- May 27, 2015
पीडि़तों को सुरक्षा एवं सामाजिक समरसता स्थापित करना सरकार की प्राथमिकता
जयपुर – परिवहन एवं सार्वजनिक निर्माण मंत्री श्री युनूस खान ने कहा कि डागांवास प्रकरण में पीडि़तो को सम्पूर्ण सुरक्षा एवं सामाजिक समरसता स्थापित करना राज्य सरकार की प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने स्वयं इस मामले को गंभीरता से लेते हुए उन्हें पीडि़तों की कुशलक्षेम पूछने भेजा है।
डांगावास प्रकरण में राज्य सरकार ने पूरी गंभीरता से कार्यवाही की है। नामजद आरोपियों को गिरफ्तार भी किया जा रहा है। पीडि़तों को पूरी सुरक्षा प्रदान की जाएगी।
परिवहन एवं सार्वजनिक निर्माण मंत्री तथा नागौर जिले के प्रभारी श्री युनूस खान ने मंगलवार शाम अजमेर जिले के प्रभारी मंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी के साथ अजमेर में राजकीय जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय में डांगावास प्रकरण के घायलों से मुलाकात कर उनकी कुशलक्षेम पूछी।
श्री खान एवं प्रो. देवनानी ने चिकित्सालय के वार्ड में भर्ती डांगावास प्रकरण के सभी घायलों से उनके बैड पर जाकर मुलाकात की। उन्होंने घायलों चिकित्सा एवं दवाईयों की जानकारी ली। घायलों ने राज्य सरकार की ओर से किए गए चिकित्सा इंतजामों पर संतुष्टि जताई।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार आपकी सुरक्षा एवं चिकित्सा आदि इंतजामों को लेकर पूरी तरह गम्भीर है। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे स्वयं इस मामले को पूरी संवेदनशीलता से ले रही है। उनके निर्देश पर ही हम आज पुन: आपसे मिलने आए है।
परिवहन मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार इस प्रकरण को लेकर गम्भीर है। मामले की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। घायलों को नि:शुल्क उपचार एवं हर तरह की चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है।
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे ने निर्देश दिए हैं कि घायलों में अगर किसी की ज्यादा तबीयत खराब हो तो उसे बड़े अस्पताल में दिखाने की सुविधा भी दी जाएगी। इसके लिए एक एयर एम्बूलेंस भी तैयार रखने के निर्देश दिए है।
उन्होंने बताया कि घायलों को उच्चस्तरीय चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए डॉ. के.सी.अग्रवाल, डॉ. पी.सी.वर्मा, डॉ. एस.सी.बडजात्या एवं डॉ. कविता जैन के साथ ही एस.एम.एस. अस्पताल जयपुर के डॉ. पी.एस.लाम्बा, डॉ. एम.के.अग्रवाल एवं डॉ. पंकज बेनीवाल को यहां तैनात किया गया है।
उन्होंने कहा कि पीडि़तों और उनके परिजनों की सुविधा तथा नागौर जिले से जुड़ी प्रशासनिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए नागौर जिले के अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री कालूराम को भी अजमेर में कैम्प करने के निर्देश दिए गए है।
श्री खान ने बताया कि डांगावास प्रकरण में सरकार पूरी तरह गम्भीरता बरत रही है। लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही भी की गई है। इस प्रकरण में नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी की जा रही है। इसके लिए सात टीमें गठित की गई है।
उन्होंने कहा कि डांगावास में पीडि़तों को सुरक्षा के लिए पर्याप्त पुलिस बल एवं अधिकारी तैनात किए गए है। यहां सामाजिक समरसता स्थापित करने के लिए ही प्रयास किए जा रहे है। इसके लिए विभिन्न पक्षो से बातचीत भी की जा रही है ताकि ग्रामीणों का आपसी सौहार्द एवं सामाजिक समरसता कायम रहे। डांगावास में हालात पूरी तरह नियंत्रण में है।