- May 22, 2016
बाबा बंदा सिंह बहादुर का त्याग व बलिदान प्रेरणादायक : – धनखड़
झज्जर, 22 मई बाबा बंदा बहादुर की शहादत के 300 वें वर्ष के पावन पर्व पर शहर के श्रीराम ओपन एयर थिएटर में प्रसिद्ध रंगकर्मियों ने प्रेरणादायक नाटय मंचन किया। प्रदेश के कृषि, सिंचाई, पंचायतीराज, ग्रामीण विकास, पशु एवं मत्स्य पालन मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
उन्होंने समारोह में उपस्थित लोगों को संबोंधित करते हुए कहा कि बहादुर कौम वहीं होती हैं, जो अपने इतिहास को जीवंत रखती हैं। सिख समाज ने गुरू तेगबहादुर, गुरू गोविंद सिंह और बाबा बंदा बहादुर के जीवन से त्याग और बलिदान की प्रेरणा पाकर मातृभूमि रक्षा करने के लिए सदैव सर्वोत्तम बलिदान दिया है। उन्होने कहा कि गुरू गोविंद सिंह ने बाबा बंदा सिह बहादुर को सेनानायक बनाकर करनाल से लुधियाना तक खालसा राज की स्थापना कर दी थी।
कृषि मंत्री ने कहा कि सिख समाज ने अपनेे एक-एक बलिदान को जीवंत रखा हैं, यहीं वजह है कि समाज का इतिहास वीर गाथाओं से भरा पड़ा है। जो आने वाली पीढिय़ों के लिए प्रेरणा स्त्रोत का काम करता रहेगा। धनखड़ ने कहा कि वीर बैरागी बाबा बंदा ङ्क्षसह बहादुर ने भी अपना सन्यास का जीवन त्याग कर संघर्ष का जीवन अपनाया। उन्होने अपना पूरा जीवन मुगल साम्राज्य के अन्याय व अत्याचारों के खिलाफ कुर्बान कर दिया।
मोहाली से आए प्रसिद्ध रंगकर्मी अमृतपाल की टीम ने बाबा बंदा सिंह बहादुर के जीवन पर आधारित लाईट एंड सांउड की तकनीक के माध्यम से रोचक, प्रेरणादायक मंचन किया। बालीवुड कलाकार नरेद्र पाल ङ्क्षसह ने बाबा बंदा सिह बहादुर का किरदार बखूबी निभाया। उपस्थित लोगों ने नाटय मंचन और कलाकारों की जमकर प्रंशसा की ।
कार्य्रक्रम में आल इंडिया बाबा बंदा बहादुर सिख समुदाय कार्यकारिणी के चेयरमैन रामलुभाया परूथी ने कलाकारों और आयोजकों का धन्यवाद किया। उन्होने कहा कि बाबा बंदा बहादुर के जीवन दर्शन से युवाओ को अन्याय के खिलाफ कुर्बानी की प्रेरणा मिलती है। इस अवसर पर भाजपा जिला प्रधान बिजेंद्र दलाल, जिला परिषद चेयरमैन परमजीत सौलधा, पूर्व जिलाध्यक्ष दिनेश शास्त्री, पंजाबी कला केंद्र के चेयरमैन डा. एस.के. पुनिया, प्रीतम प्याना, रामसिंह हंस, वेद मक्कड, त्रिलोचन सिंह वीरजी, कृष्णलाल घई, जगननाथ इलाहबादी, लक्ष्मी दास खुराना सहित विभिन्न संगठनों के गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
अनुशासन, उत्साह व जोश का अद्भूत संगम है भारतीय सेना: धनखड़
झज्जर—— प्रदेश के कृषि, सिंचाई, पंतायतीराज, ग्रामीण विकास, पशु एवं मत्स्य पालन मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने रविवार को दुजाना के राजकीय महाविद्यालय में चल रही सेना भर्ती रैली का दौरा किया और भर्ती होने आए युवाओं का हौसला बढ़ाया। कृषि मंत्री ने दुजाना में भर्ती रैली आयोजित करने के लिए भारतीय सेना को बधाई दी। उन्होने कहा कि यह वीरों की भूमि है, घर-घर में सैनिक और गांव-गांव में शहीद स्मारक वीरों की कहानी ब्यान करते हैं।
कृषि मंत्री ने कहा कि कारगिल की लड़ाई में एक चौथाई शहीद सैनिक इसी क्षेत्र के हैं। यहां के युवाओं द्वारा सेना में भर्ती होकर देश के लिए शहादत देना गौरव व गर्व की बात मानी जाती है। उन्होंने भर्ती स्थल पर शारीरिक दक्षता परीक्षा के तहत आयोजित भर्ती दौड़ को हरी झण्डी दिखाकर शुभारंभ किया। इस उपरांत कृषि मंत्री ने शारीरिक मापतोल प्रक्रिया, मेडिकल परीक्षा और दस्तावेज निरीक्षण कार्यप्रणाली का जायजा लिया।
सेना के भर्ती निदेशक ब्रिगेडियर तुषार मिश्रा ने कृषि मंत्री को जानकारी देते हुए बताया कि यहां के युवा शारीरिक रूप से मजबूत है और सेना में भर्ती होने के लिए खूब तैयारी भी करते हैं। मिश्रा ने बताया कि दुजाना भर्ती रैली के झज्जर, रोहतक, सोनीपत और पानीपत के लगभग 29 हजार युवाओं ने आन लाइन रजिस्टे्रशन करवाया था। इनमें लगभग 23 हजार युवा शारीरिक दक्षता परीक्षा में भाग लिया। ब्रिगेडियर ने बताया कि 23 हजार में से 8374 युवाओं ने प्रारंभिक दौड़ परीक्षा पास करने में सफल रहे। उन्होंने बताया कि दुजाना भर्ती रैली में युवाओं को जोश काबिले तारीफ रहा और उम्मीद से अधिक युवा दौड़ पास करने में सफल रहे।
भर्ती निदेशक कर्नल के.एस. भाटी ने बताया कि शारीरिक दक्षता परीक्षा और मेडिकल पास करने वाले युवाओं को 23 मई को लिखित परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड दिए जाएगें। सिपाही सामान्य डयूटी के लिए 31 जुलाई को हिसार कैंट में लिखित परीक्षा होगी। सिपाही क्लर्क के लिए 28 अगस्त को हिसार में परीक्षा का दिन निर्धारित किया गया है।
कृषि मंत्री ने सेना की निष्पक्ष और पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया की तारीफ की।
उन्होंने कहा कि भारतीय सेना की व्यवस्थित कार्यप्रणाली, अनुशासन, उत्साह व जोश का अदभुत संगम है। हरियाणा के युवाओं की पहली पसंद भारतीय सेना है। यहां का युवा सैन्य व खेल क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने के लिए हमेशा आतुर रहता है। इस अवसर पर एसडीएम बेरी अजय चोपड़ा भी मौजूद थे।