा  पागल   कुत्ते का भौंकना कोरियाई लोगों को कभी डरा नहीं सकता।

ब्रिटिश राजनेता एंड्रयू फाउल्ड्स : शैडो विदेश सचिव जॉन डेविस को मोटा.मांसपेशियों वाला ट्वीट से उपहासित किया

वेनेज़ुएला के राष्ट्रपति ह्यूगो चावेज़ ने राष्ट्रपति बराक ओबामा को गरीब अज्ञानी  का संज्ञा दिया।

सीरियाई रक्षा मंत्री जनरल मुस्तफा तलास ने फिलीस्तीनी नेता यासर अराफात पर प्रहार करते हुए कहा  वह अमेरिकी स्व.प्रचार के नारंगी राजकुमार है ।

रूढ़िवादी ब्रिटिश सांसद डोनाल्ड ट्रम्प वाक वाण चलाते हुए कहा आपके पास एक नम चीर का करिश्मा है और एक निम्न.श्रेणी के बैंक क्लर्क की उपस्थिति है।

यूरोपीय सांसद निगेल फराज यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष हरमन वैन रोमपुय से पर कहा वह  एक गुस्सैलए दुष्ट और कटु बिशप है।

जिम्बाब्वे के राष्ट्रपति रॉबर्ट मुगाबे ने दक्षिण अफ्रीका के पूर्व आर्कबिशप डेसमंड टूटू को आड़े हाथों लेते हुए कहा  वह  एक मानसिक अस्पताल में एक उदास नर्स की तरह रंगे हुए सुनहरे बाल , फूले हुए होंठ, एक फौलादी नीली घूर रही है।

2007 के डेली टेलीग्राफ कॉलम में ब्रिटिश विदेश मंत्री बोरिस जॉनसन ने  हिलेरी क्लिंटन को कहा था , वह अपनी प्रशंसा करने के लिए अपनी माँ की खाल से एक ड्रम बनाता था।

लॉयड जॉर्ज अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी विंस्टन चर्चिल को कहा था की : आप एक गधे हैं, मिस्टर डेंजर ।

.वेनेजुएला के राष्ट्रपति ह्यूगो शावेज से लेकर जॉर्ज डब्ल्यू बुश तक  वह अपने मुंह में चांदी का पैर लेकर पैदा हुआ था।

प्रतिद्वंद्वी जॉन हावर्ड पर ऑस्ट्रेलियाई प्रधान मंत्री पॉल कीटिंग ने कहा की : दुनिया की नैतिक सरकार पर एक धब्बा है।

जॉन क्विंसी एडम्स थॉमस जेफरसन के विरूद्ध कहा था की   लोग  जॉर्ज बुश को प्रमाण के रूप में उद्धृत कर सकते हैं कि आप हार्वर्ड और येल शिक्षा के प्रभावों के प्रति पूरी तरह से अभेद्य हो सकते हैं।

श्रमिक नेता एड मिलिबैंड पर ब्रिटिश प्रधान मंत्री डेविड कैमरन ने बरसते हुए कहा वह एक सेक्स.भूखे बोआ कंस्ट्रक्टर की सभी संवेदनशीलता के साथ व्यवहार करती है।

.ब्रिटिश राजनेता टोनी बैंक्स मार्गरेट थैचर आग उगलते हुए कहा की  एक असली  सेंटोर, पार्ट मैन, पार्ट हॉर्स अस

लिंडन जॉनसन पर राज्य के पूर्व सचिव डीन एचेसन रिचर्ड निक्सन और सरसी लैनिस्टर के कुछ संकर की तरह है।

प्रधान मंत्री थेरेसा मे पर छाया शिक्षा सचिव एमिली थॉर्नबेरी  ने कहा  वह एक अच्छा लड़का है लेकिन उसने अपना हेलमेट उतारकर बहुत अधिक फुटबॉल खेला।

लिंडन जॉनसन ने जेराल्ड फोर्ड के बारे में कहा था एक मटन.हेडेड ओल्ड मगवंप ।

विदेश सचिव बोरिस जॉनसन लेबर लीडर जेरेमी कॉर्बिन पर  आग उगलते हुए कहा की वह ऊनी.नफरत मूसली.खाने टोरी चाटने वाला , स्पिटल्स है।

.प्रधानमंत्री विलियम ग्लैडस्टोन पर ब्रिटिश राजनेता बेंजामिन डिसरायली वाक आग फेंकते हुए कहा वह  एक स्कॉच पेडलर का हरामी बव्वा है।

जॉन एडम्स अलेक्जेंडर हैमिल्टन  को कहा था की उसके पास एक चॉकलेट एक्लेयर की रीढ़ है।

थियोडोर रूजवेल्ट राष्ट्रपति विलियम मैककिनले पर कहा था की वह शायद सोचती है कि सिनाई साइनस का बहुवचन है।

.मार्गरेट थैचर पर सांसद जोनाथन ऐटकेन  वाक आग फेंकते हुए कहा की वह साम्राज्य का पिल्ला कुत्ता है।

वेनेजुएला के राष्ट्रपति ह्यूगो शावेज और  मैक्सिकन राष्ट्रपति विसेंट फॉक्स : सर ,मुझे नहीं पता कि आप फांसी पर मरेंगे या चेचक से ! जॉन मोंटागु सैंडविच के चौथे अर्ल राजनीतिक कार्यकर्ता जॉन विल्क्स ।

विल्क्स ने उत्तर दिया अगर ग्लैडस्टोन टेम्स में गिर गया तो यह एक दुर्भाग्य होगा। अगर कोई उसे बाहर निकालना है तो मुझे लगता है कि यह एक आपदा होगी।

पूर्व ब्रिटिश प्रधान मंत्री बेंजामिन डिसरायली पूर्व ब्रिटिश प्रधान मंत्री विलियम ग्लै पर आग उगलते कहा की माननीय सदस्य इस बात का जीता.जागता सबूत हैं कि एक छड़ी पर एक सुअर का मूत्राशय संसद के लिए चुना जा सकता है।

लेबर सांसद टोनी बैंक टोरी एमपी टेरी डिक्स के बारे में कहा था की  वह एक क्रॉस.आइड टेक्सन वारमोंगर  है।

रिपब्लिकन कांग्रेसी जैक केम्प श्री  ट्रम्प बहुत बेवकूफ हैं हे !  मेरे भगवान!

