प्रदेश में सबको बिजली पहुँचाना एवरेस्ट पर चढ़ने जैसा कठिन कार्य –प्रमुख सचिव

प्रदेश में  सबको  बिजली  पहुँचाना  एवरेस्ट  पर  चढ़ने  जैसा  कठिन  कार्य –प्रमुख   सचिव

लखनऊः-(सू०वि०)—प्रदेश के ऊर्जा मंत्री पं. श्रीकान्त शर्मा ने कहा कि सरकार 31 दिसम्बर, 2018 तक प्रदेश के हर घर तक बिजली पहुँचाने के लिए संकल्पित हैं।

मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी की मंशा प्रदेश के गांवों का संपूर्ण विकास है। इसके लिए हम गांवों को पर्याप्त बिजली की आपूर्ति और हर घर तक बिजली की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए तेजी से काम कर रहे हैं। पिछले एक वर्ष में रिकॉर्ड 36 लाख कनेक्शन जारी करके हमने उत्तर प्रदेश को ‘सौभाग्यशाली’ बनाने के प्रति अपनी प्रतिबद्वता स्पष्ट की है।

हमें ‘सौभाग्य योजना’ के लक्ष्यों को तय समय में पूरा करने के लिए पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ विभाग की कार्ययोजना को मूर्त रूप देना होगा। इस मौके पर ऊर्जा मंत्री जी ने बिजली चोरी के विरुद्व प्रभावी अभियान चलाने वाले अधिकारियों व कर्मियों की सराहना करते हुए, यह निर्देश दिए कि किसी भी दशा में उपभोक्ता का उत्पीड़न न हो।

ऊर्जा मंत्री श्री श्रीकान्त शर्मा ने आज यहां सरोजनी नगर स्थित विद्युत प्रशिक्षण संस्थान में उप्र पावर कारपोरेशन द्वारा आयोजित सौभाग्य योजना की एक दिवसीय कार्यशाला और पुरस्कार वितरण समारोह को सम्बोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि विगत 15 सालों में 6.50 लाख विद्युत कनेक्शन प्रतिवर्ष दिये गये, जबकि वर्तमान
सरकार एक वर्ष में ही 36 लाख कनेक्शन दिये गये।

हमारा लक्ष्य प्रदेश के 1.71 करोड़ घरों को इस अवधि में रोशन करना है। इसी प्रकार इसके पहले 15 मजरे ऊर्जीकृत होते रहे हैं। जबकि विगत एक वर्ष में 62 हजार से ज्यादा मजरे ऊर्जीकृत हुये।

इसका श्रेय ‘टॉप-टू-बॉटम’ लाइनमैन से लकेर चेयरमैन तक को जाता है। कार्मिकों के अथक परिश्रम, समन्वय व प्रयासों के कारण ही आज देश के सभी क्षेत्रों में उप्र की बिजली व्यवस्था की प्रशंसा हो रही है।

ऊर्जा मंत्री ने कहा कि प्रदेश में लाइन लास 15 प्रतिशत से कम आने, उपभोक्ता को प्रति माह सही बिल भेजने वाले कर्मचारियों व फीडर मैनेजर को डिस्कॉम स्तर पर पुरस्कृत किया जायेगा।

उन्होंने कहा कि हम सब की जिम्मेवारी है कि विभाग की सबसे छोटी इकाई सब स्टेशन को व्यवस्थित रखा जाय। इसके लिए इस इकाई में अच्छा कार्य करने वाले जेई, एसडीओ, एसएसओ व लाइनमैन को भी जनपद स्तर पर पुरस्कृत किया जायेगा।

उन्होंने कहा कि हमारा प्रदेश काफी ऊर्जावान है। यहां की ओवरलोडिंग, बिलिंग, ट्रिपिंग की व्यवस्था ठीक रखे, ताकि लोग यहां आकर ऊर्जा के क्षेत्र में कुछ सीख सके।

उन्होंने कहा कि यह वही प्रदेश है जहां पहले बिजली आती नहीं थी, अब बिजली जाती नही है। ऊर्जा विभाग पूरी रात जागकर कार्य कर रहा है, जिससे लोग रात मंे नींद पूरी कर सकें। चैन से कार्यशाला में ऊर्जा मंत्री ने वितरण कंपनियों में बेहतर प्रदर्शन करने वाले सौ से अधिक अधिकारियों, कर्मचारियों और टीमों को पुरस्कृत किया।

उन्होंने कहा कि पुरस्कार पाये हुए कार्मिकों की जिम्मेदारी बढ़ जाती है। योजनाओं के लक्ष्यों को समय से पूरा करने के लिए कार्य पद्धति को बदलना होगा। उन्होंने लाइनलास में कमी, ग्रामीण क्षेत्रों के जन सुविधा केन्द्रों में कैश कलेक्शन थ्रू-रेट में सुधार, बिलिंग रेट में वृद्धि, रूरल टर्न अप बढ़ाने, कैम्पों में नये कनेक्शन जारी करने, रूरल मीटरिंग बढ़ाने, आॅन लाइन बिलिंग प्रणाली को सुदृढ़ बनाने व एनर्जी आडिट में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों व उपखण्डों एवं टीमों को नगद पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।

प्रमुख सचिव ऊर्जा एवं चेयरमैन उप्र पावर कारपोरेशन श्री आलोक कुमार ने कार्यशाला के स्वागत उद्बोधन में कहा कि विकास पथ पर आगे बढ़ने के लिए बिजली बहुत आवश्यक है।

प्रमुख सचिव ने कहा सबको बिजली मिले, प्रदेश की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हो व नागरिकों का जीवन स्तर सुधरे इसके लिए भारत सरकार ने ****तीन योजनाएं – पावर फार आल, उदय व सौभाग्य योजना**** को प्रदेश में स्वीकृति दी थी। प्रदेश में सबको बिजली पहुँचाना एवरेस्ट पर चढ़ने जैसा कठिन कार्य है, फिर भी विभाग के कर्मचारी इस चुनौती को समय रहते फतह करेंगे।

उन्होंने इस अवसर पर कहा कि अच्छा कार्य करने वाले कार्मिक पुरस्कृत होंगे व खराब कार्य करने वाले कार्मिक दण्डित किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि एक लाख राजस्व ग्राम हैं जिन्हें दिसम्बर, 2018 तक ऊर्जीकृत किया जायेगा।

प्रबन्ध निदेशक, उप्र पावर कारपोरेशन श्रीमती अपर्णा उपाध्याय ने विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि पावर फार आल मार्च, 2019 तक पूरा करने का लक्ष्य है। वर्तमान वित्तीय वर्ष में एक करोड़ कनेक्शन देने का लक्ष्य निर्धारित है।

निदेशक वितरण ने कार्यशाला के अन्त में धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।

कार्यशाला में सभी डिस्काम के प्रबन्ध निदेशक, मुख्य अभियन्ता, अधीक्षण अभियन्ता एवं मुख्यालय के अधिकारी उपस्थित थे।

सम्पर्क सूत्रः-
सूचना अधिकारी- सी.एल. सिंह

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