• April 24, 2015

‘नार्थ इंडिया में व्यापार विस्तार के लिए चेन्नई की कंपनियों का आदर्श विकल्प है राजस्थान’ – उद्योग मंत्री

‘नार्थ इंडिया में व्यापार विस्तार के लिए चेन्नई  की कंपनियों का आदर्श विकल्प है राजस्थान’  – उद्योग मंत्री

जयपुर – राज्य में निवेश के अवसरों का प्रदर्शन करने के लिए उद्योग मंत्री, श्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने गुरूवार को चेन्नई और तमिलनाडु राज्य के प्रमुख व्यवसायियों से मुलाकात की।

राजस्थान सरकार द्वारा कन्फैडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्रीज (सीआईआई) के सहयोग से आयोजित निवेशकों की बैठक में भाग लेने के लिए उद्योग मंत्री इस समय चेन्नई में है। यह आयोजन राजस्थान में निवेश के अवसरों को बढ़ावा देने और 19-20 नवम्बर, 2015 को जयपुर में आयोजित किए जाने वाले ‘रिसर्जेंट राजस्थान पार्टनरशिप समिट-2015’ में डेलीगेटस को आमंत्रित करने के लिए भारत और विदेश में आयोजित किए जा रहे रोड शो की श्रृंखला का एक हिस्सा है।

श्री खींवसर राजस्थान सरकार की ओर से गए प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं, जिसमें पब्लिक वक्र्स डिपार्टमेंट (पीडब्ल्यूडी) के प्रमुख शासन सचिव, श्री डी. बी. गुप्ता और प्रमुख शासन सचिव उद्योग एवं राजस्थान स्टेट इंडस्ट्रियल डवलपमेंट एंड इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन (रीको) की प्रबंध निदेशक, श्रीमती वीनू गुप्ता शामिल हैं।

श्री खींवसर ने तमिलनाडु को औद्योगिक रूप से विकसित राज्य बताते हुए कहा कि ”तमिलनाडु इलेक्ट्रोनिक हार्डवेयर, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और ऑटोमोबाइल्स के उत्पादन का केंद्र है। हम राजस्थान और तमिलनाडु के बीच संभावित आर्थिक सहयोग तलाशना चाहते हैं।”

उन्होंने आगे कहा ”ऊर्जा की आपूर्ति, कच्चे माल, कुशल टैलेंट पूल और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की निकटता के कारण राजस्थान व्यापार को सुलभता प्रदान करता हैं। यदि आप भारत और विदेशों में अपने व्यापार का विस्तार करना चाहते हैं, तो राजस्थान आपका आदर्श विकल्प है।”

श्रीमती वीनू गुप्ता ने कहा, ”हम मिनरल्स, टैक्सटाईल्स, पर्यटन और रत्नों व आभूषण सेक्टर में परंपरागत रूप से मजबूत हैंं। हालांकि, राजस्थान एक महत्वपूर्ण ऑटोमोटिव इंजीनियरिंग हब के रूप में तेजी से विकसित हो रहा है, विशेष रूप से अलवर जिले और इसके आस-पास के क्षेत्रों में। अब हम उभरते हुए क्षेत्रों के रूप में डिफेंस सब-सिस्टम के उत्पादन और इलेक्ट्रोनिक्स सिस्टम डिजाइन एंड मैन्यूफैक्चरिंग (ईएसडीएम) को प्रोत्साहन देना चाहते हैं।”

मयूर यूनिकोटर्स के प्रबंध निदेशक और सीआईआई, राजस्थान स्टेट काउंसिल के चेयरमैन, श्री सुरेश के. पोदार ने कहा ”राज्य सरकार द्वारा सुव्यवस्थित नीति वातावरण तैयार किया गया है, जो निजी उद्यमों का पोषण करता है और राज्य में किए गए निवेश को लाभदायक बनाता है। ‘राजस्थान इन्वेस्टमेंट प्रमोशन स्कीम-2014’ और नई सौर नीति स्वागत योग्य कदम हैं।”

सेंट गोबेन इंडिया लिमिटेड के प्रबंध निदेशक, श्री आर. सुब्रह्मण्यम ने कहा ”सेंट गोबेन ने 1000 करोड़ रुपए के निवेश के साथ राजस्थान के भिवाड़ी में अपनी सबसे बड़ी ग्लास उत्पादन इकाईयों में से एक की स्थापना की है। यह स्थान हमें पूरे उत्तरी क्षेत्र के बढ़ते बाजार की जरूरतों को पूरा करने के लिए सक्षम बनाता है, क्योंकि यह संयंत्र दिल्ली से केवल 65 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां हमें गुणवत्तापूर्ण कच्चे माल के लिए आसान पहुंच का लाभ भी है।”

बैठक के दौरान, भिवाड़ी के वल्र्ड ग्लास कॉम्प्लेक्स में ‘लर्न व्हाइल अर्न’  प्रोग्राम के लिए सेंट गोबेन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और नेट्टूर टेक्निकल ट्रेनिंग फाउंडेशन के मध्य एक एमओयू पर हस्ताक्षए किये गये। इस प्रोग्राम का उद्देश्य सामाजिक और आर्थिक रूप से कमजोर समुदाय को इंजीनियरिंग शिक्षा में डिप्लोमा पाठ्यक्रम कराने का अवसर प्रदान करना है।

उल्लेखनीय है कि निवेश के अनुकूल सरकार, बेहतर बुनियादी ढांचे, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र से निकटता, लचीली एवं सहायक औद्योगिक नीतियों व प्रोत्साहन के साथ-साथ स्त्रोतों की उपलब्धता जैसे कईं कारकों के कारण निवेश के एक पसंदीदा गंतव्य के रूप में राजस्थान के प्रति रूचि बढ़ रही है।

एक निवेश गंतव्य के रूप में राजस्थान को बढ़ावा देने के लिए ऐसे ही अन्य उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल भारत भर में दूसरे शहरों का दौरा कर रहे हैं और कम्पनियों तक पहुंचकर उन्हें राज्य में उपलब्ध निवेश के अवसरों के बारे में जागरूक कर रहे हैं।

राज्य सरकार द्वारा संभावित निवेशकों, व्यापार समुदाय और एनआरआई को ‘रिसर्जेंट राजस्थान पार्टनरशिप समिट’ में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया जा रहा है।

रिसर्जेंट राजस्थान पार्टनरशिप समिट के बारे में:

रिसर्जेंट राजस्थान पार्टनरशिप समिट 19-20 नवम्बर, 2015 को जयपुर में आयोजित किया जा रहा है। इस आयोजन में राजस्थान में निवेश के माहौल और अवसरों पर वार्ता करने के लिए दुनिया भर के प्रमुख निवेशकों और नीति निर्माताओं, राजनीतिक नेतृत्व, सरकारी अधिकारियों, स्थानीय व्यापार जगत के लीडर्स एक मंच पर आयेंगे।

यह समिट कन्फैडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआईआई) के सहयोग से राजस्थान सरकार द्वारा आयोजित की जा रही है। समिट के दौरान थिमेटिक सेमीनार, कन्वेंशन, पैनल डिस्कशन, डिस्कशन फोरमस्, बी2बी व बी2जी मीटिंग्स, एग्जीबिशन पैवेलियन एवं अन्य नेटवर्किंग कार्यक्रम होंगे। राज्य सरकार को आशा है कि इस समिट के परिणामस्वरूप राज्य में वैश्विक निवेशकों का रूझान और निवेश के प्रति प्रतिबद्घता बढ़ेगी।

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