• December 31, 2016

निजी स्कूल संचालकों को एक एकड़ जमीन से छूट

निजी स्कूल संचालकों को एक एकड़ जमीन से छूट

जयपुर— राज्य सरकार ने प्रदेश में शिक्षा की उपलब्धता को बढ़ावा देने के लिए ग्रामीण क्षेत्र में नए खुलने वाले निजी स्कूलों को नियमों में बड़ी राहत दी है। अब नया स्कूल खोलने के लिए एक एकड़ तक जमीन का भूमि रूपांतरण कराना आवश्यक नहीं होगी। इस राहत से निजी स्कूल खोलने की राहत आसान होगी।
kk
शिक्षा राज्यमंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी ने बताया कि अब तक प्रदेश में नई निजी स्कूल खोलने के लिए भूमि का रूपांतरण कराना आवश्यक था। अब सरकार ने इन नियमों में राहत दी है। अब एक एकड़ तक जमीन का भूमि रूपांतरण कराना आवश्यक नहीं होगा।

प्रो. देवनानी ने बताया कि सरकार के इस फैसले से प्रदेश में नए खुलने वाले निजी स्कूलों की राहत आसान हो जाएगी। ज्यादा से ज्यादा क्षेत्रों में नए स्कूल खुलेंगे और प्रदेश में शिक्षा की उपलब्धता बढ़ेगी। गौरतलब है कि राज्य सरकार ने निजी स्कूलों के लिए कई नियमों में राहत प्रदान की है।

पुष्कर में प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों के प्रधानाध्यापकों का संभाग स्तरीय लीडरशिप प्रशिक्षण जयपुर, 30 दिसम्बर। शिक्षा राज्यमंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी ने कहा कि शिक्षक समाज की रीढ़ हैं। शिक्षक अपनी ताकत को पहचानें, नेतृत्व के गुणों का विकास करें और विद्यार्थियों का नवनिर्माण कर समाज को दिशा दें। शिक्षक स्कूल को अपना समझ कर उसका विकास करें तो निश्चित रूप से सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे।

शिक्षा राज्यमंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी ने शुक्रवार को पुष्कर में प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों के संभाग स्तरीय लीडरशिप प्रशिक्षण में यह बात कही। उन्होंने कहा कि किसी भी देश में स्वस्थ और सक्षम समाज का निर्माण तभी संभव है जब शिक्षक अपनी भूमिका का पूरी ताकत के साथ निर्वहन करें। राज्य सरकार का प्रयास है कि प्रत्येक स्कूल का मुखिया ही उसका नेतृत्व करे। हमें नेतृत्व के गुणों को आत्मसात करना होगा ताकि स्कूल का विकास हो सके।

उन्होंने कहा कि आदर्श व उत्कृष्ट विद्यालय राजस्थान में शिक्षा की पहचान बनते जा रहे हैं। स्कूलों को विकसित करने के लिए शिक्षक अपने क्षेत्र के भामाशाहों से भी सतत सम्पर्क बनाए रखें तथा समय-समय पर स्कूल में योगदान के प्रति उन्हें प्रेरित करते रहें। प्राथमिक व उच्च पराथमिक विद्यालयों में बुनियादी ढांचे के साथ ही शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार की भी आवश्यकता है।

प्रो. देवनानी ने कहा कि राज्य सरकार के अथक प्रयासों से राजस्थान में शिक्षा के क्षेत्र में शानदार प्रगति हुई है। लाखों विद्यार्थियों का नामांकन तो बढ़ा ही है, साथ ही सरकारी स्कूलों के प्रति अभिभावकों का विश्वास भी बढ़ा है। सरकार ने शिक्षकों की अधिकांश समस्याओं का निराकरण कर दिया है। एक लाख से ज्यादा शिक्षकों को पदोन्नति दी गई है। इस अवसर पर शिक्षा विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

Related post

साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

21 दिसंबर विश्व साड़ी दिवस सुरेश सिंह बैस “शाश्वत”- आज से करीब  पांच वर्ष पूर्व महाभारत काल में हस्तिनापुर…
पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

उमेश कुमार सिंह——— गुरु गोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं। गुरु…
पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

उमेश कुमार सिंह :  गुरुगोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं।…

Leave a Reply