• September 4, 2015

भामाशाह योजना : दौसा जिले में महिलाओं के सपने साकार – मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे

भामाशाह योजना : दौसा जिले में महिलाओं के सपने साकार – मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे

4 सितम्बर, 2015-  मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे की महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देने की दृष्टि प्रदेश की भामाशाह योजना के अन्तर्गत महिला दौसा जिले में भामाशाह कार्ड वितरण कर असंख्य महिलाओं के सपने साकार करने को अंजाम दिया जा रहा है। यह योजना परिवार की महिला मुखिया के साथ-साथ परिवार के अन्य सदस्यों की भी पहचान बनाने के साथ महिलाओं के सशक्तीकरण की दिशा में राज्य सरकार की दृढ़ इच्छा शक्ति एवं संकल्प का प्रतीक है।
भामाशाह प्रबंधक एवं जिला कलेक्टर श्री एस.एस.पवार ने बताया कि दौसा जिले में 51 हजार भामाशाह कार्ड महिला मुखिया को वितरित किये जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि दौसा ब्लॉक में 13 हजार 738 महिला मुखिया को, लालसोट में 13 हजार 614, बांदीकुई में 10 हजार 168, महवा में 5 हजार 444 व सिकराय ब्लॉक में 8 हजार 796 महिला मुखिया को भामाशाह कार्ड वितरित किये जा चुके हैं।
लाभ हस्तांतरण तथा बैंक प्रणाली के साथ जुड़ी है यह योजना
भामाशाह योजना में मनरेगा, पेंशन, छात्रवृति तथा राशन की दुकानों को जोड़ा गया है। भामाशाह कार्ड को बैंक प्रणाली के साथ जोडा़ गया है।
मोबाइल पर मिलेगी प्रत्येक लेन देन की सूचना
इस योजना के तहत महिला मुखिया को मोबाइल नम्बर पर हर लेन देन की सूचना उपलब्ध होगी, जब भी किसी प्रकार की लाभ राशि खाते में ट्रांसफर होगी या निकाली जावेगी, तो मोबाइल पर एस.एम.एस के माध्यम से तुरन्त मिलेगी। इससे कार्डधारी महिलाओं को हर लेने देन की सूचना पूर्ण जानकारी रहेगी ।
बीपीएल महिलाओं के खाते में होगी दो हजार रुपये की राशि
इस योजना के तहत राज्य सरकार प्रत्येक बीपीएल परिवार की मुखिया महिला के खाते में दो किश्तों में दो हजार रुपये की राशि ट्रांसफर करेगी, इसलिए जिले में महिला मुखिया के बैंक खाते खोले जा चुके हैं। योजना के अन्तर्गत बीपीएल मुखिया महिला के खाते मेें पहली किश्त के एक हजार रुपये तथा पहली किश्त के छ: महीने बाद पुन: खाते में एक हजार रुपये डालने का प्रावधान किया हैं। भामाशाह कार्ड का प्रधानमंत्री जन-धन योजना के साथ एकीकरण किया गया है।
कार्ड के जरिए मिलेगी राशन सामग्री
राज्य सरकार ने इस योजना के तहत भामाशाह कार्ड धारी महिलाओं को बायोमैट्रिक पद्घति से राशन की दुकानों से सामग्री खरीद करने की सुविधा प्रदान की है। योजना में सरकार ने यह भी प्रावधान किया है, कि जब तक राशन दुकानदार बायोमैट्रिक पद्घति से राशन सामग्री का वितरण नहीं करेगा तब तक उसको सरकार की ओर से दिये जाने वाले कमीशन का भी भुगतान नहीं किया जावेगा।

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