शत्-प्रतिशत बच्चों का टीकाकरण सुनिश्चित् करने के निर्देश : कलेक्टर श्री भीम सिंह

शत्-प्रतिशत बच्चों का टीकाकरण सुनिश्चित् करने के निर्देश : कलेक्टर श्री भीम सिंह

धमतरी (छतीसगढ) –   बच्चों का टीकाकरण करने बेहतरीन कार्ययोजना बनाते हुए जिले में गैप का पता लगाकर उन कमियों पर फोकस किया जाएगा। टीकाकरण का मैदानी स्तर पर नियमित रूप से मॉनिटरिंग स्वास्थ्य विभाग द्वारा की जाएगी। महिला एवं बाल विकास विभाग का अमला भी चारों विकासखण्ड में अचानक किसी एक गांव का दौरा कर वहां टीकाकरण की स्थिति का जायजा लेगा। आज सुबह 11 बजे से मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में स्वास्थ्य विभाग की मासिक समीक्षा बैठक के दौरान जिले के शत्-प्रतिशत बच्चों का टीकाकरण सुनिश्चित् करने के लिए कलेक्टर श्री भीम सिंह ने उक्त निर्देश दिए हैं।
बैठक में कलेक्टर ने महिला एवं बाल विकास विभाग को यह सुनिश्चित् करने कहा है कि जिस दिन टीकाकरण होता है, उस दिन सभी पात्र महिलाएं और बच्चे इसका लाभ लेने केन्द्र में मौजूद रहें। उन्होंने सितंबर माहांत में सभी ए.एन.एम. को शत्-प्रतिशत बच्चों का टीकाकरण कर लिया गया है, इस संबंध में एक प्रमाण-पत्र सौंपने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि ऐसे सभी ए.एन.एम., प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के चिकित्सक सहित संबंधित विकासखण्ड चिकित्सा अधिकारी पर कार्रवाई की जाएगी, जिनके क्षेत्र में शत्-प्रतिशत बच्चों का टीकाकरण नहीं किया गया है। कमारों के लिए विशेष अभियान चलाकर कुपोषण मुक्ति और टीकाकरण के संबंध में उन्हें जागरूक करने पर कलेक्टर ने विशेष रूप से बल दिया है।
बैठक में कलेक्टर ने यह सुनिश्चित् करने कहा है कि चिरायु दलों द्वारा स्कूल तथा आंगनबाड़ी केन्द्रों में आने वाले बच्चों का राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत् सतत् रूप से फॉलोअप लिया जाता रहे। उन्होंने कार्यक्रम की गहन समीक्षा करते हुए गत वर्ष चिरायु दलों द्वारा चिन्हांकित किए गए 4600 बच्चों के इलाज तथा फॉलोअप के संबंध में वर्गवार जानकारी ली। जिन बच्चों का इलाज कर लिया गया तथा जो शेष बचे हैं, उनकी रिपोर्ट जिला तथा ब्लॉक स्तर पर तैयार करने के निर्देश कलेक्टर ने दिए। उन्होंने शुक्रवार की शाम तक इस संबंध में सही आंकड़े प्रस्तुत करने को कहा है। उन्होंने बताया कि इस आधार पर जांच कर यह सुनिश्चित् किया जाएगा कि वाकई इन बच्चों को लाभान्वित किया गया है। उन्होंने चिरायु दलों द्वारा रिफर किए गए बच्चों का इलाज प्राथमिकता से करने के निर्देश चिकित्सकों को दिए हैं, जिससे कि योजना का उद्देश्य पूरा हो सके।
कलेक्टर ने स्वच्छ भारत अभियान के तहत् सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में साफ-सफाई तथा अस्पतालों का कायाकल्प करने के लिए स्वास्थ्य अमले को भिड़कर काम करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अस्पतालों में मरीजों को मूलभूत सुविधा मुहैय्या कराते हुए बेहतरीन सेवाएं देने पर भी जोर दिया है। साथ ही बायोमेडिकल वेस्ट का उचित निष्पादन की बैठक में जानकारी लेते हुए कलेक्टर ने कहा है कि यदि इस संबंध में कोई समस्या हो, तो विकासखण्ड स्वास्थ्य अधिकारी संबंधित क्षेत्र के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व से सहयोग अवश्य लें। बैठक में कलेक्टर ने जिले के सभी पोषण पुनर्वास केन्द्रों में आने वाले बच्चों के वजन में हुई बढ़ोत्तरी की समीक्षा करते हुए सभी विकासखण्ड चिकित्सा अधिकारियों को केन्द्रों में बच्चों के वजन में औसत बढ़त निकालकर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने यह सुनिश्चित् करने को कहा है कि सभी पोषण पुनर्वास केन्द्रों के बिस्तर शत्-प्रतिशत भरे हों। बताया गया कि इस साल 240 कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केन्द्रों के जरिए लाभान्वित किया गया है। कलेक्टर ने मुख्यमंत्री बाल संदर्भ योजना के तहत् भी दूरस्थ अंचलों में शिविर लगाकर बच्चों को स्वास्थ्य लाभ देने के निर्देश विकासखण्ड चिकित्सा अधिकारियों को दिए हैं।
संस्थागत प्रसव की समीक्षा के दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.बी.के.साहू द्वारा बताया गया कि जिले में 94 प्रतिशत प्रसव संस्थागत रूप से हो रहे हैं। कलेक्टर ने इसे शत्-प्रतिशत करने पर जोर दिया है। इसके साथ ही सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में हर माह दस संस्थागत प्रसव की व्यवस्था कराने के निर्देश भी दिए हैं। प्रसव बाद प्रसूताओं को 48 घंटे तक अस्पताल में रखकर अतिरिक्त पोषण आहार देने की व्यवस्था सुनिश्चित् करने कलेक्टर ने कहा है। साथ ही रात्रिकालीन संस्थागत प्रसव को बढ़ाने पर भी बल दिया है। उन्होंने सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में मरीजों के मनोरंजन एवं ज्ञानवर्धन के लिए टी.वी., शुद्ध पेयजल के लिए आर.ओ और पहुंच मार्ग की व्यवस्था सुनिश्चित् करने के निर्देश बैठक में दिए हैं।
बैठक में राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना की समीक्षा भी कलेक्टर द्वारा की गई। बताया गया कि जिले के एक लाख 73 हजार 534 परिवारों में से अब तक एक लाख 50 हजार 687 परिवार (88 प्रतिशत) का स्मार्ट कार्ड बन गया है। कलेक्टर ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना एवं मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत् अब तक किए गए राशि क्लेम की जानकारी ली। उन्होंने जिन बीमारियों के लिए यह राशि क्लेम की गई, उसकी पूरी जानकारी प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बैठक के अंत में स्वास्थ्य अमले को मरीजों के इलाज के लिए पूरी गंभीरता के साथ काम करने पर जोर दिया है।

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