पेरिस के मेयर ऐनी हिडाल्गो ने संयुक्त राष्ट्र पर भडकते हुए कहा की  भाड़ में जाओ संयुक्त राष्ट्र तुम मध्य पूर्व नरसंहार को भी हल नहीं कर सकते।  तुम सब चुप रहो। .

फिलिपिनो के राष्ट्रपति रोड्रिगो दुतेर्ते ने संयुक्त राष्ट्र में कहा था की  अगर कोई तुर्की के राष्ट्रपति और एक बकरी के बीच पनपने वाले प्यार के बारे में मज़ाक करना चाहता है तो उसे तुर्की सहित किसी भी यूरोपीय देश में ऐसा करने में सक्षम होना चाहिए।

1809 में स्पेन में नेपोलियन के विवादास्पद अभियान के बाद नेपोलियन अपने शांति चाहने वाले प्रमुख राजनयिक चार्ल्स मौरिस डी तलिइरैंड.पेरिगॉर्ड के सामने कहा था की   एक वेश्या का बेटा है

बोरिस जॉनसन 2015 में जब वह लंदन के मेयर थे। ट्रम्प के वारे में सूर बदलते हुए कहा  वह राय बदलता है ऐसे , जैसे हम में से बाकी लोग अंडरवियर बदलते हैं।

डेनिश विदेश मंत्री क्रिस्टियन जेन्सेन ने डोनाल्ड ट्रम्प पर वाक वाण प्रहार करते हुए कहा की :  रॉयल बेबी रक्तपात करने वाला हैं ।

अब हम सोच सकते है की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता कहॉ है ? अंतरराष्ट्रीय स्तर पर न कोई हेग न्यायालय गया और न कोई अपने विरूद्ध किसी कोर्ट में गया।  इसे कहते है अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता।

लेकिन भारतीय परिपेक्ष्य में इस तरह की अभिव्यक्ति की आजादी नहीं है। सता पक्ष के सहयोगी या विपक्ष के सहयोगी अपने अपने परिधि में वाकहीन है अगर पार्टी बोस फरमान जारी किया की दिन का रात कहो तो भारतीय राजनीतिक पार्टी सोशल मीडिया से लेकर मीडिया में शोर मचायेंगे की अभी रात है।

भारतीय परिपेक्ष्य में अभिव्यक्ति का अभिप्राय है कान बंद और ऑख मूॅद कर सत्ताधारियों की माला जपते रहे।

अगर किसी ने ऐसी वैसी हरकत किया तो उसे मानहानि जैसे  ब्रहम राक्षस  से सामना करना पड़ेगा।
क्योंकि अधिकांश कानून निर्माता अर्धशिक्षित और असमाजिक तत्व के साये से आतें है।

भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में चुनाव के समय एक दुसरे पर अपशब्दों रूपी बाणों का प्रहार होता है , यहाँ मुद्दा पर नहीं सिर्फ बेटी रोटी पर सत्ता पर सवार हुआ जाता है।

सत्ता पर सवार होने के बाद अगर किसी ने आँख दिखाने की कोशिश की तो उसे कोर्ट में घसीटा जाता है।

किसी पार्टी में है तो  देश द्रोह की क्रियाकलाप भी अभिव्यक्ति की आजादी  है लेकिन  यहां स्वतंत्र अभिव्यक्ति की आजादी नहीं है , प्रेस की आजादी को हर पार्टी और हर सरकार ने दमन करने की कोशिश की भारत में प्रेस का मुख्य अभिभावक है कोर्ट।

इसका  उदाहण  :   मानहानि विधेयक : नई दिल्ली के इंडिया गेट से बोट क्लब तक मानहानि विधेयक के खिलाफ मार्च ।

इंडियन एक्सप्रेस के रामनाथ गोयनका के नेतृत्व में मालिकों, संपादकों, स्तंभकारों, पत्रकारों और उप-संपादकों ने कड़ी धूप में चार किलोमीटर का रास्ता तय किया।

राजीव गांधी ने घोषणा की थी कि प्रेस ने इसका अध्ययन नहीं किया है, राज्य सभा में बिल पेश करने को टाल रहे हैं। राष्ट्रीय समन्वय समिति (एनसीसी) ने फैसला किया कि वह विधेयक वापस लेने तक प्रधान मंत्री द्वारा नियुक्त मंत्रिस्तरीय समिति से बात नहीं करेगी।

दो पत्रकार, इंडियन एक्सप्रेस के संपादक अरुण शौरी और स्तंभकार सुंदर राजन, विपक्षी नेताओं के साथ एक मंच पर विधेयक की निंदा करने के लिए उपस्थित हुए।

सत्ता समर्थक ऑल इंडिया न्यूजपेपर एडिटर्स कांफ्रेंस (एआईएनईसी) से समिति से बात कराकर सरकार को एक तरह की जीत मिली।

यही है अंतर , पूर्ण शिक्षित , संवेदनशील और राष्ट्रप्रेमी देश नायक पश्चिमी देशों में और मूर्ख, अर्धशिक्षित जातिवाचक धारणा के प्रतिमूर्ति भारत जैसे देश केनायकों में।

 

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